कोटा. कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल ने भाजपा प्रत्याशी ओम बिरला पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंधन का आरोप लगाया है. उन्होंने निर्वाचन आयोग को भेजी शिकायत में कहा कि नामांकन भरने के दौरान जिला कलेक्टर के चेंबर में महज 5 लोगों को ही मौजूद रहने की अनुमति मिलती है, लेकिन बिरला के नॉमिनेशन के दौरान एक दर्जन से ज्यादा लोग मौजूद थे. ऐसे में आयोग को बिरला पर कार्रवाई करनी चाहिए. गुंजल ने जिला निर्वाचन अधिकारी की भी आचार संहिता की पालना नहीं करने की शिकायत की है.
गुंजल ने आयोग को भेजे ई-मेल में आरोप लगाया कि कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी खुले आम आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं. नामांकन पत्र जमा करते समय जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में ओम बिरला के साथ बीपी दाधीच, रितेश मेवाड़ा, अजय नंदवाना, एमएलए कल्पना देवी, संदीप शर्मा, डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा, मंत्री मदन दिलावर, हीरालाल नागर, पूर्व विधायक चंद्रकांता मेघवाल, पार्षद संजय विजय, अविनाश ठाकुर और भाजपा नेता मोतीलाल मीणा सहित दो-तीन अन्य लोग थे. गुंजल ने आरोप लगाया कि जब जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में ही आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है तो पूरे लोकसभा क्षेत्र में आचार संहिता की पालना कैसे हो पाएगी.
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उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का राज होने के कारण भाजपा प्रत्याशी आए दिन आचार संहिता का उल्लंघन करते हैं, लेकिन प्रशासन कार्रवाई करने की जगह मौन रहता है. उन्होंने इस मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की. इधर, इस पूरे मामले पर कोटा के अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) मुकेश चौधरी का कहना है कि रैली के दौरान आचार संहिता की शिकायत हमें प्राप्त हुई है. इसमें पोस्टर और बैनर लगाकर प्रचार करने की शिकायत है. इस संबंध में रिपोर्ट बनाकर निर्वाचन आयोग को भेजी जाएगी. गुंजल की शिकायत पर भी उन्होंने कहा कि संबंध में भी रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को भेजी जाएगी.