भोपाल। मध्यप्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर कब्जा करने के लिए बीजेपी ने ठोस रणनीति बनानी शुरू कर दी है. हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के बाद बीजेपी ने सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय करने की कवायद तेज कर दी है. सोमवार रात बीजेपी के बड़े नेताओं की बैठक भोपाल में हुई. बैठक में दिल्ली से बड़े नेता वर्चुअली जुड़े. सूत्र बताते हैं कि लोकसभा की 6 सीटों पर सहमति बन चुकी है. बाकी बची 23 लोकसभा सीटों पर पार्टी ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से रायशुमारी शुरू की है. सहमति बनाने के लिए लोकसभा क्षेत्रों में जाकर पार्टी के नेता दावेदारों से चर्चा करेंगे.
कल दिल्ली बीजेपी हाईकमान फाइनल कर सकती है लिस्ट
भोपाल में प्रदेश से लोकसभा चुनाव के दावेदारों के नामों को केंद्रीय हाईकमान दिल्ली भेजी जाएगी. बुधवार को दिल्ली में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होनी है. जिसमें प्रदेश चुनाव समिति उम्मीदवारों के नाम रखेगी. माना जा रहा है कि इस मीटिंग के दौरान लोकसभा उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लग सकती है. मध्य प्रदेश बीजेपी को केंद्रीय नेतृत्व की तरफ़ से लोकसभा सीटों पर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से रायशुमारी कर संभावित दावेदारों के नाम भेजने के निर्देश दिए गए . स्थानीय पदाधिकारियों, विधायकों सहित कार्यकर्ताओं से लोकसभा दावेदारों के लिए नाम मांगे गए हैं. सूत्रों के मुताबिक कई सीटों पर रायशुमारी की जा चुकी है.
किसको, कहां की रायशुमारी की जिम्मेदारी
- रीवा- मंत्री तुलसी सिलावट, प्रदेश कोषाध्यक्ष अखिलेश जैन
- सतना- प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी, राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल
- शहडोल- मंत्री नागर सिंह चौहान, शैलेन्द्र बरुआ
- भिंड - मंत्री विश्वास सारंग, जयपाल सिंह
- ग्वालियर -मंत्री प्रहलाद पटेल, शैलेंद्र शर्मा
- टीकमगढ़ -मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर
- शहडोल - राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार
- इंदौर - हेमंत खंडेलवाल
- खरगोन - मंत्री गोविंद सिंह राजपूत
- झाबुआ - रजनीश अग्रवाल
- गुना - राज्य मंत्री कृष्णा गौर, सुरेश आर्य
- सागर - मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा और सतना महापौर योगेश ताम्रकार
28 सांसदों में से 20 चेहरे बदल सकती है बीजेपी
बीजेपी ने प्रदेश की 29 में से 6 सीटों पर रायशुमारी कर ली है, केंद्रीय नेतृत्व को इन सीटों के लिए नाम भेजे जा चुके हैं. ये सीटें हैं मुरैना, दमोह, होशंगाबाद, सीधी, जबलपुर और छिंदवाड़ा. पार्टी के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी का कहना है कि पार्टी चुनाव को देखते हुए नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी देती है. लोकसभा की सीटों पर रायशुमारी के लिए भी नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है. प्रदेश की 29 में से 28 लोकसभा सीटों पर बीजेपी के सांसद हैं. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी करीब 20 चेहरों को बदल सकती है. बता दें कि बीजेपी ने अपने 7 सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा था. इनमें से 5 सांसद चुनाव जीत गए. इन सातों सीटों पर पार्टी नए उम्मीदवार उतारेगी. इनके अलावा 13 और सांसदों के टिकट बदले जा सकते हैं.
महिला उम्मीदवारों की संख्या बढ़ाने पर विचार
मोदी सरकार इस बार प्रदेश में महिलाओं को ज्यादा तवज्जो देने वाली है. माना जा रहा है कि 33 फीसदी आरक्षण को देखते हुए महिलाओं को इस बार लोकसभा में ज्यादा प्रतिनिधित्व मिल सकता है. इस बार प्रत्याशियों की उम्र भी 50 के करीब होगी. पहले उम्र के क्राइटेरिया को लेकर भी एमपी के दो पूर्व मंत्री बाबूलाल गौर और सरताज सिंह को मंत्री पद से हटा दिया गया था. इस बार विधानसभा चुनावों में पार्टी ने कम उम्र वालों को तवज्जो दी लेकिन साथ ही कुछ सीटों पर उम्र के क्राइटेरिया को नजरअंदाज कर दिया था.