अजमेर. अजमेर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी रामचंद्र चौधरी ने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया. इससे पहले नामांकन सभा आयोजित की गई. खास बात यह रही कि सभा में लोकसभा क्षेत्र के कई दिग्गज नेता नदारद रहे. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और कांग्रेस राजस्थान प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा भी सभा में नहीं आए.
चौधरी ने अपना नामांकन जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ भारती दीक्षित के समक्ष दाखिल किया. नामांकन दाखिल करने के साथ ही उन्होंने शपथ भी ली. चौधरी के साथ उनकी पत्नी, किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी, नसीराबाद से पूर्व विधायक रामनारायण गुर्जर, अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी रही द्रौपदी कोली मौजूद रही. रामचंद्र चौधरी के साथ आए अन्य नेताओं और समर्थकों को जिला मुख्यालय से 100 मीटर की दूरी पर ही रोक दिया गया. निर्वाचन कार्यालय में केवल प्रत्याशी समेत पांच जनों को ही आने दिया गया.
पढ़ें: चुनाव से पहले अपनों में सियासी संग्राम, धारीवाल के नसीहत पर भड़के कांग्रेस प्रत्याशी प्रह्लाद गुंजल
नामांकन सभा में नहीं आए पायलट समर्थक नेता: कांग्रेस प्रत्याशी रामचंद्र चौधरी के नामांकन सभा में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और राजस्थान प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा नहीं आए. वहीं, स्थानीय नेता भी नामंकन सभा से नदारद रहे. इनमें अधिकांश पायलट गुट के नेता थे. मसूदा से पूर्व विधायक राकेश पारीक, नसीराबाद से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे शिवप्रकाश गुर्जर, अजमेर दक्षिण से कांग्रेस के प्रत्याशी रह चुके हेमंत भाटी, अजमेर उत्तर से दो बार कांग्रेस के प्रत्याशी रह चुके महेंद्र सिंह रलावता समेत कई नेता नामंकन सभा में नहीं आए. कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ रघु शर्मा की अनुपस्थिति भी चर्चा का विषय रही. नामांकन सभा में ग्रामीण क्षेत्रों से रामचंद्र चौधरी समर्थक पंहुचे.
यह भी पढ़ें: गहलोत पर गरजे जोशी, कहा- अपने ही विधायकों-मंत्रियों का करवाते थे फोन टैपिंग
भावुक हुए चौधरी: नामांकन सभा में प्रत्याशी रामचंद्र चौधरी संबोधन के दौरान कई बार भावुक हो गए. भाषण में उनका ज्यादातर फोकस किसान और पशुपालक रहे. उन्होंने सभा में अपनी पगड़ी उतारते हुए कहा कि आप कहो तो पहनूं, लेकिन इसकी लाज रखना, आप सबके हाथ है. चौधरी ने कहा कि डेयरी सहकारी क्षेत्र में वह लंबे समय से हैं, लेकिन उन पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है. बाद में पत्रकारों से बातचीत में चौधरी ने कहा कि वे अजमेर शहर को सही मायने में स्मार्ट बनवाएंगे. अधूरी रेल लाइन पूरी करेंगे. भाजपा प्रत्याशी भागीरथ चौधरी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने जनता को मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाए हैं. उनमें से एक भी काम धरातल पर उन्होंने नहीं उतारा. उन्होंने कहा कि वर्तमान सांसद ने पेयजल, सड़क, बिजली, रेल, पर्यटन, उद्योग के कार्य जो अधूरे छोड़े हैं, वे उन सब काम को पूरा करवाएंगे.
1.04 करोड़ की सम्पत्ति के मालिक हैं रामचंद चौधरी: कांग्रेस प्रत्याशी रामचंद्र चौधरी 1 करोड़ 4 लाख 60 हजार रुपए की सम्पत्ति के मालिक हैं. इसमें उनके और उनकी पत्नी के नाम नकद, बैंक में जमा राशि के साथ ही चल और अचल सम्पत्ति शामिल है. नामांकन पत्र के साथ दिए सम्पत्ति के शपथपत्र के अनुसार उनके पास कुल चल संपत्ति 3 लाख 35 हजार 841 रुपए, पत्नी के पास 15 लाख 68 हज़ार रुपए के गहने ( 150 ग्राम सोना और 5 किलो चांदी) है. इसी प्रकार अचल संपत्ति में स्वयं के पास 80 लाख का मकान है, जबकि पत्नी के पास कुछ नहीं है. इसके अलावा स्वयं पर 9 हजार 735 रुपए का कर्ज भी है.विजयनगर के देवास गांव में पुश्तैनी 1.36 एकड़ कृषि भूमि और एक मकान है. शपथ पत्र के अनुसार चौधरी के पास 2 लाख 51 हजार की नकदी स्वयं के पास और 1 लाख 21 हजार नकदी पत्नी के पास है. उनके पास स्वयं का कोई वाहन नहीं है और न ही कोई लाइसेंस शुदा हथियार है. बैंक और वित्तीय संस्थानों में 86 हजार 841 स्वयं के नाम और 97 हजार 407 रुपए पत्नी के नाम जमा है.
राजनीति का लंबा अनुभव: कांग्रेस प्रत्याशी पोस्ट ग्रेजुएट हैं. उन्हें राजनीति का लंबा अनुभव हैं. वे चार बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके. तीन बार कांग्रेस और एक बार निर्दलीय लड़ा. तीस वर्षों से लगातार जिला दुग्ध उत्पादन समिति में अध्यक्ष है. कांग्रेस में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं.