- सतना भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह पांचवी बार सांसद चुने गए.
- करीब 80 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की.
- वहीं सीधी लोकसभा सीट में भाजपा प्रत्याशी राजेश मिश्रा 181862 वोटों से आगे.
- कांग्रेस के कमलेश्वर पटेल को 309893 वोट मिले.
- सतना आठवें राउंड के बाद भाजपा प्रत्याशी को 242925 वोट
- कांग्रेस प्रत्याशी को 199655 मत
- बसपा को 94733 वोट मिले.
- भाजपा 43192 वोट से आगे
- रीवा लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी जनार्दन मिश्रा को 286577 वोट
- कांग्रेस प्रत्याशी नीलम मिश्रा को 174321 को वोट
- बीजेपी 112256 वोट से आगे
- रीवा लोकसभा सीट में बीजेपी प्रत्याशी - 244328 वोट
- कांग्रेस प्रत्याशी को 151537 वोट
- बीजेपी 92791 वोट से आगे
- शहडोल लोकसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार हिमाद्री सिंह को मिले मत 284375
- कांग्रेस उम्मीदवार फुंदेलाल मार्को को मिले मत 123535
- भाजपा उम्मीदवार हिमाद्री सिंह 160822 मतों से आगे
- 59317 वोटों से आगे चल रहे है सीधी भाजपा प्रत्याशी डॉ. राजेश मिश्रा
- सीधी लोकसभा चुनाव-2024 की मतगणना में भाजपा प्रत्याशी डॉ. राजेश मिश्रा 59317 वोटों से आगे.
- रीवा लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी को अभी तक मिले 63153 वोट
- कांग्रेस प्रत्याशी को मिले 38655 वोट. बीजेपी 24498 वोट से आगे
- सीधी बीजेपी प्रत्याशी डॉ. राजेश मिश्रा- 22324
- कंग्रेस के कमलेश्वर पटेल 12251
- भाजपा प्रत्याशी 10073 से आगे
- रीवा में इंजीनियरिंग कॉलेज में 8 बजे शूरु हुई मतगणना.
- पोस्टल बैलेट की गिनती जारी.
- कुछ ही देर बाद ईवीएम से दिए गए वोटों की गिनती होगी शूरु.
- मतगणना स्थल में अधिकारी कर्मचारी मुस्तैद.
- सतना में बीजेपी प्रत्याशी गणेश सिंह ने परिवार के साथ किया मैहर मां शारदा देवी के दर्शन.
- पांचवी बार चुनाव दांव पेच खेलने मैदान में हैं. आज होगा किस्मत का फैसला.
- डाक मत पत्र की मतगणना जारी, कुछ ही देर में आएंगे डाक मत पत्र के परिणाम.
Lok Sabha madhya Pradesh Election Results Live Updates 2024: आखिर वो वक्त आ ही गया, जिसका इंतजार हर किसी को था, 4 जून को मतगणना होनी है. जिसकी पूरी तैयारी कर ली गई है. विंध्य या कहें बघेलखंड अंचल की बात करें, तो यहां 4 लोकसभा सीट आती हैं. जो रीवा, सतना, सीधी और शहडोल है. सभी की नजरें 4 जून को आने वाले नतीजों पर टिकी हुई है. एमपी के 6 अंचल में से अगर विंध्य अंचल की बात करें तो चारों लोकसभा सीट का अलग-अलग मिजाज देखने मिल रहा है. सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद है, जो 4 जून को खुलेगी.
रीवा सीट पर बीजेपी-कांग्रेस में मुकाबला
काउंटिंग से ठीक पहले रीवा में प्रत्याशियों की धड़कने बढ़ चुकी है. वैसे तो इस चुनाव में रीवा लोकसभा सीट से 14 उम्मीदवार अपना अपना भाग्य आजमाने के लिए चुनावी अखाड़े में उतरे थे, लेकिन इस खास सीट की अगर बात करें तो यहां 1952 से लेकर अब तक हुए 17 चुनावों में कांग्रेस, बीजेपी और बसपा का ही दबदबा देखने को मिला. 2024 के विधानसभा चुनाव में भी इन्हीं तीन पार्टियों का दबदबा दिखाई दिया, लेकिन कांटे की टक्कर केवल बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशी के बीच ही देखी गई.
दो बार जीत के बाद तीसरी बार चुनावी मैदान जनार्दन मिश्रा
बीजेपी ने रीवा संसदीय सीट से तीसरी बार जनार्दन मिश्रा पर भरोसा जताते हुए उन्हें चुनावी मैदान पर उतारा. वहीं कांग्रेस ने नीलम मिश्रा को टिकट देकर बीजेपी के लिए मुश्कले खड़ी करने की पूरी कोशिश की. कांग्रेस प्रत्याशी नीलम मिश्रा भी बीजेपी के कराए गए विकास कार्यों का हिसाब मांगते हुए चुनावी मैदान में डटी रहीं.
2014 और 2019 के चुनावी परिणाम
पिछ्ले दो पंचवर्षीय चुनावों की अगर बात करें तो 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी जनार्दन मिश्रा और कांग्रेस के दिग्गज नेता सुंदर लाल तिवारी आमने सामने थे. जनार्दन मिश्रा को 383320 मत प्राप्त हुए थे, जबकि सुंदर लाल तिवारी को 214594 मत प्राप्त हुए थे. 168726 मतों से बीजेपी प्रत्याशी जनार्दन मिश्रा ने जीत हासिल की. इसी तरह 2019 के चुनाव में एक बार फिर जर्नादन मिश्रा बीजेपी प्रत्याशी बने. तब उनका सामना सुंदर लाल तिवारी के बेटे सिद्धार्थ तिवारी से हुआ. चुनाव हुए और जनार्दन मिश्रा ने 583745 मत हासिल किए. जबकि सिद्धार्थ तिवारी ने 270938 वोट प्राप्त किए. जनार्दन मिश्रा ने 312807 वोटो से दूसरी बार अपनी जीत दर्ज कराई थी. इस बार देखना होगा जनता किसे चुनती है.
शहडोल सीट पर किनके बीच है टक्कर ?
सबसे पहले शहडोल लोकसभा सीट की बात करें, तो यह आदिवासी बाहुल्य सीट है. इस सीट में भारतीय जनता पार्टी से हिमाद्री सिंह चुनावी मैदान में हैं, तो कांग्रेस की ओर से फुंदेलाल सिंह मार्को चुनावी रण संभाल रहे हैं. इन दोनों ही नेताओं के बीच सीधा मुकाबला है. ऐसे में सब की नजर इन दोनों ही नेताओं पर टिकी हुई है, कि क्या हिमाद्री सिंह लगातार दूसरी बार जीत हासिल करके सांसद बनेगीं या फिर फुन्देलाल सिंह मार्को लोकसभा चुनाव में जीत के साथ ही विजयी आगाज करते हैं.
शहडोल लोकसभा सीट का इतिहास
शहड़ोल लोकसभा क्षेत्र में अगर इतिहास पर नजर डालें तो भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों को यहां जीत मिलती रही है. इस सीट से लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा को 7 बार जीत मिली है, कांग्रेस को 6 और निर्दलीय, जनता दल और सोशलिस्ट पार्टी को एक-एक बार जीत हासिल हुई है. भाजपा के दलपत सिंह शहडोल से सबसे ज्यादा बार सांसद चुने गए हैं. साल 2019 में हिमाद्री सिंह ने कांग्रेस की प्रमिला सिंह को 4 लाख तीन हजार 333 वोटों से हराया था.
सीधी लोकसभा सीट का समीकरण
सीधी लोकसभा सीट पर बीजेपी ने इस बार नए चेहरे राजेश मिश्रा को प्रत्याशी बनाया था. जबकि कांग्रेस ने पूर्व विधायक कमलेश्वर पटेल पर भरोसा जताया है. सीधी लोकसभा सीट एक हादसे के बाद प्रदेश क्या देश भर में चर्चित हो गई. पेशाब कांड के बाद सीधी की चर्चा देशभर में हुई. इस कांड के बाद बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी बदल दिया था और सांसद रीति पाठक को प्रत्याशी बनाया था. रीति पाठक ने विधानसभा चुनाव में जीत भी हासिल की. तो वहीं राजेश मिश्रा रीति पाठक की जीत बरकरार रखने मैदान में हैं. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में रीति पाठक ने 2 लाख 86 हजार 524 वोटों से कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह का हराया था.
सतना लोकसभा में कांटे की टक्कर
सतना लोकसभा सीट पर बीजेपी ने गणेश सिंह को प्रत्याशी बनाया है. जबकि कांग्रेस ने सिद्धार्थ कुशवाहा को उतारा है. साल 2019 में गणेश सिंह ने कांग्रेस के राजाराम त्रिपाठी को 2 लाख 31 हजार 476 वोटों से हराया था. इस बार सिद्धार्थ कुशवाहा को फिर गणेश सिंह टक्कर देंगे.