जयपुर. राजस्थान की बांसवाड़ा-डूंगरपुर संसदीय सीट पर गठबंधन को लेकर कांग्रेस और भारतीय आदिवासी पार्टी (बाप) में रस्सकशी खत्म नहीं हो रही है. अब राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर गठबंधन का हाथ आगे बढ़ाया तो बाप की ओर से दो टूक जवाब आया है. अशोक गहलोत की बाप को गठबंधन की नसीहत पर बाप ने उन पर आदिवासियों को धोखा देने का आरोप लगाया है. दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस की केंद्रीय अलायंस कमेटी में हैं. उन्होंने एक न्यूज एजेंसी को दिए बयान में कहा कि कांग्रेस के अन्य पार्टियों से गठबंधन के लिए एक कमेटी बनी हुई है. बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट पर गठबंधन के लिए बातचीत चल रही है, लेकिन अभी फैसला आना बाकि है.
बिना शर्त गठबंधन करे 'बाप'- गहलोत : अशोक गहलोत ने अपने इसी बयान में कहा कि आज जो देश में हालात हैं. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बनाए संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं. लोकतंत्र की हत्या हो रही है. अगर भारतीय आदिवासी पार्टी के नेताओं के लिए देशहित सर्वोपरि है तो उन्हें बैठकर बातचीत करनी चाहिए और पुरानी बातों को भूलकर बिना शर्त गठबंधन करना चाहिए.
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'बाप' ने याद दिलाई 12 साल पुरानी बात : अशोक गहलोत के इस बयान वाले वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर करते हुए भारतीय आदिवासी पार्टी की ओर से उन्हें जवाब दिया गया है. इस जवाब में लिखा, 'डूंगरपुर कलेक्ट्री पर 2012 में आरक्षण को लेकर धरना प्रदर्शन चल रहा था, तब टीना सोनी IAS के नेतृत्व में आदिवासी आपसे मिले थे, तब से आज तक आपने हमको धोखा ही दिया है, कुछ याद आया?
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बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट पर फंसा हुआ है पेच : राजस्थान की बांसवाड़ा-बांसवाड़ा डूंगरपुर आदिवासी बहुल सीट है और यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. भाजपा ने कांग्रेस से आए महेंद्रजीत सिंह मालवीय को इस सीट पर प्रत्याशी बनाया है. मालवीय को कड़ी टक्कर देने के लिए कांग्रेस शुरू से ही इस सीट पर 'बाप' से गठबंधन की आस लगाए बैठी थी. लेकिन 'बाप' कांग्रेस से इस सीट के साथ ही उदयपुर की सीट भी मांग रही थी. जबकि उदयपुर में कांग्रेस ने रिटायर्ड आईएएस ताराचंद मीणा को प्रत्याशी बनाया है. इसके बाद से दोनों के बीच इस सीट को लेकर पेच फंसा हुआ है. इसी के चलते अभी तक कांग्रेस भी अपना प्रत्याशी नहीं उतार पाई है.