चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर हरियाणा में तमाम दल अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर चुके हैं. सभी दलों के नेता लगातार जमीनी स्तर पर लोगों के बीच खुद की जीत के लिए अपना पूरा दम लगा रहे हैं. हरियाणा बीजेपी लोकसभा चुनाव को लेकर क्या कर रही है? विपक्ष की चुनौती को बीजेपी कैसे देखती है, इसको लेकर ईटीवी भारत ने हरियाणा के पंचायत और आवास मंत्री महिपाल ढांडा से खास बातचीत की.
सवाल- बीजेपी की लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कैसी तैयारी है?
जवाब- हमारी चुनाव को लेकर पूरी तैयारी है. हमने बूथ समितियां बना ली हैं. पन्ना प्रमुख बना लिए हैं समेत कई समितियां बना ली है. संगठन हमारा बन चुका है. कार्यकर्ता चुनावी मोड में आ गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो सपने देश की 140 करोड़ जनता के साथ मिलकर देखे हैं, उनको पूरा करने में हमारे कार्यकर्ता दिन रात एक करके जुट गए हैं. प्रदेश की जनता ने पिछली बार 10 की 10 सीट दी थी और इस बार भी दे रही है.
सवाल- हरियाणा में कांग्रेस पार्टी की चुनौती को कैसे देखते हैं?
जवाब- कांग्रेस है कहां, वह तो अपने नेताओं को मनाने में जुटी है. इनके नेता मान नहीं रहे. इनके प्रभारी दीपक बावरिया मनाने में जुटे हैं. ताकि आठ, दस लोगों को टिकट दे दें. हम भी उनका इंतजार कर रहे हैं, ताकि चुनावी माहौल एकदम साफ हो जाए, माहौल साफ हो जाए. बहुत कोशिश कर रहे हैं मुझे तो कोई बता रहा था कि जितनी ताकत कांग्रेस पूरे देश में टिकट बांटने में लगी हुई है. उससे डबल ताकत यहां पर नेताओं को मनाने में लगी हुई है, मान जाओ चुनाव लड़ लो. यह एक दूसरे को कह रहे हैं तू लड़ ले, तू लड़ ले. देखते हैं कब तक यह मान-मनौवल करके अपने लोगों को तैयार करते हैं.
सवाल- कांग्रेस पार्टी देश को पांच गारंटी दे रही है, उन गारंटियों को कैसे देखते हैं?
जवाब- कौन भरोसा करेगा इनकी गारंटी के ऊपर. 60 साल तक तो इन्हीं के हाथ में राज काज था. इन लोगों ने देश को मार दिया, झाड़ू फेर दिया, पोछा मरवा दिया. बड़ी मुश्किल से थोड़ा आगे बढ़ने लगा है. देश तेजी से आगे बढ़ रहा है. अब लोग रिस्क नहीं लेंगे. हरियाणवी में कहते हैं कि अब तो पर चिपक गए कमर के, अब तो राजकाज ला दो. पेट फुल जाएंगे. इनके पेट को फुलाने का ठेका देश की जनता ने तो नहीं ले रखा है. जिन्होंने पेट फुलाए हुए हैं, वह सारे के सारे कानूनी पत्रों में फंसे हुए हैं. इनकी गारंटी कुछ नहीं है. इनकी गारंटी पर देश की जनता को भरोसा नहीं है. आज के दिन तो सिर्फ मोदी की गारंटी पर लोगों को विश्वास है. हर आदमी मोदी की गारंटी के साथ खड़ा है. यह तो नकलची हैं, गारंटी शब्द मोदी जी का उठा लिया. अच्छा है देर आए, दुरुस्त आए. कुछ तो नकल करने लगे.
सवाल- जननायक जनता पार्टी के एक नेता ने कहा है कि कांग्रेस के साथ पार्टी को गठबंधन करना चाहिए आप कैसे देखते हैं?
जवाब- यह सब लोग एक हैं. सब मैदान से भाग रहे हैं. इन सब को पता है कि इन्हें अगर अपना राजनीतिक अस्तित्व बचा के रखना है तो सारे मिल जाओ. चोर-चोर मौसेरे भाई. सारे लोग इकट्ठे होकर चुनाव लड़ने का प्लान बना रहे हैं. हम तो बहुत पहले से यह कहते आए हैं कि यह एक गिरोह है. एक गिरोह मिलकर काम कर रहा है कि हमारा भी भूले बिसरे गीतों की तरह कभी दांव लग जाए. दांव लग जाए सत्ता हाथ में आ जाए, लेकिन देश और प्रदेश की जनता अब इनके झांसे में नहीं आएगी.
सवाल- कांग्रेस पार्टी ने हरियाणा में अनिल विज की नाराजगी को भुनाने की कोशिश की है, इस पर क्या कहेंगे?
जवाब- उनके पास कोई मुद्दा नहीं है, अब वह यही चीज खोजते फिर रहे हैं कि कहीं से हमें कुछ मिल जाए. अनिल विज किससे नाराज हैं, मैं भी मिलकर आया था. कहां नाराज हैं, किससे नाराज हैं. जबरदस्ती एक परसेप्शन बनाने की कोशिश हो रही है. ताकि थोड़ा सा लोगों में बात करने को कुछ हो जाए. मैं कांग्रेस के लोगों को सलाह दे रहा हूं कि जनता के बीच कभी अच्छी बात भी कर लो. तुम अपना एजेंडा और विजन तो देश के सामने बताओ. अनिल विज रूठ गए, कभी कोई रूठ गए, कभी उम्मीदवार नहीं है. पिछली बार 10 के 10 उम्मीदवार किसके थे, हमारे ही थे? हमारी लोकतांत्रिक पार्टी है. कोई भी आएगा हम उसका स्वागत करते हैं. जो लायक होगा वह टिकट भी लेगा और चुनाव भी लड़ेगा. यह लोग इन्हीं चीजों में उलझ कर रह गए हैं.
यह लोग यह नहीं बताते कि कभी बिल्ली के भाग से छींका फूट जाएगा और यह सत्ता में आ जाएंगे. हालांकि जनता ऐसा होने नहीं देगी. कम से कम उस दिशा में बात तो कर लें. कम से कम देश को यह बताएं कि कृषि में क्या करोगे? कोऑपरेटिव में क्या करोगे? गांव के विकास के लिए क्या करोगे? नौजवानों को रोजगार देने के लिए क्या नीति है? अंतरिक्ष में क्या करोगे, घोटाले ही करोगे क्या? करोगे क्या, आपका विजन क्या है. देश की जनता युवा सोच रही है कि कोई काम की बात तो बोलो. इनका कोई भी एजेंडा नहीं है, इनका तो बस यही एजेंडा है कि अनिल विज रूठ गए. बीजेपी में यह हो गया वह हो गया. यह देश का चुनाव है. देश बनाने का चुनाव है. हम लोग इस देश को विकसित देश कैसे बनाएं, इसके बारे में सुझाव दें कि आगे बढ़कर एकजुट होकर के इस देश को ताकतवर बनाने की बात है. लेकिन, इनके दिमाग में वह बात तो है ही नहीं. इसलिए देश की जनता के दिमाग में यह भी नहीं आती, मोदी जी की गारंटी ही उनके दिमाग में आती है.
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