भरतपुर. शहर के कुम्हेर गेट क्षेत्र में बने जाहरवीर बाबा मंदिर की तीन दीवारों को प्रशासन ने अतिक्रमण बताते हुए तोड़ दिया. मंदिर की दीवार तोड़ने से नाराज लोग मंगलवार रात सड़क पर बैठ गए और मध्य रात्रि तक विरोध प्रदर्शन करते रहे. जिला प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई रिट पिटीशन की पालना में की गई है. वहीं, लोगों का कहना है कि मंदिर 200 साल पुराना है और प्रशासन ने गलत तथ्यों के आधार पर निर्माण तोड़ा है. आखिर में प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच सहमति बनने पर रात पौने 11 बजे चक्का जाम खोला जा सका. अब 29 जून को वार्ता के बाद फिर से निर्माण का रास्ता खुल सकता है.
दोनों पक्षों के बीच चली लंबी वार्ता : नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष इंद्रजीत भारद्वाज ने बताया कि मंदिर 200 साल पुराना है. राजस्व रिकार्ड में भी मंदिर दर्ज है. प्रशासन ने गलत तथ्यों के आधार पर निर्माण तोड़ा है. प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े रहे कि मंदिर का निर्माण जनता के पैसों से किया गया था, अब प्रशासन इसका निर्माण कराए. लोगों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन के एसडीएम, एडीएम, नगर निगम आयुक्त, एएसपी आदि भी मौके पर पहुंच गए. लोगों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग अपनी मांग पर अड़े रहे. दोनों पक्षों के बीच लंबी वार्ता चली.
रिट पिटीशन की पालना में कार्रवाई : पूर्व नेता प्रतिपक्ष इंद्रजीत भारद्वाज ने बताया कि वार्ता के बाद तय हुआ है कि सभी दस्तावेज जुटाकर 3 दिन बाद प्रशासन के साथ बैठक होगी. 29 जून से फिर से निर्माण कराया जाएगा. यदि निर्माण नहीं कराया गया तो फिर से आंदोलन होगा. इसके बाद रात करीब पौने 11 बजे लोग शांत हुए और रास्ता खोला. वहीं, सूचना एवं जनसंपर्क के उपनिदेशक हरिओम गुर्जर ने बताया कि जिला प्रशासन ने कुम्हेर गेट क्षेत्र में स्थित बाबा जवाहरवीर मंदिर कमेटी के अनुरोध पत्र एवं न्यायालय की रिट पिटीशन की पालना में मंदिर के बाहर किए गए अवैध निर्माण को हटाने की कार्रवाई की थी. इससे मंदिर को कोई नुकसान नहीं किया गया है.