शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु द्वारा दिए बयान में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पलटवार किया है और सरकार पर तानाशाही करने का आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री प्रदेश के लोगों द्वारा कांग्रेस को पूरी तरह नकार देने के कारण हताशा में हैं इसलिए वह इधर-उधर की बातें कर रहे हैं. वहीं, भाजपा के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है. यह सरकार पूरी तरह से नाकाम हो गई है. लोगों को सिर्फ़ परेशान करने के अलावा कोई काम नहीं कर रही.
आज प्रदेश में हर व्यक्ति सरकार से निराश है. रोजगार से लेकर विकास के मामले में यह सरकार पिछली सरकार के कामों को एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा पाई है. एक भी युवा को रोजगार नहीं मिला है. यह सरकार सिर्फ़ अपने मित्रों के लिए काम कर रही है और उन्हीं का भला करने में व्यस्त है. सुक्खू सरकार सिर्फ़ मित्रों के लिए समर्पित है जिससे आम आदमी के हितों से कोई लेना-देना नहीं है.
इस बार के उपचुनाव में भी प्रदेश के लोग इस सरकार को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठे हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह सरकार सत्ता के दुरुपयोग से विपक्ष को परेशान कर रही है. मुख्यमंत्री निर्दलीय विधायकों को पहले समर्थन के लिए प्रताड़ित करते रहे और जब वे इस्तीफ़ा देकर चुनाव लड़ रहे हैं तो उन्हें परेशान किया जा रहा है.
सीएम उनके खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री सरकार को झूठ बोल कर चला रहे हैं और झूठ के भरोसे चुनाव लड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री यह भूल रहे हैं कि झूठ की उम्र बहुत लंबी नहीं होती. भाजपा प्रत्याशियों के खिलाफ किए जा रहे दुष्प्रचार को लेकर उन्हें कोर्ट में जवाब देना होगा.
भाजपा के प्रत्याशियों को फर्जी मामलों में फंसाने की कोशिश हो रही है. प्रदेश का पूरा तंत्र अपनी पूरी शक्ति भाजपा के प्रत्याशियों को परेशान करने में लगा रहा है जबकि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ी हुई है.
बिलासपुर में हुए गोलीकांड को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कहा दिनदहाड़े गोलियां चल रही हैं. प्रदेश में भाड़े के शूटर कोर्ट परिसर में तांडव मचा रहे हैं. क्या मुख्यमंत्री प्रदेश में अपराधियों के इस तरह के बोलबाले को ही व्यवस्था परिवर्तन कह रहे हैं?
ये भी पढ़ें: हिमाचल में इस साल फायर सीजन में जंगलों में आग लगने के अब तक 2168 मामले, इतने करोड़ का हुआ नुकसान