भोपाल। संसद सदस्यों की फेहरिस्त में मध्यप्रदेश के नकुलनाथ की गिनती सबसे धनाड्य सांसदों में होती है. अपनी संपत्ति को लेकर जितने चर्चित रहते हैं उतनी ही कम चर्चा उनकी सदन में सक्रियता को लेकर होती है. पिछले 5 सालों में उन्होंने सिर्फ 29 सवाल ही सरकार से पूछे, जबकि वे मध्यप्रदेश से इकलौते कांग्रेस सांसद हैं. सदन में सक्रियता को लेकर शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह उनसे भी कमतर हैं. उन्होंने कांग्रेस सांसद से भी कम सवाल क्षेत्र को लेकर सदन में उठाए. वे 5 साल में सिर्फ 22 सवाल ही सरकार से पूछ सकीं. लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश की 29 सीटों में से 9 पर सांसद फिर रिपीट हुए हैं, इसमें से 1 सांसद कांग्रेस और बाकी बीजेपी के हैं. आइए बताते हैं कि पिछले 5 सालों में यह सांसद सदन में कितने मुखर रहे.
प्रदेश के इकलौते कांग्रेसी सांसद सदन में चुप
मध्यप्रदेश में कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद नकुलनाथ फिर मैदान में हैं. पिछले संसदीय कार्यकाल के दौरान उन्होंने सदन के तमाम सत्रों में हिस्सा तो लिया, लेकिन क्षेत्र के मुद्दों को दमदारी से उठाने में कम ही सक्रिय दिखाई दिए. नकुलनाथ ने पिछले 5 सालों में सदन में सिर्फ 29 सवाल ही पूछे. उन्होंने सिर्फ 1 डिबेट में हिस्सा लिया. उन्होंने
छिंदवाड़ा से सागर के बीच रेल लाइन को ब्रॉड गेज करने और रेलवे ओवर ब्रिज के लिए फंड की बात प्रमुखता से उठाई.
महिला सांसद ने पूछे सबसे कम सवाल
शहडोल लोकसभा सीट से फिर चुनाव मैदान में उतरी हिमाद्री सिंह सदन की कार्यवाही के दौरान मौजूद तो रहीं, लेकिन क्षेत्र की समस्याओं को लेकर उन्होंने सदन में सवाल लगाने में बेहद कंजूसी की. उन्होंने 5 साल में सिर्फ 22 सवाल ही सरकार से पूछे जबकि वे 5 समितियों में सदस्य भी रहीं. उन्होंने 5 डिबेट में हिस्सा लिया. उन्होंने क्षेत्र में माइक्रो फॉर्मिंग के लिए डेम, शहडोल के स्थानीय कार्यक्रम को प्रसारित कराने, शहडोल में सैनिक स्कूल खोलने और क्षेत्र में ट्रेन सुविधा को लेकर सवाल उठाए.
वीडी शर्मा ने सरकार से पूछे 176 सवाल
खजुराहो लोकसभा सीट से फिर चुनाव में उतरे प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने पिछले 5 सालों में सरकार से 176 सवाल पूछे. वे सदन की कार्यवाही के दौरान 1 बिल लेकर आए, उन्हें 8 आश्वासन मिले. उन्होंने 17 डिबेट में हिस्सा लिया. उन्होंने खजुराहो एयरपोर्ट फ्लाइट कनेक्टिविटी का मुद्दा, पन्ना में रोजगार उपलब्ध कराने, रेल लाइन को ब्रॉड गेज करने जैसे स्थानीय मुद्दों को सरकार के सामने रखा.
भिंड सांसद ने पूछे 83 सवाल
भिंड लोकसभा सीट से एक बार फिर बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी संध्या राय ने पिछले 5 सालों के दौरान संसद में 83 प्रश्न पूछे. सदन की कार्यवाही के दौरान वे 1 बिल लेकर आईं और 3 सवालों को लेकर उन्हें सरकार से आश्वासन प्राप्त हुए. उन्होंने 11 डिबेट में हिस्सा लिया. संध्या राय ने आयुष मेडिसिन के वितरण, स्टील प्रोडक्शन की ब्रांडिंग, सोलर एनर्जी, क्षेत्र में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े कई मुददे सदन में उठाए.
राजगढ़ सांसद ने उठाई रेल लाइन की मांग
राजगढ़ लोकसभा सीट से बीजेपी ने फिर रोडमल नागर को चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है. नागर संसद के सत्रों में सक्रिय दिखाई दिए. उन्होंने पिछले 5 सालों में हुए सत्रों में 126 सवाल पूछे. 3 मामलों में उन्हें आश्वासन मिले. उन्होंने 27 डिबेट में हिस्सा भी लिया. उन्होंने मक्सी-रूठियाई के बीच डबल रेल लाइन, रामगंजमंडी-भोपाल रेल लाइन, नरसिंहगढ़ में केन्द्रीय विद्यालय खोलने, राजगढ़ में लॉजिस्टिक पार्क खोलने जाने की मांग सदन में जोरशोर से उठाई.
रीवा सांसद ने सवाल पूछने में की कंजूसी
रीवा से फिर उम्मीदवार बनाए गए बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्र ने सदन में सवाल उठाने में जरूर कंजूसी दिखाई लेकिन डिबेट में खूब हिस्सा लिया. उन्होंने 41 डिबेट में हिस्सा लिया. सदन में 52 सवालों के जरिए क्षेत्र की समस्याएं उठाईं. वे 10 समितियों में सदस्य भी रहे. उन्होंने आदिवासी युवाओं के रोजगार, पैक्ड फूड की बिक्री में गड़बड़ी, क्षेत्र में स्मार्ट सिटी जैसे मुद्दे उठाए.
सतना सांसद ने पूछे 155 सवाल
बीजेपी सांसद गणेश सिंह फिर सतना लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं. पिछले 5 सालों के दौरान उन्होंने मजबूती से सदन में क्षेत्र के सवालों को उठाया. उन्होंने 5 सालों के दौरान 155 सवाल पूछे, जबकि 89 डिबेट में हिस्सा लिया. 13 सवालों में उन्हें आश्वासन मिला. उन्होंने क्षेत्र में संजीविनी क्लीनिक, रेल्वे लाइन और रेल्वे स्टेशन, नेशनल हाईवे को लेकर कई सवाल उठाए.
मंत्री होते हुए पूछे सवाल
सीनियर सांसद और टीकमगढ़ से बीजेपी के उम्मीदवार वीरेन्द्र खटीक सरकार में मंत्री रहे हैं. हालांकि मंत्री रहते क्षेत्र की समस्याओं को लेकर वे सदन में सवाल उठाते रहे हैं. उन्होंने 59 सवाल पूछे, जबकि 72 डिबेट में हिस्सा लिया. वे 11 बिल भी सदन में लेकर आए.उन्होंने क्षेत्र में होने वाले पिछड़े वर्ग के लोगों का पलायन, हैंडलूम सेक्टर में काम करने वाले मजदूरों की स्थिति, शिक्षा, बेरोजगारी के मुद्दों को सदन में मजबूती से रखा.
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फग्गन सिंह कुलस्ते ने नहीं पूछे सवाल
मंडला लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार फग्गन सिंह कुलस्ते एक बार फिर इस सीट से मैदान में हैं. सरकार में वे केन्द्रीय मंत्री रहे हैं, इस वजह से सदन में उन्होंने सवाल तो नहीं पूछे, लेकिन 24 डिबेट में हिस्सा लिया.