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पटरी पर लौटी केदारनाथ यात्रा, श्रद्धालुओं की बढ़ी तादाद, पड़ावों पर तैनात जवान कर रहे मदद - walking route started in kedarnath - WALKING ROUTE STARTED IN KEDARNATH

Kedarnath Walking Route Started आपदा के बाद केदारनाथ मार्ग को दुरुस्त कर लिया गया है. जिसके बाद केदारनाथ धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं सुरक्षा में तैनात जवान यात्रियों की हर संभव मदद कर रहे हैं.

Kedarnath Walking Route Started
केदारनाथ पैदल यात्रा पटरी पर लौटी (Photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 31, 2024, 8:38 AM IST

Updated : Aug 31, 2024, 8:47 AM IST

पटरी पर लौटी बाबा केदार की यात्रा (Video- ETV Bharat)

रुद्रप्रयाग: आपदा की यादों को पीछे छोड़ते हुए केदारनाथ धाम की यात्रा दोबारा पटरी पर लौट आई है और भारी संख्या में श्रद्धालु पैदल मार्ग से धाम पहुंच रहे हैं. पहले की तरह श्रद्धालु पैदल यात्रा मार्ग पर पैदल, घोड़े-खच्चरों, डंडी-कंडी से आवाजाही कर रहे हैं. प्रशासन ने 31 जुलाई की रात को जगह-जगह ध्वस्त हुए पैदल यात्रा मार्ग को पहले लोगों के लिए और फिर घोड़े-खच्चरों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है.

यात्रा पकड़ने लगी रफ्तार: केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग दुरुस्त होने पर पैदल यात्रा पड़ावों पर रोजगार करने वाले ढ़ाबे और दुकान संचालकों ने भी अपने प्रतिष्ठान खोल दिये हैं. इसके अलावा यात्रा मार्ग पर प्रशासन के सुरक्षा जवान और डॉक्टर के अलावा अन्य सुविधाएं भी दी जा रही है. अब तक बाबा केदारनाथ की यात्रा में 10 लाख 97 हजार 375 से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं.

मार्ग को किया गया दुरुस्त: 31 जुलाई की रात को केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर रामबाड़ा, लिंनचोली और जंगलचट्टी में भारी अतिवृष्टि हुई थी. पैदल यात्रा मार्ग कई स्थानों पर ध्वस्त हो गया था. जंगलचट्टी, लिंनचोली सहित अन्य कई स्थानों पर पैदल यात्रा मार्ग का कई मीटर हिस्से का नामो निशान ही मिट गया था. रेस्क्यू अभियान के दौरान ही प्रशासन ने मजदूरों की टीमों को पैदल यात्रा मार्ग को दुरूस्त करने के लिये भेजा और एक माह से भी कम समय में पैदल यात्रा मार्ग सुरक्षित आवाजाही के लिये तैयार है.

सुरक्षा के लिए जवान तैनात: पहले की ही तरह अब यात्रा मार्ग पर डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चरों की आवाजाही शुरू हो गई है. इसके अलावा कुछ स्थानों पर यात्रा मार्ग की मरम्मत का कार्य भी जारी है. सोनप्रयाग में रजिस्ट्रेशन के बाद यात्री धाम के लिये रवाना हो रहे हैं.प्रशासन यात्रा पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. यात्रा की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. केदारनाथ हाईवे के डेंजर जोनों पर जेसीबी मशीन तैनात हैं और यहां पर सुरक्षा जवान भी यात्रियों यात्री वाहनों को सुरक्षित आर-पार करवा रहे हैं. इसके अलावा यात्रा मार्ग पर यात्रियों की सहायता के लिये सेक्टर मजिस्ट्रेट, सुरक्षा जवान, डॉक्टर सहित अन्य पैरामेडिकल की टीमें तैनात हैं.

डीएम ने कही ये बात: जिलाधिकारी डाॅ सौरभ गहरवार ने कहा कि पैदल यात्रा मार्ग पर विधिवत आवाजाही हो रही है. यात्री अब घोड़े-खच्चरों से भी आवाजाही कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए धाम सहित सम्पूर्ण पैदल यात्रा मार्ग पर सुरक्षा जवान, डॉक्टर, सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं. डीडीएम गुप्तकाशी के मजदूरों ने कम समय में पैदल यात्रा मार्ग को दुरुस्त किया है. यात्रियों का रजिस्ट्रेशन करके उन्हें आगे भेजा जा रहा है. धाम पहुंचने पर भक्तों को अच्छे से दर्शन कराये जा रहे हैं.

सुरक्षित है पैदल केदारनाथ यात्रा: महाराष्ट्र से आए श्रद्धालु भी पैदल यात्रा मार्ग से केदारनाथ धाम पहुंचे. धाम पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने बताया कि पैदल मार्ग आवाजाही के लिए सुरक्षित है. जहां कुछ दिक्कतें हैं भी तो वहां पर सुरक्षा जवान तैनात हैं. यात्रा मार्ग पर रहने और खाने की भी कोई परेशानी नहीं है. घोड़े-खच्चर भी आसानी से चल रहे हैं. धाम पहुंचने पर प्रशासन और मंदिर समिति की ओर से अच्छे से दर्शन कराये जा रहे हैं.

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पटरी पर लौटी बाबा केदार की यात्रा (Video- ETV Bharat)

रुद्रप्रयाग: आपदा की यादों को पीछे छोड़ते हुए केदारनाथ धाम की यात्रा दोबारा पटरी पर लौट आई है और भारी संख्या में श्रद्धालु पैदल मार्ग से धाम पहुंच रहे हैं. पहले की तरह श्रद्धालु पैदल यात्रा मार्ग पर पैदल, घोड़े-खच्चरों, डंडी-कंडी से आवाजाही कर रहे हैं. प्रशासन ने 31 जुलाई की रात को जगह-जगह ध्वस्त हुए पैदल यात्रा मार्ग को पहले लोगों के लिए और फिर घोड़े-खच्चरों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है.

यात्रा पकड़ने लगी रफ्तार: केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग दुरुस्त होने पर पैदल यात्रा पड़ावों पर रोजगार करने वाले ढ़ाबे और दुकान संचालकों ने भी अपने प्रतिष्ठान खोल दिये हैं. इसके अलावा यात्रा मार्ग पर प्रशासन के सुरक्षा जवान और डॉक्टर के अलावा अन्य सुविधाएं भी दी जा रही है. अब तक बाबा केदारनाथ की यात्रा में 10 लाख 97 हजार 375 से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं.

मार्ग को किया गया दुरुस्त: 31 जुलाई की रात को केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर रामबाड़ा, लिंनचोली और जंगलचट्टी में भारी अतिवृष्टि हुई थी. पैदल यात्रा मार्ग कई स्थानों पर ध्वस्त हो गया था. जंगलचट्टी, लिंनचोली सहित अन्य कई स्थानों पर पैदल यात्रा मार्ग का कई मीटर हिस्से का नामो निशान ही मिट गया था. रेस्क्यू अभियान के दौरान ही प्रशासन ने मजदूरों की टीमों को पैदल यात्रा मार्ग को दुरूस्त करने के लिये भेजा और एक माह से भी कम समय में पैदल यात्रा मार्ग सुरक्षित आवाजाही के लिये तैयार है.

सुरक्षा के लिए जवान तैनात: पहले की ही तरह अब यात्रा मार्ग पर डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चरों की आवाजाही शुरू हो गई है. इसके अलावा कुछ स्थानों पर यात्रा मार्ग की मरम्मत का कार्य भी जारी है. सोनप्रयाग में रजिस्ट्रेशन के बाद यात्री धाम के लिये रवाना हो रहे हैं.प्रशासन यात्रा पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. यात्रा की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. केदारनाथ हाईवे के डेंजर जोनों पर जेसीबी मशीन तैनात हैं और यहां पर सुरक्षा जवान भी यात्रियों यात्री वाहनों को सुरक्षित आर-पार करवा रहे हैं. इसके अलावा यात्रा मार्ग पर यात्रियों की सहायता के लिये सेक्टर मजिस्ट्रेट, सुरक्षा जवान, डॉक्टर सहित अन्य पैरामेडिकल की टीमें तैनात हैं.

डीएम ने कही ये बात: जिलाधिकारी डाॅ सौरभ गहरवार ने कहा कि पैदल यात्रा मार्ग पर विधिवत आवाजाही हो रही है. यात्री अब घोड़े-खच्चरों से भी आवाजाही कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए धाम सहित सम्पूर्ण पैदल यात्रा मार्ग पर सुरक्षा जवान, डॉक्टर, सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं. डीडीएम गुप्तकाशी के मजदूरों ने कम समय में पैदल यात्रा मार्ग को दुरुस्त किया है. यात्रियों का रजिस्ट्रेशन करके उन्हें आगे भेजा जा रहा है. धाम पहुंचने पर भक्तों को अच्छे से दर्शन कराये जा रहे हैं.

सुरक्षित है पैदल केदारनाथ यात्रा: महाराष्ट्र से आए श्रद्धालु भी पैदल यात्रा मार्ग से केदारनाथ धाम पहुंचे. धाम पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने बताया कि पैदल मार्ग आवाजाही के लिए सुरक्षित है. जहां कुछ दिक्कतें हैं भी तो वहां पर सुरक्षा जवान तैनात हैं. यात्रा मार्ग पर रहने और खाने की भी कोई परेशानी नहीं है. घोड़े-खच्चर भी आसानी से चल रहे हैं. धाम पहुंचने पर प्रशासन और मंदिर समिति की ओर से अच्छे से दर्शन कराये जा रहे हैं.

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Last Updated : Aug 31, 2024, 8:47 AM IST
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