पटनाः राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने रविवार की सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट कर केंद्र सरकार पर रेलवे को बचने का आरोप लगाया था. लालू ने एक्स पर लिखा कि 10 बरसों में मोदी की एनडीए सरकार ने रेल का किराया बढ़ा दिया. प्लेटफार्म टिकट का दाम भी बढ़ा दिया. स्टेशन बेच दिए और जनरल बोगियां घटा दी. बुजुर्गों को मिलने वाला लाभ तक खत्म कर दिया है. अब ये कहीं रेल की पटरियां ना बेच दें. इस पर सियासी बयानबाजी शुरू हो गयी. जदयू ने कहा रेल मंत्री रहकर लालू यादव ने जमीन लेकर नौकरी दी, यही उनकी उपलब्धि थी.
स्क्रैप बेचकर मुनाफा कमायाः जदयू की प्रवक्ता अंजुम आरा ने कहा कि लालू यादव और विकास दो अलग अलग पहलू हैं. लालू यादव किसी क्षेत्र में काम करें, यह कभी हो ही नहीं सकता है. लालू यादव जब बिहार के मुख्यमंत्री रहे और जब रेल मंत्री रहे तो बिहार का क्या हाल था, यह बिहार की जनता को अच्छी तरह से याद है. अंजुम आरा ने कहा कि लालू यादव ने रेलवे के स्क्रैप को बेचकर मुनाफा दिखाया था. तब रेलवे के क्या हालात थे उसके बारे में वह नहीं बोलते हैं.
"लालू यादव ने रेलवे में कोई काम किया था तो वो है, जमीन लेकर रेलवे में नौकरी देना. जिसको लेकर अभी भी ईडी ने उनके परिवार पर मुकदमा दर्ज किया है. अब लालू यादव को इस मामले में कोर्ट में पेश भी होना है और आज वो अपने कार्य का गुणगान कर रहे हैं."- अंजुम आरा, जदयू प्रवक्ता
नई ट्रेन चलायी जा रहीः अंजुम आरा ने कहा कि अभी अच्छा से अच्छा प्लेटफार्म हो गया है. वंदे भारत ट्रेन चलाई जा रही है. रेल यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाई गई है. अभी भी रेलवे मुनाफे में है. वहीं भाजपा प्रवक्ता कुंतल कृष्णन ने कहा कि लालू यादव, रेलवे को लेकर जो बात कर रहे हैं, पूरी तरह से बेबुनियाद है. उन्हें पता होना चाहिए कि भारतीय रेल 3200 करोड़ मुनाफा में चल रहा है. लगातार यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाई जा रही है. नई तरह की ट्रेन भी चलाई जा रही है.
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