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लखीमपुर खीरी में रहस्यमयी बुखार से 10 दिनों में 12 लोगों की मौत - Mysterious fever in Lakhimpur Kheri

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 16, 2024, 8:29 PM IST

MYSTERIOUS FEVER IN LAKHIMPUR KHERI: लखीमपुर खीरी की मितौली तहसील क्षेत्र के मदारीपुर गांव में इन दिनों रहस्यमयी बुखार को जबरदस्त प्रकोप है. बीते 10 दिनों में 12 लोगों की मौत हो चुकी है. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में डेरा डाला रखा है.

लखीमपुर में रहस्यमयी बुखार से 12 लोगों की मौत.
लखीमपुर में रहस्यमयी बुखार से 12 लोगों की मौत. (Photo Credit: ETV Bharat)

लखीमपुर खीरी : मितौली तहसील क्षेत्र के मदारीपुर गांव में इन दिनों रहस्यमयी बुखार का प्रकोप है. बीते 10 दिनों में 12 लोगों की मौत से जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. हालांकि इतना सब होने के बावजूद कोई भी अधिकारी गांव नहीं पहुंचा है. इससे आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीण शुक्रवार को एसडीम मितौली विनीत उपाध्याय के पास पहुंचे तो सरकारी अमला सतर्क हुआ. एसडीएम ने तत्काल फोन करके स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया. इसके बाद सीएचसी अधीक्षक डॉ. देवेंद्र कुमार सिंह की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव भेजी गई.


मामला मितौली ब्लॉक की ग्राम पंचायत भिरावाग्रंट के मजरा मदारीपुरवा का है. ग्रामीणों के अनुसार बीते तीन माह व 8 दिन में 12 लोगों की मौत सहित कुल 16 लोगों की असमय मौत हो चुकी है. ग्रामीणों के अनुसार इन मौतों का कारण रहस्य बुखार है. इसके लक्षण मलेरिया, डेंगू जैसे हैं. लगातार हो रही मौतों से डरे सहमे सैकड़ों ग्रामीणों ने गोविंद प्रसाद की अगुवाई में एसडीएम विनीत कुमार उपाध्याय के पास शिकायत लेकर पहुंचे थे.


पीएचसी पर नहीं हुआ इलाज : ग्रामीणों के अनुसार पंचायत के मजरा चुरईपुरवा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होने के बाद भी रहस्यमयी व जानलेवा बुखार का इलाज नहीं हो पाया. इसके चलते बुखार से गांव के सुनील (35), कांति (32), अखिलेश (35), फूलमती (70), प्रकाश (72), चांदनी (28), मतिका (72), प्रताप (38), जसकरन (40), दाताराम (42), रामप्यारी (66), आरती (24), हिमालवती (18), खुशबू (15), रामगुनी ( 39) व 8 वर्षीय एसपी गौतम पुत्री दीपू की मौत हो चुकी है. इतने लोगों की मौतों के बाद भी गांव में साफ सफाई आदि के कोई इंतजाम नहीं किए गए. अब एसडीएम से शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची है.


पांच मरीज मिले मलेरिया पॉजिटिव : सीएचसी अधीक्षक डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि गांव में कैंप लगाकर 60 लोगों की जांच कराई गई है. इनमें पांच लोग मलेरिया पॉजिटव पाए गए हैं. इसके अलावा गांव के करीब 200 लोगों को बुखार व अन्य बीमारियों की दवाएं दी गई हैं. अधीक्षक के अनुसार कुछ लोगों की जान झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने की वजह से हुई है. गांव में एन्टी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष गुप्ता ने बताया कि ग्रामीण मौतों का आंकड़ा झूठ बता रहे हैं. लोगों की मौत के आंकड़े बीते 6 महीनों के हैं. इनमें कई लोग अन्य बीमारियों से मौत का शिकार हुए हैं. फिलहाल प्रकरण संज्ञान में आते ही गांव में कैंप लगाकर जांच कराई जा रही है. काफी लोग मलेरिया बुखार से पीड़ित पाए गए हैं.

यह भी पढ़ें : हापुड़ में रहस्यमयी बुखार से पांच की मौत, 200 से अधिक बीमार

यह भी पढ़ें : हरियाणा में रहस्यमयी बुखार से अब तक 24 बच्चों की मौत, स्वास्थ्य विभाग को जांच का सहारा

लखीमपुर खीरी : मितौली तहसील क्षेत्र के मदारीपुर गांव में इन दिनों रहस्यमयी बुखार का प्रकोप है. बीते 10 दिनों में 12 लोगों की मौत से जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. हालांकि इतना सब होने के बावजूद कोई भी अधिकारी गांव नहीं पहुंचा है. इससे आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीण शुक्रवार को एसडीम मितौली विनीत उपाध्याय के पास पहुंचे तो सरकारी अमला सतर्क हुआ. एसडीएम ने तत्काल फोन करके स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया. इसके बाद सीएचसी अधीक्षक डॉ. देवेंद्र कुमार सिंह की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव भेजी गई.


मामला मितौली ब्लॉक की ग्राम पंचायत भिरावाग्रंट के मजरा मदारीपुरवा का है. ग्रामीणों के अनुसार बीते तीन माह व 8 दिन में 12 लोगों की मौत सहित कुल 16 लोगों की असमय मौत हो चुकी है. ग्रामीणों के अनुसार इन मौतों का कारण रहस्य बुखार है. इसके लक्षण मलेरिया, डेंगू जैसे हैं. लगातार हो रही मौतों से डरे सहमे सैकड़ों ग्रामीणों ने गोविंद प्रसाद की अगुवाई में एसडीएम विनीत कुमार उपाध्याय के पास शिकायत लेकर पहुंचे थे.


पीएचसी पर नहीं हुआ इलाज : ग्रामीणों के अनुसार पंचायत के मजरा चुरईपुरवा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होने के बाद भी रहस्यमयी व जानलेवा बुखार का इलाज नहीं हो पाया. इसके चलते बुखार से गांव के सुनील (35), कांति (32), अखिलेश (35), फूलमती (70), प्रकाश (72), चांदनी (28), मतिका (72), प्रताप (38), जसकरन (40), दाताराम (42), रामप्यारी (66), आरती (24), हिमालवती (18), खुशबू (15), रामगुनी ( 39) व 8 वर्षीय एसपी गौतम पुत्री दीपू की मौत हो चुकी है. इतने लोगों की मौतों के बाद भी गांव में साफ सफाई आदि के कोई इंतजाम नहीं किए गए. अब एसडीएम से शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची है.


पांच मरीज मिले मलेरिया पॉजिटिव : सीएचसी अधीक्षक डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि गांव में कैंप लगाकर 60 लोगों की जांच कराई गई है. इनमें पांच लोग मलेरिया पॉजिटव पाए गए हैं. इसके अलावा गांव के करीब 200 लोगों को बुखार व अन्य बीमारियों की दवाएं दी गई हैं. अधीक्षक के अनुसार कुछ लोगों की जान झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने की वजह से हुई है. गांव में एन्टी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष गुप्ता ने बताया कि ग्रामीण मौतों का आंकड़ा झूठ बता रहे हैं. लोगों की मौत के आंकड़े बीते 6 महीनों के हैं. इनमें कई लोग अन्य बीमारियों से मौत का शिकार हुए हैं. फिलहाल प्रकरण संज्ञान में आते ही गांव में कैंप लगाकर जांच कराई जा रही है. काफी लोग मलेरिया बुखार से पीड़ित पाए गए हैं.

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