कोटा. 2 जुलाई को कोटा विश्वविद्यालय का दसवां दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया जाएगा. इसके लिए बड़ा डोम बनाने के कार्य के साथ अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं. यूनिवर्सिटी 88692 कैंडिडेट्स को डिग्री वितरित करेगी, इनमें 43677 छात्र और 45015 छात्राएं हैं. इसके साथ ही इन विद्यार्थियों को 28 सिक्योरिटी फीचर वाली डिग्री दी जाएगी, जिससे ना फाड़ा जा सकता है, ना केमिकल के जरिए जलाया जा सकता है.
कोटा विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डॉ. नीलिमा सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय की तरफ से 60 गोल्ड मेडल और कुलाधिपति व कुलपति पदक दिए जाएंगे, इन्हें मिलाकर 62 गोल्ड मेडल दिए जाएंगे. इनमें 18 छात्र और 44 छात्राएं हैं. यानी गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली छात्राओं की संख्या 71 फीसदी है, जबकि छात्रों की संख्या 29 फीसदी है. कुलाधिपति पदक विज्ञान संकाय में बीते 6 सालों में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली साक्षी जैन और कुलपति पदक समाज विज्ञान संकाय में बीते 6 साल में अधिकतम अंक लाने वाली पूजा साहू को दिया जाएगा. इसके साथ ही पीएचडी की बात की जाए तो 49 कैंडिडेट्स को उपाधि मिलेगी. इसमें 25 छात्र और 24 छात्राएं हैं. यहां भी बराबरी जैसे स्थिति छात्र-छात्राओं की है.
सिक्योरिटी फीचर से लैस है डिग्री : यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक प्रवीण भार्गव ने डिग्री की खासियत बताते हुए कहा कि इसे फाड़ा नहीं जा सकता है. इसमें क्यूआर कोड से स्कैनिंग कर असलियत का पता लगाया जा सकता है. इसके साथ ही बारकोड से भी स्कैनिंग हो सकती है. यह केमिकल रेसिस्टेंट है. इसमें एसिड का भी असर नहीं होता है. साथ ही पानी में भी यह कागज गलता नहीं है. यूनिवर्सिटी की केमिस्ट्री लैब में इसकी टेस्टिंग भी की जा चुकी है.
मैजिक टेक्स्ट व इनविजिबल सिग्नेचर : एसोसिएट प्रोफेसर घनश्याम शर्मा ने बताया कि साल 2012 से डिग्री में सिक्योरिटी फीचर की शुरुआत की गई थी, इसके बाद इन्हें बढ़ाकर 28 कर दिया गया है. इसके अलावा मैजिक टेक्स्ट भी है, कोई भी व्यक्ति इसकी हूबहू डुप्लीकेट बनाने की कोशिश करेगा तो यह मैजिक टेक्स्ट उसमें नजर आने लग जाएंगे. साथ ही क्यूआर व बार कोड से जब डिग्री जांच होगी तो असली कैंडिडेट का नाम आएगा. इस डिग्री में कई जगह पर वाइस चांसलर के इनविजिबल सिग्नेचर भी हैं, साथ ही कई हाइट सिक्योरिटी के फीचर भी इसमें है, जिन्हें खुलासा नहीं करते.
राज्यपाल और डिप्टी सीएम आएंगे समारोह में : कुलसचिव प्रोफेसर रीना दाधीच में बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल कलराज मिश्र करेंगे. इसके साथ ही दीक्षांत अतिथि के रूप में वनस्थली विद्यापीठ निवाई टोंक की वाइस चांसलर प्रोफेसर ईना शास्त्री व विशिष्ट अतिथि के तौर पर राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा मौजूद रहेंगे. समारोह का सीधा प्रसारण विश्वविद्यालय की वेबसाइट फेसबुक और यूट्यूब के जरिए किया जाएगा.