ETV Bharat / state

मृतक छात्र के पिता ने कहा- मेरे बेटे की मौत के लिए नीट-यूजी है जिम्मेदार - Kota Student Suicide Case

Kota Student Suicide Case, कोटा में नीट यूजी की तैयारी कर रहे एक छात्र ने खुदकुशी कर ली. मृतक छात्र के पिता ने आरोप लगाया कि नीट यूजी परीक्षा में धांधली के कारण ही उनके बेटे ने आत्महत्या की है. उन्होंने कहा कि नीट यूजी परीक्षा में बड़े-बड़े लोगों ने पैसे देकर अपने बच्चों का एडमिशन करा लिया, जो गरीबों के बच्चों के साथ अन्याय है.

Kota Student Suicide Case
मृतक छात्र के पिता का बड़ा आरोप (ETV BHARAT KOTA)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 5, 2024, 5:15 PM IST

मृतक कोचिंग छात्र परशुराम के पिता खीचरमल (ETV BHARAT KOTA)

कोटा : उत्तर प्रदेश के मथुरा के मानपुरा बरसाना से कोटा में मेडिकल एंट्रेंस की कोचिंग करने आए 21 वर्षीय स्टूडेंट परशुराम की आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. गुरुवार को मृतक छात्र के पिता कोटा पहुंचे. उन्होंने अपने बेटे की मौत के लिए जिम्मेदार बताते हुए नीट यूजी परीक्षा में धांधली का आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि नीट यूजी परीक्षा में बड़े-बड़े लोगों ने पैसे देकर अपने बच्चों का एडमिशन करा लिया, जो गरीबों के बच्चों के साथ अन्याय है. दूसरी तरफ मृतक परशुराम के शव का गुरुवार को पोस्टमार्टम कराया गया. उसके बाद जवाहर नगर थाना पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिया.

परशुराम के पिता खीचरमल ने कहा कि नीट यूजी में बच्चों के धांधली ही नहीं, पूरी डकैती हुई है. नौजवानों के साथ खिलवाड़ किया गया है. बड़े-बड़े लोगों के बच्चों को पैसा लेकर पास कर दिया गया, जबकि मजदूरी कर बच्चों को पढ़ाने वालों को मदद नहीं मिल पाई है.

इसे भी पढ़ें - 7 दिन पहले कोटा में नीट की तैयारी करने आए UP के छात्र ने की खुदकुशी, इस साल का 12वां मामला - suicide in Kota

परशुराम तीन बार दे चुका था नीट यूजी की परीक्षा : मृतक छात्रा के पिता खीचरमल ने बताया कि वो अपने बेटे को मजदूरी करके पढ़ा रहे थे. बेटा भी पढ़ाई में होशियार था और तीन बार नीट यूजी की परीक्षा दे चुका था. उन्होंने कहा कि साल 2022 में उनके बेटे ने कोटा से तैयारी शुरू की और उसके 490 नंबर आए थे. उसके बाद उसने 2023 में मथुरा से पढ़ाई की तो वहां 450 और 2024 में कोटा से पढ़ाई की, लेकिन नंबर में गड़बड़झाला हो गया. इस दौरान उनके बेटे ने कभी 647 और फिर 247 नंबर बताए थे. इसके बाद वह अभी 28 अगस्त को दोबारा कोटा नीट यूजी की तैयारी करने के लिए आया था.

खुदकुशी से पहले छात्र ने पिता को कही थी ये बात : परशुराम के पिता खीचरमल ने बताया कि परशुराम से उनकी बुधवार दोपहर 1:35 बजे बात हुई थी. वह उदास था. उसने कहा था कि मेरा मन नहीं लग रहा है, तब मैंने उससे कहा था कि मन तो लगाना पड़ेगा. साथ ही यह भी कहा था कि मैं खुद एक-दो दिन में आ जाऊंगा या फिर तुम्हारी मम्मी को गांव से भेज दूंगा. उसने यह भी कहा था कि मैं गांव आ जाता हूं, तब मैं सहमति जताते हुए कहा था कि तुम गांव आ जाओ. यहां से पढ़ाई कर लेना. उसके बाद मैंने उसे दोबारा फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया. रात को मुझे उसके तबीयत खराब होने की सूचना मिली. यहां पर आया तो उसके मौत की जानकारी मिली.

मृतक कोचिंग छात्र परशुराम के पिता खीचरमल (ETV BHARAT KOTA)

कोटा : उत्तर प्रदेश के मथुरा के मानपुरा बरसाना से कोटा में मेडिकल एंट्रेंस की कोचिंग करने आए 21 वर्षीय स्टूडेंट परशुराम की आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. गुरुवार को मृतक छात्र के पिता कोटा पहुंचे. उन्होंने अपने बेटे की मौत के लिए जिम्मेदार बताते हुए नीट यूजी परीक्षा में धांधली का आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि नीट यूजी परीक्षा में बड़े-बड़े लोगों ने पैसे देकर अपने बच्चों का एडमिशन करा लिया, जो गरीबों के बच्चों के साथ अन्याय है. दूसरी तरफ मृतक परशुराम के शव का गुरुवार को पोस्टमार्टम कराया गया. उसके बाद जवाहर नगर थाना पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिया.

परशुराम के पिता खीचरमल ने कहा कि नीट यूजी में बच्चों के धांधली ही नहीं, पूरी डकैती हुई है. नौजवानों के साथ खिलवाड़ किया गया है. बड़े-बड़े लोगों के बच्चों को पैसा लेकर पास कर दिया गया, जबकि मजदूरी कर बच्चों को पढ़ाने वालों को मदद नहीं मिल पाई है.

इसे भी पढ़ें - 7 दिन पहले कोटा में नीट की तैयारी करने आए UP के छात्र ने की खुदकुशी, इस साल का 12वां मामला - suicide in Kota

परशुराम तीन बार दे चुका था नीट यूजी की परीक्षा : मृतक छात्रा के पिता खीचरमल ने बताया कि वो अपने बेटे को मजदूरी करके पढ़ा रहे थे. बेटा भी पढ़ाई में होशियार था और तीन बार नीट यूजी की परीक्षा दे चुका था. उन्होंने कहा कि साल 2022 में उनके बेटे ने कोटा से तैयारी शुरू की और उसके 490 नंबर आए थे. उसके बाद उसने 2023 में मथुरा से पढ़ाई की तो वहां 450 और 2024 में कोटा से पढ़ाई की, लेकिन नंबर में गड़बड़झाला हो गया. इस दौरान उनके बेटे ने कभी 647 और फिर 247 नंबर बताए थे. इसके बाद वह अभी 28 अगस्त को दोबारा कोटा नीट यूजी की तैयारी करने के लिए आया था.

खुदकुशी से पहले छात्र ने पिता को कही थी ये बात : परशुराम के पिता खीचरमल ने बताया कि परशुराम से उनकी बुधवार दोपहर 1:35 बजे बात हुई थी. वह उदास था. उसने कहा था कि मेरा मन नहीं लग रहा है, तब मैंने उससे कहा था कि मन तो लगाना पड़ेगा. साथ ही यह भी कहा था कि मैं खुद एक-दो दिन में आ जाऊंगा या फिर तुम्हारी मम्मी को गांव से भेज दूंगा. उसने यह भी कहा था कि मैं गांव आ जाता हूं, तब मैं सहमति जताते हुए कहा था कि तुम गांव आ जाओ. यहां से पढ़ाई कर लेना. उसके बाद मैंने उसे दोबारा फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया. रात को मुझे उसके तबीयत खराब होने की सूचना मिली. यहां पर आया तो उसके मौत की जानकारी मिली.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.