कोटा. राजस्थान के कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार प्रहलाद गुंजल ने शनिवार को बूंदी व केशोरायपाटन विधानसभा क्षेत्र के बूंदी शहर व इंदरगढ़, लाखेरी और कापरेन में कई स्थानों पर नुक्कड़ सभा, जनआशीर्वाद रैली एवं रोड शो कर जनसंपर्क किया. इस दौरान गुंजल ने कहा कि जब बिरला जी से कोटा-बूंदी की जनता ने उनके 10 साल के कामों व क्षेत्र की उपलब्धियां के बारे में पूछना शुरू किया तो अपनी निश्चित हार से डरे बिरला जी जो अपने आपको देश का तीसरे नंबर का ताकतवर व्यक्ति समझ रहे थे और भारतीय जनता पार्टी की स्टार प्रचारकों की सूची में खुद का नाम जुड़वाने में सफल हो गए थे, आज उन्हे ही इस सूची में से ढूंढ कर एक स्टार प्रचारक को कोटा लाना पड़ा गया.
गुंजल ने कहा कि जनता इस बार बिरला जी के 10 साल के कामों की किताब जांच कर ही वोट देने का मन बना चुकी है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति जब वोट डालने जाता हैं तो वह वोट नहीं देता भरोसा देता है और उस भरोसे में 5 साल का ताना-बना होता है. 10 साल अपने सपने बिरला जी को सौंप दिए और तब जब वह देश की सबसे ताकतवर कुर्सी पर जाकर बैठ गए. कोटा उनकी नजर में रहा ही नहीं तो कोटा वोट क्यों देगा. गुंजल ने कहा कि कोटा बूंदी में बदलाव की बयार है, लोग तय कर चुके हैं कि इस बार बिरला जी को संसद नहीं शक्तिनगर भेजेंगे.
ओल्ड पेंशन स्कीम पर बोले गुंजल : गुंजल ने कहा कि बिरला जी ओल्ड पेंशन स्कीम के बारे में आपने 10 साल क्या किया. इसके बारे में रेलवे कर्मचारी आंदोलित हैं. उन्होंने रेलवे कर्मचारियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि मैं रेलवे के कर्मचारियों को भरोसा दे रहा हूं कि आपके मामले में भारत की संसद में आवाज उठाऊंगा. मैं वहां मूक-दर्शक बनकर उपस्थिति दर्ज कराने नहीं जा रहा हूं. 10 साल सत्ता के नशे में मदहोश बिरला जी को गांव, गरीब, किसान, जवान नहीं दिखा. क्षेत्र की मूलभूत आवश्यकता नहीं दिखी. दो बार वोट मांगते समय किए अपने वादे याद नहीं रहे. अब क्षेत्र की जनता उनसे 10 साल के कर्मों का हिसाब मांग रही है तो कह रहे हैं कि एक मौका और दो, सब कर दूंगा. बिरला जी कोटा-बूंदी की जनता अब आपके इस बहकावे में आने वाली नहीं है.
अमित शाह भी नहीं बता पाए कि कोटा के लिए बिरला जी ने क्या किया : गुंजल ने कहा कि कोटा आए गृहमंत्री अमित शाह भी 10 सालों की सरकार व बिरला जी की कोटा-बूंदी की उपलब्धियां को नहीं गिना पाए. उन्होंने वही पुराना राग अलापते हुए मोदी-मंदिर के नाम पर ही वोट मांगे. गुंजल ने कहा कि कोटा-बूंदी की जनता इस बार काम के नाम पर वोट देगी. बिरला जी के पास बताने को कुछ नहीं है.