रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारियों को भारतीय जनता पार्टी ने अब फाइनल स्वरूप देना शुरू कर दिया है. रांची से दिल्ली तक सहयोगी दल आजसू और जदयू के नेताओं से सीट शेयरिंग के मुद्दे पर अनौपचारिक बैठक हो चुकी है. दूसरी ओर झारखंड के इंडिया ब्लॉक के दलों में अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा और इस बार सीटों का फॉर्मूला क्या होगा?
अब गठबंधन के एक घटक लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की झारखंड प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव ने तो यहां तक कह दिया कि भाजपा अपने किये गए अच्छे कार्यों से नहीं बल्कि वह हमारी कमियों की वजह से चुनाव जीत जाती है. अभी तक गठबंधन के सभी दलों के नेताओं की बैठक सीट शेयरिंग के मुद्दे पर हो जाना चहिए था.
राजद नेता अनिता यादव ने कहा कि अगर अभी से सभी सहयोगी दलों को पता हो कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा तो वह फोकस्ड क्षेत्र में ध्यान केंद्रित कर सकेगा. अपनी सरकार ने जनकल्याणकारी बहुत सारा काम किया है. गठबंधन की सरकार सत्ता में वापसी करेगी लेकिन इसके लिए जल्द आपस में मिल बैठकर सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय करना होगा.
जल्द होगी सीट शेयरिंग को लेकर बैठक- केशव महतो कमलेश
राज्य में इस बार इंडिया ब्लॉक में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, राजद और सीपीआई माले शामिल है. इन दलों में कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा और कौन-कौन सी सीट किसके खाते में जाएगी. इसके लिए झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि जल्द बैठक बुलाई जाएगी. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी और AICC महासचिव गुलाम अहमद मीर की सीएम हेमंत सोरेन से बात हुई है और जल्द सीट शेयरिंग को लेकर सहयोगी दलों के साथ बैठक होगी.
अनौपचारिक रुप से सबकुछ तय- सुप्रियो
झारखंड विधानसभा चुनाव में गठबंधन के दलों में कितनी असमंजस की स्थिति है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक तरफ जहां अभी तक बैठक नहीं होने पर राजद नाराजगी दिखा रहा है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कह रहे हैं कि जल्द बैठक होगी तो झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य कहते हैं कि कौन कह रहा है कि बैठक नहीं हुई है. अनौपचारिक रूप से सबकुछ तय है, कौन कितनी सीटों पर और कहां कहां लड़ेगा यह सब तय है. औपचारिक बैठक भी चुनाव आयोग द्वारा मतदान तिथियों की घोषणा के बाद कर ली जाएगी.
2019 में गठबंधन में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
2019 विधानसभा चुनाव में एनडीए के मुकाबले में गठबंधन था. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 43 विधानसभा सीट, कांग्रेस ने 31 विधानसभा सीट और राष्ट्रीय जनता दल को 07 सीटें मिली थी. इस बार झामुमो के नेता कई बार 2019 की अपेक्षा अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुका है. कांग्रेस भी इस बार 31 की जगह 33 विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी कर रखा है. राजद भी 22 उम्मीदवारों के नाम वाली सूची राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को सौंप चुका है. वहीं मासस के सीपीआई माले साथ हो जाने के बाद माले की भी उम्मीदें भी गठबंधन में अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की है. ऐसे में इंडिया गठबंधन के दलों की अब तक सीट शेयरिंग को लेकर इंडिया ब्लॉक के बैनर तले कोई बैठक नहीं हुई इसके पीछे की वजह क्या है.
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