पटना : बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर मोटे तौर पर सहमति बन चुकी है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों ने सीटों का बंटवारा कर लिया है. भारतीय जनता पार्टी ने भी मंथन जारी रखा है और कई नेताओं का टिकट कंफर्म कर दिया गया है. हालांकि कुछ सीटों पर संशय की स्थिति बनी हुई है.
बिहार बीजेपी ने कई नामों को किया फाइनल : भारतीय जनता पार्टी ने मिशन 2024 को साधने के लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया है. बिहार की 40 सीट पर जीत हासिल करने के लिए बीजेपी की ओर से कई उम्मीदवारों का नाम फाइनल कर दिया गया है. परफॉर्मेंस के आधार पर यह तय माना जा रहा है कि कुछ नेताओं का टिकट कंफर्म है और लगभग उनके नाम पर सहमति भी बन चुकी है.
बिहार में भाजपा के कुल 17 सांसद हैं. कुछ सीट सहयोगी दलों के खाते में जा सकती है. ऐसे में कुछ भाजपा नेता बेटिकट हो सकते हैं. इन सब के बीच कुछ ऐसे लोकसभा सीट भी हैं जिस पर पार्टी ने उम्मीदवारों का चयन कर लिया है. हम आपको उसके बारे में जानकारी दे रहे हैं.
1. संजय जायसवाल : पश्चिम चंपारण से सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का टिकट कंफर्म माना जा रहा है. संजय जायसवाल को 6 लाख से अधिक वोट मिले थे और भाजपा का वोट शेयर 60% का रहा था.
2. गोपाल जी ठाकुर : दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर का भी टिकट कंफर्म माना जा रहा है. गोपाल जी ठाकुर को पिछले लोकसभा चुनाव में 5,86,000 से अधिक वोट मिले थे. 2024 में भी गोपाल जी ठाकुर दरभंगा से उम्मीदवार होंगे. पिछले लोकसभा चुनाव में दरभंगा में भाजपा का वोट शेयर 61% था.
3. जनार्दन सिंह सिग्रीवाल : महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल हैं. जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को पिछले लोकसभा चुनाव में 5,46,000 से अधिक वोट मिले थे और माना जा रहा है कि इस बार भी महाराजगंज से उम्मीदवार जनार्दन सिंह सिग्रीवाल होंगे. महाराजगंज लोकसभा सीट पर पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा का वोट शेयर 56% रहा था. सीट अगर दूसरे गठबंधन में गई तो जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को परेशानी हो सकती है.
4. गिरिराज सिंह : भाजपा के फायर ब्रांड नेता और मोदी कैबिनेट के मंत्री गिरिराज सिंह बेगूसराय से सांसद हैं. गिरिराज सिंह, अमित शाह और मोदी के करीबी माने जाते हैं. गिरिराज सिंह को पिछले लोकसभा चुनाव में बेगूसराय से 6 लाख 92 हजार से अधिक वोट मिले थे. बेगूसराय में भाजपा का वोट शेयर 56% था. गिरिराज सिंह को लेकर यह भी माना जाता है कि उनका लोकसभा क्षेत्र हर चुनाव में बदल दिया जाता है. पहले वह नवादा से चुनाव लड़े थे बाद में उनके क्षेत्र बदलकर बेगूसराय कर दिया गया था. हालांकि उनकी उम्र भी 70 को पार कर चुकी है.
5. नित्यानंद राय : केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय उजियारपुर से सांसद हैं. नित्यानंद राय अमित शाह के करीबी माने जाते हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में नित्यानंद राय को 5,43,000 से अधिक वोट हासिल हुए थे. उजियारपुर में भाजपा का वोट शेयर 56% था. इस बार भी नित्यानंद राय को टिकट मिलना तय माना जा रहा है.
6. आर के सिंह : आरा से राजकुमार सिंह (आर के सिंह) सांसद है और मोदी कैबिनेट में मंत्री भी हैं. राजकुमार सिंह दो बार चुनाव जीत चुके हैं और तीसरी बार भी भाजपा राजकुमार सिंह पर दाव लगाने की तैयारी में है. पिछले लोकसभा चुनाव में राजकुमार सिंह को 5,66,000 वोट हासिल हुए थे आरा में भाजपा का वोट शेयर 52% रहा था,
7. सुशील कुमार सिंह : औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह का भी टिकट कंफर्म माना जा रहा है. सुशील कुमार सिंह को पिछले लोकसभा चुनाव में चार लाख 31 हजार वोट हासिल हुए थे. औरंगाबाद में पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा का वोट शेयर 46% था.
8. रामकृपाल यादव : पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर रामकृपाल यादव को टिकट मिलना तय माना जा रहा है. रामकृपाल यादव को पिछले लोकसभा चुनाव में 5 लाख से अधिक वोट हासिल हुए थे. पाटलिपुत्र में भाजपा का वोट शेयर 47% था. इस बार भी रामकृपाल यादव का टिकट कंफर्म माना जा रहा है.
9. प्रदीप सिंह : अररिया से प्रदीप सिंह सांसद हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में प्रदीप सिंह को 6 लाख 18 हजार से अधिक वोट हासिल हुए थे. अररिया में भाजपा का वोट शेयर 53% था. अति पिछड़ा समुदाय से होने के चलते इस बार भी प्रदीप सिंह का टिकट कंफर्म माना जा रहा है.
10. राजीव प्रताप रूडी : सारण लोकसभा सीट पर राजीव प्रताप रूडी सांसद हैं. मोदी के कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में राजीव प्रताप रूडी को चार लाख 99 हजार से अधिक वोट हासिल हुए थे. भाजपा का वोट शेयर 53% था. माना जा रहा है कि इस बार भी राजीव प्रताप रूडी पर ही पार्टी दांव लगाएगी.
बिहार में बीजेपी के 7 सांसद हो सकते हैं बेटिकट : ये तो वो नाम थे जिनका टिकट मिलना तय माना जा रहा है. चूंकि बिहार में बीजेपी के 17 सांसद हैं ऐसे में 7 ऐसे भी सांसद हैं जिनका टिकट मिलना मुश्किल माना जा रहा है. तो आइये अब हम आपको बताते हैं वो कौन से सांसद हैं जनपर तलवार लटक रही है.
अश्विनी चौबे-रविशंकर प्रसाद-राधा मोहन पर लटकी तलवार : सूत्रों के अनुसार, मुजफ्फरपुर, सासाराम, बक्सर, पटना साहिब, मधुबनी, शिवहर और मोतिहारी लोकसभा सीट को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. मुजफ्फरपुर से अजय निषाद, सासाराम से छेदी पासवान, बक्सर से केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद, मधुबनी से अशोक यादव, शिवहर से रामादेवी और मोतिहारी से राधा मोहन सिंह सांसद हैं. कहा जा रहा है कि इन सांसदों का बीजेपी पत्ता काट सकती है.
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