भिवानी: कांग्रेस छोडक़र भाजपा में आई पूर्व मंत्री किरण चौधरी अब पूरी तरह से भाजपा के रंग में रंगने लगी है. किरण के अब शहर में जगह जगह सम्मान समारोह हो रहे हैं. जहां वो भाजपा नेताओं की तथा सीएम और पीएम की जमकर सराहना कर रही हैं. वहीं कांग्रेस नेताओं के एक एक बयान पर वो जमकर पलटवार करने में लगी है. किरण चौधरी के निशाने पर आज हुड्डा से ज़्यादा सांसद जयप्रकाश रहे.
कांग्रेस सांसद जयप्रकाश पर वार: किरण चौधरी ने हिसार से सांसद जयप्रकाश (जेपी) को उनके विरासत वाले बयान पर आड़े हाथों लिया. किरण चौधरी ने पहले तो कहा कि जयप्रकाश से और उम्मीद भी नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि "जयप्रकाश के बयान से उनकी बेटियों के विरोध की भावना झलक रही है. जयप्रकाश को ये भी नहीं पता कि वो बोल क्या रहे हैं. वो बताएं कि नेहरू व राजीव गांधी के बाद कांग्रेस की विरासत किसने संभाली. वो इंदिरा गांधी व सोनिया के खिलाफ बोले रहे हैं. किरण चौधरी ने मांग की कि जयप्रकाश को कांग्रेस अपनी पार्टी से निष्कासित करे". साथ ही किरण चौधरी ने कहा कि "बंसीलाल की सोच 50 साल आगे की थी. उन्होंने लाखों लोगों और बड़े नेताओं की मौजूदगी में श्रुति के सिर विरासत की पगड़ी रखी. वो चाहते तो ओर किसी के सिर पर भी रख सकते थे. पर बंसीलाल ने बेटी के सिर पगड़ी रख कर इतिहास रचा".
क्या कहा था जयप्रकाश ने?: जींद में कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में हिसार से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने चौधरी वंशीलाल के विरासत पर किरण चौधरी के दावे पर बयान दिया था. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि "विरासत हमारी पुरूषों से चलती है औरतों से नहीं, किरण चौधरी बंसीलाल की वारिस नहीं हैं".
किरण को सुनैला चौटाला का साथ: इनेलो महिला प्रकोष्ठ की प्रधान महासचिव सुनैना चौटाला ने हिसार से कांग्रेस के सांसद जयप्रकाश के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि जयप्रकाश पुरुष प्रधान मानसिकता से ग्रस्त हैं. जेपी शायद यह भूल गए है कि जिस कांग्रेस पार्टी से वो संबंध रखते हैं उस पार्टी की कमान संभालने वाली इंदिरा गांधी ही थी. उसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मृत्यु के बाद सोनिया गांधी ने कांग्रेस पार्टी की कमान संभाली. वो दोनो ही महिला थी. सांसद जयप्रकाश द्वारा इस तरह से महिलाओं पर ओछी टिप्पणी करना बेहद अशोभनीय और निंदनीय है. यह उनकी उनकी छोटी मानसिकता को दर्शाता है. ऐसे लोग महिलाओं को हमेशा अपने पैर की जूती समझते हैं और महिलाओं को निचले पायदान पर रखने का ही काम करते हैं. कांग्रेस पार्टी को भी उनके सांसद जयप्रकाश की टिप्पणी पर अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए कि क्या यह उनकी पार्टी का अधिकारिक बयान है?
भूपेन्द्र हुड्डा पर प्रहार: किरण चौधरी ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के उस बयान पर भी पलटवार किया जिसमें उन्होंने किरण के कांग्रेस छोडऩे से कोई फर्क न पडने की बात कही थी. किरण ने कहा कि वो अपनी कमी क्यों मानेंगे. वहीं कुमारी सैलजा व रणदीप सुरजेवाला द्वारा किरण के कांग्रेस छोडऩे पर मंथन करने की सलाह देने पर किरण ने कहा कि वो सीनियर नेता हैं. वो समझते हैं कि जहां बाड़ ही खेत को खाती है, वैसा हाल कांग्रेस का है. कांग्रेस में पुत्र मोह में बाकी सभी को खत्म करना चाहते हैं.