गोरखपुर : पिछले दो माह में विश्वकप और एशियन किक बॉक्सिंग में सिल्वर मेडल जीतने वाली गोरखपुर की रिंका सिंह चौधरी को आगामी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं के लिए योगी सरकार आर्थिक मदद देगी. गोरखनाथ मंदिर में रिंका से शुक्रवार को मुलाकात करने के बाद इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है.
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय किक बॉक्सर को भरोसा दिया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए सरकार धन की कमी आड़े नहीं आने देगी. गोरखनाथ मंदिर मीडिया सेल और मुख्यमंत्री पीआर टीम के द्वारा जारी सूचना में यह बताया गया है कि गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र स्थित गौरीमंगलपुर निवासी रिंका सिंह चौधरी ने 24 से 29 सितंबर तक उज्बेकिस्तान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय किक बॉक्सिंग विश्वकप में शानदार प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल जीता है.
इसके साथ ही उन्होंने कम्बोडिया में 6 से 13 अक्टूबर में आयोजित एशियन किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भी सिल्वर मेडल अपने नाम किया. अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में अपने जीते इन दोनों मेडल के साथ रिंका सिंह चौधरी ने शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने रिंका के मेडल देखकर खूब उत्साह बढ़ाया और शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी. मुलाकात के दौरान इस अंतरराष्ट्रीय किक बॉक्सर ने आगामी इंटरनेशल टूर्नामेंट्स के लिए आर्थिक दिक्कत का जिक्र कर सहायता का अनुरोध किया.
इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन पैसे की कमी से बाधित नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि रिंका की पूरी मदद की जाए. सीएम योगी ने रिंका को उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद देते हुए यह मंगलकामना की कि आगामी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में वह गोल्ड मेडल जीते.
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में आयोजित, जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं. सबकी समस्या सुनते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता की समस्याओं पर संवेदनशीलता दिखाएं. समस्याओं से जुड़ी शिकायत पर तेजी से कार्रवाई करते हुए उचित समाधान सुनिश्चित कराएं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा घबराइए मत, सरकार हर समस्या पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित कराएगी. वहीं जनता दर्शन के दौरान करीब 200 लोगों से मिले. महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के बाहर लगी कुर्सियों पर बैठाए गए लोगो तक मुख्यमंत्री खुद पहुंचे और एक-एक कर उनकी समस्याओं को सुना. लोगों की बात सुनते हुए उनके प्रार्थना पत्र लिए और पास में खड़े अधिकारियों को समस्या समाधान के लिए जरूरी निर्देश दिए.