खूंटीः झारखंड की सबसे हॉट सीट की लिस्ट में खूंटी लोकसभा सीट भी शामिल है. खूंटी में बीजेपी से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा दोबारा प्रत्याशी बनाए गए हैं, वहीं कांग्रेस ने भी दोबारा कालीचरण को मौका दिया है, जबकि झारखंड पार्टी (एनोस) ने अपर्णा हंस को उम्मीदवार बनाया है. बताते चलें कि अपर्णा झारखंड पार्टी की केंद्रीय उपाध्यक्ष भी हैं और हॉकी टीम की सदस्य भी हैं.
जल-जंगल-जमीन के मुद्दे पर झापा लड़ेगी चुनाव
अपर्णा हंस ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा कि भाजपा हो या कांग्रेस दोनों ने ही खूंटी में राजनीति की है. उन्होंने कहा कि झारखंड पार्टी जल-जंगल-जमीन और शिक्षा के साथ रोजगार के मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी. अपर्णा हंस का दावा है कि यहां के आदिवासियों को ठग कर उन्हें सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया गया है. उनके लिए कुछ नहीं किया गया है.
खूंटी में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
आदिवासी बहुल खूंटी लोकसभा सीट पर 2024 के होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला होगा, लेकिन झापा की एंट्री से त्रिकोणीय मुकाबला से इंकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि खूंटी लोकसभा सीट से 2014 में बीजेपी के करिया मुंडा ने चुनाव जीता था. उन्होंने झारखंड पार्टी के एनोस एक्का को हराया था. करिया मुंडा को 2.69 लाख और एनोस एक्का को 1.76 लाख वोट मिले थे, जबकि तीसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के कालीचरण मुंडा को 1.47 लाख वोटों से संतोष करना पड़ा था.
2014 के चुनाव परिणाम से उत्साहित झापा ने खूंटी में उतारा है उम्मीदवार
इससे पहले साल 2014 के लोकसभा चुनाव में झारखंड की खूंटी लोकसभा सीट पर 64.19 फीसदी वोटिंग हुई थी. 2014 के चुनावी परिणाम के बल पर झारखंड पार्टी ने खूंटी से एक क्रिश्चियन को अपना उम्मीदवार बनाया है.
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