हिसार: किसान संगठनों को एकजुट करने के लिए हरियाणा की खाप पंचायतों ने कमेटी का गठन किया था, ताकि सभी किसानों को एकजुट कर आंदोलन को मजबूत किया जा सके. सोमवार को हिसार में खाप कमेटी की बैठक हुई. बैठक में फैसला किया गया कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च में खाप पंचायतें भी हिस्सा लेंगी. खाप कमेटी की बैठक के बाद कहा कि केंद्र सरकार पत्र व मीटिंग से आगे बढ़कर किसानों की प्रस्तावित मांगें पूरी करने का काम करें.
हिसार में खाप कमेटी की बैठक: खाप के सदस्यों ने कहा कि अगर सरकार ने किसानों की मांग नहीं मानी, तो 14 फरवरी के बाद बड़ा आंदोलन होगा. बड़े आंदोलन का खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा. सभी प्रतिनिधियों ने सभी किसान संगठनों का एकजुट होने के लिये आभार प्रकट किया. एसकेएम के राष्ट्रीय मीटिंग 24 जनवरी को हो रही है. खाप सदस्यों ने कहा कि एसकेएम के नेता किसानों की भलाई के लिये सांझी लड़ाई का कार्यक्रम तय करें, ताकि किसानों की प्रस्तावित मांगें पूरी हो जाएं.
किसान आंदोलन को समर्थन देगी खाप: खाप कमेटी के कोर्डिनेटर सतीश चेयरमैन ने कहा कि हरियाणा सरकार नई कृषि नीति मसौदा को पंजाब सरकार की तर्ज पर रद्द करने का काम करें. उन्होंने कहा कि सरकार का बातचीत का प्रस्ताव आने के बाद खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हुए चिकित्सा सेवा लेने के लिए हामी भर दी है.
इन मांगों को पूरा करने की अपील: एमएसपी गारंटी कानून की मांग प्रमुख है. इसके अलावा किसानों ने कहा कि खेड़ी चौपटा में आंदोलन के दौरान सरकार ने किसानों पर केस दर्ज किये थे, वो वापिस लेने का आश्वासन दिया था, किंतु इन केसों में किसानों को आज भी नोटिस भेजे जा रहे हैं, जोकि निंदनीय है. सरकार को तुरंत प्रभाव से इन केसों को रद्द कर देना चाहिए.