खंडवा: खंडवा के आमोदा गांव में इंदिरा सागर बांध के पानी से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि बारिश के दिनों में आमदा गांव चारों तरफ से पानी से घिर जाता है. जिससे पुनासा ब्लॉक के बांगरदा पंचायत अंतर्गत आने वाले अमोदा गांव के लोगों का गांव से बाहर आना-जाना ठप हो जाता है. मंगलवार को एक मरीज को इलाज के लिए खटिया पर बैठाकर पानी पार कराया गया.
नाव की भी नहीं है सुविधा
ग्रामीणों ने बताया कि इंदिरा सागर बांध बन जाने के सालों बाद भी उनकी परेशानी बनी हुई है. लोगों ने बताया कि इंदिरा सागर बांध का लेवल 262 होने पर बांगरदा से अमोदा गांव का मार्ग बंद हो जाता है. इस रास्ते पर कमर तक पानी भर जाता है, जिससे बीमार व्यक्ति और गर्भवती महिलाओं को खाट पर बैठाकर लेकर जाना पड़ता है.
मंगलवार को भी इसी तरह एक पैरालाइसिस पेसेंट को खाट की मदद से पानी को पार कराया गया. लोगों ने बताया कि 2013 से ये स्थिति बनी हुई है. पहले एनएचडीसी द्वारा बारिश में 5 महीने के लिए नाव की व्यवस्था की जाती थी. लेकिन इस साल नाव की व्यवस्था नहीं होने से गांव में रहने वाले 50 से अधिक परिवारों की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं.
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पुलिया बनाने के लिए कई बार लगा चुके हैं गुहार
ग्रामीणों ने बताया कि इस मामले को लेकर कई बार सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधियों से यहां एक पुलिया बनाने की गुहार लगा चुके हैं. लेकिन इस ओर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया और सालों से ये समस्या बनी हुई बनी हुई है. स्कूल जाने वाले बच्चे भी इसी तरह पानी से गुजरते हैं. वहीं, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इंदिरा सागर डैम से प्रभावित सभी मकानों के मुआवजा भी अभी तक नहीं दिया गया है.