लखनऊ: आईआईटी कानपुर की छात्रा ने ACP क्राइम मोहसिन खान पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. कल्याणपुर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है. मोहसिन खान को पुलिस मुख्यालय से अटैच कर दिया गया. हालांकि मोहसिन ऐसे पहले अफसर नहीं है, जिन पर किसी महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया हो या फिर किसी महिला के लिए सारी सीमाएं तोड़ दी. आइये जानते है कौन कौन से वो अफसर हैं?
ASP पर लगा था यौन शोषण का आरोप: 29 नवंबर 2023 को लखनऊ की रहने वाली एक युवती ने यौन शोषण के मामले में यूपी के एक एएसपी के खिलाफ गोमती नगर थाने में शिकायत की थी. पीड़िता का आरोप था कि सोशल मीडिया के जरिए उसकी अफसर से दोस्ती हुई थी. छात्रा ने अफसर पर रेप का आरोप लगाया था. हालांकि इस मामले में बाद में अफसर को क्लीन चिट मिल गई थी. यह मामला लखनऊ में काफी चर्चा में रहा था.
शादी का झांसा देकर DSP ने युवती से बनाये सम्बन्धः वर्ष 2019 में डिप्टी एसपी नवनीत नायक प्रतापगढ़ में तैनात थे. इसी दौरान वह एक युवती के संपर्क में आए थे और लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे. डिप्टी एसपी ने महिला से शादी करने का वादा किया था. हालांकि बाद में डिप्टी एसपी ने किसी दूसरी लड़की से शादी कर ली. इसके बाद पीड़िता ने शासन में सीओ नवनीत नायक के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी. यौन उत्पीड़न की शिकायत के बाद एसपी प्रतापगढ़ पूरे मामले की जांच कर रहे थे. बाद में जांच में दोषी पाए जाने पर शासन ने नवनीत नायक को निलंबित कर दिया था.
प्रेगनेंट होने पर थानेदार ने युवती पर ढहाए जुल्मः लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस में तैनात रहे थाना प्रभारी महेश पर रेप का मुकदमा दर्ज किया गया था. पीड़िता ने आरोप लगाया था कि, थाना प्रभारी महेश ने उससे दोस्ती की और फिर उसके साथ अवैध संबंध बनाए. युवती के गर्भवती होने पर उसका अश्लील वीडियो बनाकर उसका गर्भपात करवाने का दबाव बनाया। इतना ही नहीं पीड़िता ने बच्ची को जन्म दिया. पीड़िता ने एफआईआर दर्ज करवाने के लिए थानों के चक्कर लगाए और जब मुकदमा दर्ज हुआ तो उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
केस दर्ज करवाने के एवज में यौन शोषणः वर्ष 2017 को प्रयागराज (तब इलाहाबाद) में मां-बेटी ने वहां तैनात रहे डिप्टी एसपी कृष्ण गोपाल पर पर्स और मोबाइल छिनैती की शिकायत करने पर एफआईआर दर्ज करने के बदले बेटी का उत्पीड़न करने और केस दर्ज करने के बदले उससे शारीरिक संबंध बनाने की शर्त रखने का आरोप लगाया था. मामले की वरिष्ठ अफसर ने जांच की, हालांकि उन्हें इस मामले में क्लीन चिट दे दी गयी.
इकतरफा प्यार में कर दी महिला दरोगा की हत्याः 2013 को लखनऊ में पुलिस इंस्पेक्टर संजय राय एक ट्रेनी महिला दरोगा से प्यार करता था लेकिन दरोगा ने उसे मना कर दिया था. जिससे नाराज होकर इंस्पेक्टर संजय राय ने महिला दरोगा के 13 वर्ष के भाई माज की हत्या करवा दी थी. पुलिस ने आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की और कोर्ट ने उसे उम्र कैद की सजा सुनाई थी.