कानपुर : जिले घाटमपुर थाना क्षेत्र के चतरीपुर गांव के तालाब में करीब 200 कछुओं की मौत हो गई. ग्रामीणों ने इतनी बड़ी संख्या में मृत कछुओं को तालाब में देख पुलिस को सूचना दी. पुलिस व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. वन विभाग की टीम ने कछुओं के शव को बोरी में भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. ग्रामीणों को हिदायत दी कि मवेशियों को तालाब से दूर रखें.
घाटमपुर इलाके में चतरीपुर गांव है. यहां पर एक सार्वजनिक तालाब है. ग्राम प्रधान शिवकुमार यादव ने बताया कि तालाब में करीब 300 कछुए थे. इन सभी के संरक्षण के लिए उन्होंने ग्रामीणों से मंथन पर प्लान बनाया था. गांव के सभी लोगों ने सहमति भी जता दी थी.
अक्सर गांव के किनारे स्थित माइनर बंबे पर ग्रामीणों को कोई न कोई कछुआ दिख जाता था. वे उसे लाकर तालाब में छोड़ देते थे. काफी लंबे समय से ग्रामीणों के इसी अथक प्रयास के कारण तालाब में करीब 300 कछुए हो गए थे.
रविवार की सुबह ग्रामीणों ने तालाब में मृत कछुओं को देखकर अन्य लोगों को इसकी जानकारी दी. आनन-फानन में ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग की टीम को दी. पुलिस और वन विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर जांच-पड़ताल की.
मौत की वजह जानने के लिए वन विभाग ने सभी कछुओं को बोरी में भरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. पतरा चौकी इंचार्ज अनुज राजपूत के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता लग पाएगा, फिलहाल ग्रामीणों को सख्त हिदायत दी गई है कि अपने जानवरों और बच्चों को तालाब के पास न लेकर जाएं.
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