देहरादून: लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के स्टार प्रचारक मैदान में उतर गए हैं. रुद्रपुर में जहां पीएम मोदी ने रैली की तो वहीं आज बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पिथौरागढ़ और विकासनगर में जनसभा किया. वहीं, जनसभा के बाद देहरादून पहुंचे और टिहरी लोकसभा क्षेत्र के कोर कमेटी की बैठक ली. जहां उन्होंने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के खास टास्क दिए.
देहरादून के राजपुर रोड स्थित निजी होटल में टिहरी लोकसभा की कोर कमेटी की बैठक हुई. यह बैठक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की अध्यक्षता में हुई. जिसमें बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत सभी वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए. कोर ग्रुप की बैठक में लोकसभा चुनाव के दौरान चल रहे प्रचार प्रसार की समीक्षा की गई है. साथ ही अगले एक हफ्ते प्रचार की धार किस तरह से तेज की जाए, इसको लेकर भी स्पेशल टास्क दिए गए. खास तौर पर संगठन में प्रदेश स्तर के बड़े पदाधिकारी और सरकार के विधायकों को खास टास्क दिए जा रहे हैं.
वहीं, बैठक में जीत को लेकर तय किए गए 5 लाख के मार्जिन को लेकर भी समीक्षा की गई. साथ ही चुनावी प्रचार प्रसार को देखते हुए क्या 5 लाख मार्जिन का आंकड़ा टच हो रहा है या नहीं? इस पर मंथन किया गया. संगठन में वरिष्ठ पदाधिकारी धन सिंह रावत ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज पूरे दिनभर उत्तराखंड में चुनाव को अगले आयाम तक ले जाने के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचालन किया. इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कोर कमेटी की बैठक ली. कल यानी 5 अप्रैल को जेपी नड्डा हरिद्वार में एक बड़ा रोड शो का नेतृत्व करेंगे.
विकासनगर से सीधा होटल पहुंचे जेपी नड्डा: होटल में टिहरी लोकसभा क्षेत्र कोर कमेटी की बैठक लेने से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने टिहरी लोकसभा सीट में ही पड़ने वाले विकासनगर में चुनावी सभा को संबोधित किया. जिसमें उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह के समर्थन में वोट देने की अपील लोगों से की. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जब-जब देश पर खतरा आया, तब उत्तराखंड के वीरों ने दुश्मनों को मुंह तोड़ जवाब दिया है. वन रैंक वन पेंशन को अगर किसी ने लागू किया तो वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं.
उन्होंने कहा कि पहले राजनीति होती थी कि भाई को भाई से लड़ाओ, जातिगत, तुष्टीकरण की राजनीति होती थी. यह परिपाटी कांग्रेस ने 70 साल तक चलाई, लेकिन पीएम मोदी ने यह परिपाटी बदल दी है. अब राजनीति की परिभाषा बदल गई है. अब सिर्फ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकासवाद की राजनीति चलेगी यानी पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस की राजनीति करनी होगी.
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