पटना: लोकनायक जयप्रकाश नारायण की आज 11 अक्टूबर को जयंती है. बिहार सरकार की ओर से जयंती पर राजकीय समारोह का आयोजन किया गया. राजपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना के इनकम टैक्स चौराहा पर स्थित जयप्रकाश नारायण की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. राजकीय समारोह में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री कदमकुआं स्थित चरखा समिति भी गए. वहां भी लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
लोकनायक को किया यादः मुख्यमंत्री ने चरखा समिति स्थित जय प्रकाश स्मृति संग्रहालय स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण के शयनकक्ष, सभा कक्ष, प्रभावती स्मृति कक्ष सहित पूरे परिसर का मुआयना किया. चरखा समिति के चरखा घर में महिलाओं द्वारा चरखा चलाये जाने की गतिविधियों को भी मुख्यमंत्री ने देखा. उनके कार्यों के बारे में जानकारी ली. मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, मंत्री विजय कुमार चौधरी, मंत्री महेश्वर हजारी सहित कई नेता और पदाधिकारी समरोह में शामिल हुए.
राजकीय समारोह का आयोजनः बिहार सरकार की ओर से लोकनायक की पुण्यतिथि और जयंती पर राजकीय समारोह होता है. मुख्यमंत्री दोनों कार्यक्रम में शामिल होते हैं. जयंती कार्यक्रम के मौके पर विशेष रूप से चरखा समिति जाकर जयप्रकाश नारायण को याद करते हैं और वहां चल रही गतिविधियों को भी देखते हैं. जय प्रकाश नारायण का जन्म 11 अक्टूबर 1902 को हुआ था. 8 अक्टूबर 1979 को उनका निधन हो गया था.
संपूर्ण क्रांति का दिया था नाराः जय प्रकाश नारायण स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं, लेकिन उन्हें इंदिरा गांधी के खिलाफ शुरू किये गये आंदोलन के लिए जाना जाता है. 5 जून 1975 को जेपी ने पहली बार संपूर्ण कांति का नारा दिया था. यह क्रांति उन्होंने बिहार और भारत में फैले भ्रष्टाचार की वजह से शुरू की थी. बिहार से शुरू हुई संपूर्ण क्रांति की आग पूरे देश में फैली. उस समय देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थी. उनकी क्रांति से घबराकर सरकार ने इमरजेंसी लगायी थी. 1998 में भारत सरकार ने भारत रत्न से सम्मानित किया था.
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