रांची: राज्य का सबसे बड़ा राजनीतिक दल झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने पंचायत स्तर के समर्पित कार्यकर्ताओं के भरोसे विधानसभा चुनाव की वैतरणी पार करने की तैयारी में है. पार्टी की रणनीति है कि एक ओर पंचायत से लेकर बूथ लेवल तक झारखंड मुक्ति मोर्चा को मजबूत किया जाए. वहीं राज्य में इंडिया गठबंधन की सरकार द्वारा शुरू की गई जनकल्याणकारी योजनाओं को भी जन-जन तक ले जाया जाए.
पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा जनता को यह बताया जाए कि वर्तमान गठबंधन की सरकार ने राज्य के किसान, मजदूर, गरीब, महिला, अल्पसंख्यक, आदिवासी-मूलवासियों के हित मे बहुत सारी जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई हैं. उन योजनाओं की जानकारी न सिर्फ झामुमो के पंचायत लेवल कार्यकर्ता घर घर तक पहुंचाएं बल्कि यह भी बताएं कि कैसे भाजपा ने साजिश रचकर उनके नेता हेमंत सोरेन को जेल भेजा और उन्हें प्रताड़ित किया.
पंचायत स्तर पर हो रही मोर्चा बंदी
रांची के हरमू स्थित सोहराई भवन में शनिवार को चतरा, पलामू और लातेहार जिला के झारखंड मुक्ति मोर्चा के पंचायत स्तरीय कार्यकर्ताओं की बैठक हुई. जिसमें राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही लोक कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही सांगठनिक रूप से युद्ध स्तर पर कार्यक्रमों को आयोजित कर योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पायदान तक पहुंचाने का कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश सभी पंचायत स्तरीय कार्यकर्ताओं को दिया गया. झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने बैठक में आए पंचायत स्तरीय कार्यकर्ताओं के मन में राज्य की लोककल्याणकारी योजनाओं के संबंध में उठ रहे सवालों और जिज्ञासा को भी शांत करने की कोशिश की. इसके साथ ही संगठन की मजबूती के लिए बूथ स्तर पर कार्यक्रम करने की बात कही.
आज की बैठक में चतरा, पलामू और लातेहार जिला के जिला समिति के सभी पदाधिकारी, वर्ग संगठनों के अध्यक्ष एवं सचिव, नगर-महानगर समिति के पदाधिकारी, प्रखंड समिति के पदाधिकारी और पंचायत समिति के अध्यक्ष एवं सचिव शामिल हुए. इससे पहले शुक्रवार को रांची और लोहरदगा जिला की बैठक हुई. झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल के कुछ भाग को अलग करके केंद्र शासित प्रदेश बनाने की संसद में सांसद निशिकांत दुबे की मांग के खिलाफ 21 जिलों में झामुमो कार्यकर्ताओं ने निशिकांत दुबे का पुतला फूंका.
'लोबिन को न दल पर भरोसा और न जनता पर'
झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने झामुमो से निष्कासित निवर्तमान विधायक लोबिन हेम्ब्रम के आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि अनुशासनहीनता और दल बदल के मामले में किसके खिलाफ कितना सख्त एक्शन लेना है यह केंद्रीय अध्यक्ष का विशेषाधिकार है. उन्होंने कहा कि चमरा लिंडा ने पार्टी अध्यक्ष के सामने अपनी बात रखी थी लेकिन लोबिन हेम्ब्रम लगातार दल विरोधी कार्य करते रहे. विनोद पांडेय ने कहा कि यह विधानसभा न्यायाधिकरण का फैसला है और वह जल्दी आया या देर से आया, इस पर झामुमो को टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है.
'केंद्रीय गृहमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए'
एक सवाल के जवाब में झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि कौन क्या कह रहा है, उस पर ज्यादा टीका टिप्पणी की जरूरत नहीं है. एक बात जरूर है कि अगर भारत की सीमा में बांग्लादेशी घुसपैठियों का प्रवेश हो रहा है तो इसकी जिम्मेदारी लेते हुए केंद्रीय गृहमंत्री को अपने पद से तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए.
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