गोड्डाः बोरियो से झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने अपनी ही पार्टी से एक बार फिर खुली बगावत की चेतावनी दे दी है. उन्होंने कहा कि यदि राजमहल लोकसभा सीट से सांसद विजय हांसदा को फिर से टिकट दिया गया तो वे अलग रास्ते पर चलने को विवश हो जाएंगे. साथ ही विधायक लोबिन हेंब्रम ने दावा करते हुए कहा कि राजमहल सीट से इस बार के लोकसभा चुनाव में विजय हांसदा की हार तय है.
प्रत्याशी की घोषणा का लोबिन को है इंतजार
बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा कि मैं पार्टी की ओर से राजमहल सीट से प्रत्याशी की घोषणा का इंतजार कर रहा हूं. यदि झामुमो की ओर से फिर से राजमहल सीट से विजय हांसदा को टिकट दिया गया तो मैं अपना रास्ता अलग कर लूंगा, क्योंकि जो खबरें मेरे पास आ रही हैं उसके अनुसार विजय हांसदा लोकसभा का चुनाव हारने वाले हैं. मैं यह नहीं चाहता कि तीर-धनुष वाला पार्टी का झंडा उनकी हार से झुक जाए. इस कारण मैं नहीं चाहता कि पार्टी की ओर से राजमहल सीट से विजय हांसदा को टिकट दिया जाए. यह पार्टी हित में नहीं है.
अब विधायक खुल कर यह बोल रहे हैं कि अगर वर्तमान सांसद विजय हांसदा को राजमहल से फिर से टिकट मिला तो वे पक्का हारेंगे. विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा कि ये बात वे पार्टी के नेता स्टीफन मरांडी और नलिन सोरेन को भी बता चुके हैं, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है.
विधायक लोबिन ने पेश किया राजमहल लोकसभा सीट पर दावा
वैसे विधायक लोबिन ने खुद को राजमहल लोकसभा सीट से टिकट का दावेदार भी बताया है. उन्होंने ये भी कहा कि उन्होंने भाजपा के राजमहल से टिकट के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. मतलब साफ है वो भाजपा में कभी नहीं जाएंगे. उन्होंने साथ ही यह भी कह दिया कि अगर इन सबके बावजूद यदि पार्टी विजय हांसदा को टिकट दे देती तो उनके पास विकल्प खुला है. वे पार्टी से बगावत भी कर सकते हैं. मतलब साफ है कि लोबिन हेंब्रम विजय हांसदा का खेल बिगाड़ने के लिए हर दाव चलेंगे.
लोबिन हेंब्रम का बड़ा पुत्र राजमहल लोकसभा सीट से लड़ सकता है चुनाव!
विधायक लोबिन हेंब्रम के करीबी सूत्रों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि लोबिन हेंब्रम का बड़ा बेटा राजमहल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकता है. झारखंड बचाओ मोर्चा के बैनर तले उनका बड़ा पुत्र चुनाव मैदान में उतर सकता है. अब देखने वाली बात होगी कि लोबिन हेंब्रम को गुरुजी फिर बुला कर मना लेते हैं या फिर लोबिन हेंब्रम बारगेनिंग करने में सफल होते हैं, ये तो आने वाले वक्त में ही साफ हो पाएगा.
पिछले कुछ दिनों से अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेताओं के खिलाफ आग उगल रहे हैं लोबिन
वैसे तो पिछले कुछ दिनों से विधायक लोबिन हेंब्रम अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेताओं से नाराज चल रहे हैं. इस कारण अपनी ही पार्टी और नेता के विरुद्ध आग उगलते रहे हैं, लेकिन यह भी सच है कि जब-जब पार्टी मुसीबत में पड़ी है उन्होंने गुरुजी शिबू सोरेन का आशीर्वाद लेकर पार्टी के हित में पार्टी का साथ दिया है. विधायक लोबिन हेंब्रम लगातार एसपीटी और सीएनटी एक्ट को पूर्ण रूप से लागू करने की वकालत करते रहे हैं. साथ ही विधायक लगातार बोलते रहे हैं कि पार्टी और झारखंड पर बाहरी लोगों का कब्जा हो गया है.
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