भोपाल। मध्यप्रदेश की लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस व बीजेपी के बीच बयानबाजी तेज हो गई है. बीजेपी जहां मोदी की गारंटी के भरोसे आगे बढ़ रही है तो वहीं, कांग्रेस अपने घोषणा पत्र के माध्यम से जनता के बीच पैठ बनाने की कोशिश की है. बता दें कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ढेर सारी लोकलुभावन योजनाओं का जिक्र किया है. इस बारे में मीडिया ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू से कई सवाल किए. पटवारी हरेक सवाल का इत्मीनान से जवाब दिया.
कांग्रेस के घोषणापत्र के सवालों पर जीतू पटवारी ने दिए जवाब
जब जीतू पटवारी से पूछा गया कि कांग्रेस के घोषणापत्र में गरीबों के लिए योजनाओं के लिए कांग्रेस पैसे की व्यवस्था कैसे करेगी, इस पर पटवारी ने कहा "मोदी ने उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया. मोदी ने गरीबों, किसानों, मजदूरों और मध्यम वर्ग के लोगों की जेब से पैसा निकालकर उद्योगपतियों को दिया. हम इसे रोकेंगे. यही पैसा गरीबों और किसानों को दिया जाएगा."
मध्यप्रदेश के भ्रष्टाचार पर क्यों नहीं बोलते पीएम मोदी
जीतू पटवारी ने कहा "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश में सार्वजनिक रैलियों को संबोधित करने वाले हैं, उन्हें एमपी में भ्रष्टाचार सहित विभिन्न मुद्दों पर जवाब देना चाहिए. शिवराज सिंह चौहान शासनकाल में लोकायुक्त पुलिस ने भाजपा नेताओं और अधिकारियों पर 265 छापे मारे और जांच की. इनमें से 62 मामले वापस ले लिए गए. इन मामलों को वापस लेने का कारण क्या है? क्या लोकायुक्त दोषी है या आपकी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं है? सरकार लंबित मामलों में जांच करने की अनुमति क्यों नहीं दे रही है? मोदी की गारंटी कब पूरी होगी? भ्रष्ट लोगों पर मुकदमा कब चलेगा? और शराब माफिया को चंदे के बाद क्यों छोड़ा गया?"
ये खबरें भी पढ़ें... तीन लोकसभा सीटों पर कांग्रेस नेताओं की बगावत, पीसीसी चीफ बोले ऐसे छोटे-ओछे सवालों के मिलेंगे जवाब |
इंदौर कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन दाखिल कराया
इंदौर में कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का नामांकन दाखिल करने पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इंदौर नगर निगम में हुए घोटाले के साथ केंद्र सरकार में हुए घोटाले पर कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा. कार्यकर्ताओं की सभा मे जीतू पटवारी ने कहा "इंदौर में लगातार नगर निगम में भाजपा का शासन रहा है. यही स्थिति यहां की लोकसभा सीट को लेकर है लेकिन यहां भ्रष्टाचार का आलम यह है कि बिना काम के बिल बन जाते हैं जैसा करप्शन इंदौर नगर निगम में सामने आया है वैसा पूरी दुनिया में नहीं देखा कि काम हुआ नहीं और करोड़ों रुपए का भुगतान नगर निगम से हो गया. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि करप्शन और भाजपा दोनों एक दूसरे के सगे भाई बहन हैं."