भोपाल। खजुराहो लोकसभा सीट से कांग्रेस गठबंधन के समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार मीरा यादव का नामांकन निरस्त होने के बाद फॉरवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार आरबी प्रजापति ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से मुलाकात की. प्रजापति ने जीतू पटवारी को बीजेपी द्वारा लगातार धमकाए जाने की शिकायत की कॉपी सौंपी. उधर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि खजुराहो में सभी प्रत्याशियों को सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए. उधर जीतू पटवारी ने कहा कि सभी दल मिलकर खजुराहो में नए चेहरे को अपना समर्थन देंगे.
कांग्रेस पर साधा निशाना
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि 'खजुराहो से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार का नामांकन निरस्त कराए जाने के बाद बीजेपी मैदान में उतरे अन्य उम्मीदवारों को डराने-धमकाने में जुटी है. जिस तरह की हरकतें पंच और सरपंच के चुनाव में होती है, वैसी ही हरकतें बीजेपी देश की सबसे बड़ी पंचायत लोकसभा चुनाव में कर रही है. खजुराहो कलेक्टर बीजेपी के नौकर और कार्यकर्ता के रूप में काम करने लगे हैं. बचे हुए प्रत्याशियों को डराया धमकाया जा रहा है, उनका अपहरण किया जा रहा है.
कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि चुनाव का समय है, ऐसे में प्रत्याशियों को प्रचार के लिए मैदान में होना चाहिए, लेकिन यदि वे मैदान में नहीं हैं तो कहां है ? जिस तरह से बिहार में...माफ करना फिल्मों में दिखाया जाता है, वैसे ही बीजेपी अध्यक्ष फिल्मी स्टाइल में चुनाव लड़ना चाहते हैं. क्या प्रधानमंत्री ऐसा नया भारत बनाना चाहते हैं.'
कहां हैं बाकी प्रत्याशी ?
उन्होंने कहा कि फारवर्ड ब्लॉक के प्रत्याशी आरबी प्रजापति और प्रदेश अध्यख जंग बहादुर ने बताया है कि उन्हें बीजेपी नेताओं द्वारा फोन करके धमकाया जा रहा है. उन्हें प्रलोभन दिया जा रहा है कि मैदान से हट जाओ. जीतू पटवारी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि खजुराहो में सभी प्रत्याशियों को सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए.
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चुनाव आयोग में कर चुके शिकायत
ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक से चुनाव लड़ रहे रिटायर्ड आईएएस राजा भैया प्रजापति ने शिकायत की थी कि उन्हें 3 अलग-अलग लोगों द्वारा फोन कर नामांकन वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. प्रस्ताव ठुकराने पर धमकी दी जा रही है. उन्होंने बताया कि 5 अप्रैल को कटरा निवासी पूर्व जनपद अध्यक्ष राम विशाल वाजपेयी ने मोबाइल पर 16 मिनिट 4 सेकंड, राजा द्विवेदी ने 50 सेकंड और अमित वाजपेयी ने 4 मिनिट मोबाइल पर बात की और नामांकन वापस लेने पर निगम मंडल, बोर्ड अध्यक्ष पद की पेशकश की, लेकिन मैंने उनका ऑफर ठुकरा दिया.