रांची: जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा सीट से अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पूर्व मंत्री और जदयू उम्मीदवार सरयू राय के हाथों पराजित होने के बाद राज्य के निवर्तमान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की और विधानसभा चुनाव नतीजे और उसकी वजहों की अनौपचारिक जानकारी दी.
मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकलने के बाद बन्ना गुप्ता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मेरे कर्म पर धर्म का दुष्प्रचार कर और धर्म की गलत की व्याख्या कर लोगों में भ्रम फैलाकर इस तरह की जीत हासिल की गई है".
बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमारी सरकार बनी है. इसके लिए झारखंड वासियों को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देते हैं. यह बहुत अच्छी जीत है. झारखंड में जिस तरह की नैरेटिव सेट करने का प्रयास किया जा रहा था, उसके खिलाफ में लोगों ने अपना मत दिया है और यह बताया है कि यह भगवान बिरसा मुंडा, दिशोम गुरु शिबू सोरेन का झारखंड है.
अब आगे क्या करेंगे बन्ना गुप्ता?
सरयू राय के हाथों पराजित होने के बाद बन्ना गुप्ता ने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा कि संघर्ष से मेरा जन्म हुआ है. मैं संघर्ष करता रहा हूं और आगे भी जन मुद्दों पर संघर्ष करता रहूंगा. उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में कवि शिवमंगल सिंह " सुमन" की कविता की पंक्तियां "क्या हार में, क्या जीत में किंचित नहीं भयभीत में जो भी हुआ अच्छा हुआ जो होगा अच्छा होगा" सुनाई. उन्होंने कहा कि वह हताश या निराश नहीं हैं. उन्हें इस बात की तसल्ली है कि स्वास्थ्य मंत्री के रूप में उन्होंने राज्य की जनता का पूरा ख्याल रखा. महामारी का कोरोना काल हो या स्वास्थ्य के क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर का मामला हर क्षेत्र में उनका काम दिखता है.
सरयू राय के हाथों हुई है बन्ना गुप्ता की हार
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में जमशेदपुर पश्चिम सीट से एनडीए की ओर से जदयू के उम्मीदवार सरयू राय ने इंडिया ब्लॉक की ओर से कांग्रेस उम्मीदवार और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को 7863 मतों से हरा दिया था. बन्ना गुप्ता और सरयू राय के बीच की राजनीतिक अदावत काफी पुरानी और चर्चित रही है और कई आरोप-प्रत्यारोप से जुड़े मामले थाने और कोर्ट तक में लंबित हैं.
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