रांची: झारखंड इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल के साथ आज नेपाल हाउस सचिवालय में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह की बैठक हुई. इस बैठक में तमाम मुद्दों पर सहमति बनी, जिसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्री कार्यालय की ओर से दी गई है.
तमाम मुद्दों पर चिकित्सकों और स्वास्थ्य विभाग की सहमति बनी
- उत्तर प्रदेश की तर्ज पर झारखंड में भी 50 बेड तक के अस्पतालों को क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता से मुक्त किया जाएगा. इसके लिए जरूरी आदेश शीघ्र निकाले जाएंगे.
- सर्वोच्च न्यायालय के दिए आदेश के अनुसार नेशनल टास्क फोर्स की तरह राज्य में भी टास्क फोर्स के गठन में झारखंड इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एवं जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रतिनिधि को सम्मिलित करने पर सहमति बनी.
- श्रावणी मेला में प्रतिनियुक्त चिकित्सकों के T.A/D.A का अलग से आवंटन देने पर विचार करने की घोषणा की गई.
- IMA के प्रतिनिधियों के साथ स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के बीच वार्ता में सहमति बनी कि राज्य, जिला या अनुमंडल स्तरीय जो भी समिति बनाई जाएगी, उसमें पूर्व की तरह आई.एम.ए के प्रतिनिधि भी एक सदस्य के रूप में शामिल होंगे.
- राज्य में महिला चिकित्सकों की सुरक्षा से संबंधित सभी आवश्यक निर्णय शीघ्र लेने पर सहमति बनी.
IMA ने दिन को बताया ऐतिहासिक
IMA की झारखंड इकाई ने बैठक के दिन को मेडिकल फ्रेटरनिटी के लिए ऐतिहासिक बताया है. IMA के पदाधिकारियों ने कहा कि मेडिकल से संबंधित बहु प्रतीक्षित डिमांड को लेकर स्वास्थ्य मंत्री, प्रधान सचिव, एनआरएचएम डायरेक्टर, आईएमए के सदस्य एवं झासा के सदस्यों के बीच क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट को यूपी की तर्ज पर संशोधित करने से संबंधित सहमति पर मुहर लगी. इस बैठक में एनएचएम के एमडी अबू इमरान और रिम्स के निदेशक डॉ राजकुमार, टीम आईएमए झारखंड एवं झासा झारखंड के पदाधिकारी की उपस्थिति रही.
इसके अलावा मुख्य रूप से डॉ अजय सिंह, डॉ आर एस दास, डॉ प्रदीप सिंह, डॉ. विमलेश कुमार सिंह, डॉ शंभू प्रसाद, डॉ मृत्युंजय ,डॉ सौरभ चौधरी मौजूद रहे. IMA के प्रदेश महासचिव प्रदीप सिंह और झासा के महासचिव डॉ मृत्युंजय ने कहा कि क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट में 50 बेड तक के अस्पतालों के छूट मिलने का लाभ राज्य के लोगों को ही होगा. डॉक्टर समुदाय के अस्पतालों में आम जनता को सस्ती और गुणवत्ता इलाज मिल सकेगा.
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