कोडरमा: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए राजद उम्मीदवार सुभाष यादव ने कोडरमा विधानसभा से नामांकन दाखिल किया था. इसके लिए जेल में बंद सुभाष यादव ने कोर्ट से पेरोल लिया था, लेकिन अब इस मामले में अब नया मोड़ आ गया है.
कोडरमा विधानसभा सीट पर राजद उम्मीदवार सुभाष यादव ने कोडरमा में निर्वाची पदाधिकारी रिया सिंह के समक्ष 24 अक्टूबर को नामांकन दाखिल किया था. उन्हें 22 अक्टूबर को पटना हाईकोर्ट से नामांकन दाखिल करने के लिए पेरोल मिला था. अब इस मामले में आरोप लगाया जा रहा है कि सुभाष यादव ने कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन किया है. यही नहीं कोर्ट के आदेश के उल्लंघन पर उनके नामांकन को रद्द करने की भी मांग की जा रही है.
सुभाष यादव पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने नामांकन से पहले अपने आवास पर गए थे और वहां पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की थी. इसके अलावा नामांकन के बाद वे इंदरवा में आयोजित एक जनसभा में भी शामिल हुए थे. जनसभा को बिहार के नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने संबोधित किया था. सुभाष यादव पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्हें पेरोल सिर्फ नामांकन के लिए मिला था लेकिन उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी की और जनसभा में भी शामिल हुए. ऐसे में उनका नामांकन रद्द करने की मांग की जा रही है.
वरिष्ठ अधिवक्ता प्रकाश राम ने कहा कि न्यायालय ने सुभाष यादव को सिर्फ नामांकन दाखिल करने के लिए पेरोल दिया था, ना की सभा में शामिल होने और बैठक करने के लिए. उन्होंने इस मामले को लेकर उन्हें पेरोल पर लेकर आई बिहार पुलिस पर भी सवाल खड़े किए हैं.
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