झालावाड़: पूर्व सीएम वसुंधरा राजे व सांसद दुष्यंत सिंह शुक्रवार को झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहे. इस दौरान पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने झालरापाटन शहर की गलियों में विभिन्न वार्डों में किए गए विकास कार्यों को देखा. वहीं, स्कूटर की सवारी करते हुए सभी वार्डों में किए जा रहे विकास कार्यों में गुणवत्ता बरतने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिए.
वसुंधरा के साथ नगर पालिका अध्यक्ष वर्षा चांदवाड, प्रधान भावना झाला, जिला प्रमुख प्रेम बाई दांगी और एएसपी चिरंजी लाल मीणा मौजूद रहे. इससे पहले आज पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और दुष्यंत सिंह ने मंगलनाथ की डूंगरी पर वन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम 75वें वन महोत्सव में भाग लिया तथा पौधे लगाकर आमजन से 'एक पेड़ मां के नाम' लगाने की अपील की.
पूर्व मुख्यमंत्री ने पहाड़ी पर पीपल और बरगद का पौधा लगाकर वन महोत्सव की शुरुआत की. इसके बाद क्षेत्रीय सांसद दुष्यंत सिंह व क्षेत्रीय विधायक गोविंद रानीपुरिया, कालूराम मेघवाल और जन प्रतिनिधि के साथ पौधारोपण किया और पौधों को देखरेख की जिम्मेदारी ली. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजे ने पेड़ों के महत्व को समझाते हुए अधिकाधिक पेड़ लगाने की अपील की.
आज तीन दिवसीय दौरे पर अपने विधानसभा क्षेत्र झालावाड़ पहुँची। शहर के विभिन्न स्थानों का जायज़ा लिया। जगह-जगह लोगों से शहर के विकास को लेकर चर्चा की।#MeraJhalawar #PeopleFirst pic.twitter.com/Rsn73pSof1
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) July 18, 2024
उन्होंने कहा कि सभी झालावाड़ वासी पौधारोपण करें और जिले कि सभी पहाड़ियों पर अधिकाधिक पेड़ लगाएं और हरयालो राजस्थान और प्रधानमंत्री की एक पेड़ मां के नाम अभियान के साथ-साथ अपने परिवारजनों के नाम से भी पौधे लगाएं. वहीं, सांसद दुष्यंत सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्र में वन क्षेत्र बढ़ाकर साइट सीन विकसित करने को कहा. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कई साइट्स ऐसी हैं, जहां पर वन्यजीव सर्दियों के दिनों में देश-विदेश से पहुंचते हैं. उन स्थानों पर वाइल्ड फोटोग्राफी कर पर्यटकों के लिए विकसित किया जा सकता है. कार्यक्रम के दौरान झालावाड़ जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ तथा वन विभाग के उपवन संरक्षक सागर पंवार मौजूद थे. इस दौरान जिला कलेक्टर अजय राठौड़ द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को जिले में वर्षा ऋतु के दौरान 21 लाख पौधे लगाने के लक्ष्य की जानकारी दी गई.