झाबुआ। झाबुआ कलक्ट्रेट की दीवार अब पिथौरा आर्ट की पहचान के साथ ही मतदाता जागरूकता संदेश का जरिया साबित होगी. रविवार को जिले के 6 ब्लॉक से आई स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने यहां 240 मीटर दीवार को कैनवास बना लिया. इसी कैनवास पर पिथौरा पेंटिंग बनाने के साथ मतदाता जागरूकता से जुड़े स्लोगन लिखे . इस पूरी कवायद में करीब 5 घंटे का वक्त लगा.
दीवार पर पेंटिंग से मतदान जागरुकता का संदेश
पश्चिमी मप्र का आदिवासी अंचल झाबुआ मतदाता जागरूकता के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचार के जरिए राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में बना हुआ है. इस दिशा में अब एक नई पहल की गई है. इसके तहत कलेक्टर नेहा मीना ने कलेक्ट्रेट से लेकर जिला पंचायत सीईओ व कलेक्टर निवास तक के हिस्से की बाहरी दीवार पर पिथौरा पेंटिंग बनाने के साथ मतदाता जागरूकता के संदेश लिखने का निर्णय लिया.
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की जिम्मेदारी
इस कार्य का जिम्मा आजीविका मिशन से जुड़ी महिला स्वयं सहायता समूहों को दिया गया था. रविवार सुबह करीब साढ़े 7 बजे सभी 6 ब्लॉक से आई 76 महिलाएं हाथ में कलर और कूची लेकर काम में जुट गई. उन्होंने 3-3 मीटर के ब्लॉक में पिथौरा पेंटिंग बनाते हुए इसी में मतदाता जागरूकता से जुड़े अलग अलग स्लोगन लिखे.
ये भी पढ़ें: लोकतंत्र के पर्व के लिए दौड़ा सिंगरौली, 79 हजार लोगों ने मिलकर बनाया गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड मतदान जागरुकता के लिए छह साल की बच्ची ने स्केट्स पहनकर खींचा ऑटो |
'मतदान का प्रतिशत बढ़ाना लक्ष्य'
कलेक्टर नेहा मीना का कहना है कि "कलक्ट्रेट में हर दिन पूरे जिले से लोग अपने प्रशासनिक कार्यों के लिए आते हैं. ऐसे में जब वे बाहरी दीवार पर लिखे मतदाता जागरूकता से जुड़े स्लोगन लिखे देखेंगे तो निश्चित तौर पर उनका सकारात्मक असर होगा. इससे वे मतदान के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझेंगे, जिससे मतदान के आंकड़े में इजाफा होगा. इसके साथ ही दूसरा फायदा यह हुआ कि कलेक्ट्रेट की पूरी दीवार आकर्षक नजर आने लगी. हमारा एक मात्र लक्ष्य लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाना है. ये तभी संभव होगा जब हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को अभियान से जोड़ पाएंगे. उसी दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं."