गया : शुक्रवार को सामने आए नक्सली पोस्टर में जदयू नेता समेत 7 लोगों को मौत की धमकी दी गई थी. नक्सलियों के पोस्टर में लिखा था, कि यह लोग संगठन द्वारा प्रतिबंधित की गई जमीन की खरीद-बिक्री कर रहे हैं. ऐसे में इन सभी के लिए मौत का फरमान जारी किया जाता है. नक्सली पोस्टर मिलने के बाद दहशत का माहौल कायम हो गया था. वहीं जदयू नेता और उनके परिवार में भी दहशत व्याप्त हो गया था. इसके बाद जदयू नेता ने सपरिवार अपना गांव छोड़ दिया है और दूसरे गोपनीय स्थान पर चले गए हैं.
जन अदालत लाकर सजा देने की लिखी थी बात : नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा चार स्थानों पर चिपकाए गए पोस्टर में जन आधारित अदालत लगाकर जदयू नेता समेत 7 लोगों को मौत की सजा देने की बात लिखी थी. फिलहाल जदयू नेता सपरिवार गांव छोड़कर दूसरे स्थान को चले गए हैं. वही, इस संबंध में गुरारू थाना में लिखित शिकायत भी की गई है. लिखित शिकायत में जान-माल की रक्षा की गुहार लगाई गई है.
'रैयती रही जमीन की खरीद-बिक्री किया हूं' : इस संबंध में जदयू के कला संस्कृति एवं खेल प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष शंभू सिंह ने बताया कि वह रैयती जमीन की खरीद-बिक्री करते हैं. उन्होंने जो भी जमीन खरीद-बिक्री की है, वह रैयती है. नक्सलियों के द्वारा प्रतिबंधित नहीं है, लेकिन इसके बीच नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के द्वारा गया के गुरारू थाना अंतर्गत अलग-अलग स्थान पर चार पोस्टर चिपकाए गए हैं. सभी में जान मारने की बात लिखी गई है. गुरारू थाना के शंकर बीघा गांव के रहने वाले जदयू नेता शंभू सिंह ने कहा है, कि इस मामले को लेकर गुरारू थाना में लिखित शिकायत की गई है. वहीं इस संबंध में एसएसपी से मिलेंगे और सुरक्षा की गुहार लगाएंगे.
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