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चंबल में खुदाई नहीं खीर बनाती है जेसीबी, फोकटी माता मंदिर में खाने टूटती है लोगों की भीड़ - Chambal JCB Kheer Maker

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 2, 2024, 12:20 PM IST

Updated : Jul 2, 2024, 2:29 PM IST

मध्य प्रदेश के चंबल अंचल में भंडारे का स्वरूप बदलने लगा है. भंडारों में अब भोजन के लिए आम बर्तन नहीं, बल्कि बड़े वाहन उपयोग होने लगे हैं. भिंड जिले में JCB के जरिए भंडारा का प्रसाद तैयार कराया गया.

JCB used to make kheer
खीर व सब्जी बनाने के लिए जेसीबी का इस्तेमाल (ETV BHARAT)

Fokati Mata Mandir Bhind: दो साल पहले जब बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भिंड के दंदरौआ धाम में हनुमान कथा की थी, उस दौरान JCB और सीमेंट कांक्रीट तैयार करने वाले मिक्सर के ज़रिए भोजन बनाने तस्वीरों ने सबको चौंका दिया था. अब एक बार फिर जिले के फूप कस्बे में फोकटी माता मंदिर पर प्रसादी बनाने के लिए JCB मशीन का उपयोग किया जाना चर्चा में है.

जेसीबी की मदद से बना भंडारे का भोजन प्रसादी (ETV BHARAT)

अपनी मनोकामना लेकर पहुंचते हैं भक्त

दरअसल, इस क्षेत्र का फोकटी माता का मंदिर काफी मशहूर है. यहां दूर से लोग अपनी मनोकामना लेकर आते हैं. जब मन्नत पूरी होती है तो मंदिर प्रांगण है भंडारा होता है. ऐसी ही मनोकामना पूरी होने पर भक्तों ने माता के मंदिर पर श्रीमद् भागवत कथा और शिव महापुराण कथा का आयोजन कराया. कथा पूर्ण होने के बाद विशाल भंडारे का भी आयोजन हुआ. जिसमें मंदिर में बड़ी संख्या में भोजन प्रसादी पाने के लिए श्रद्धालु पहुंचे. ऐसे में प्रसादी की आपूर्ति के लिए भारी मात्रा में भोजन भी बनाया गया.

Chambal JCB Kheer Maker
जेसीबी की मदद से बना भोजन (ETV BHARAT)

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भंडारे में 10 टन आटे के बने मालपुए

भंडारे में प्रसाद पाने के लिए जब भक्तों की भीड़ जुटी तो उनकी संख्या के हिसाब से आयोजकों ने भोजन प्रसादी बनवाने का फ़ैसला लिया. फिर JCB की मदद ली गई. क्योंकि सब्जी और खीर की मात्रा अधिक होने से उसे बनाते समय कढ़ाही में चलाना आसान नहीं था. ऐसे में सब्ज़ी और खीर को जेसीबी के माध्यम से बड़े बर्तनों में बनाया गया. भंडारा प्रसादी के लिए बड़ी मात्रा में सब्जी और खीर तो तैयार की ही गई. साथ ही शरद्धालुओं के लिये मालपुए भी बनवाए गए. करीब 100 क्विंटल से भी अधिक आटे के मालपुआ बनाए गए.

Fokati Mata Mandir Bhind: दो साल पहले जब बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भिंड के दंदरौआ धाम में हनुमान कथा की थी, उस दौरान JCB और सीमेंट कांक्रीट तैयार करने वाले मिक्सर के ज़रिए भोजन बनाने तस्वीरों ने सबको चौंका दिया था. अब एक बार फिर जिले के फूप कस्बे में फोकटी माता मंदिर पर प्रसादी बनाने के लिए JCB मशीन का उपयोग किया जाना चर्चा में है.

जेसीबी की मदद से बना भंडारे का भोजन प्रसादी (ETV BHARAT)

अपनी मनोकामना लेकर पहुंचते हैं भक्त

दरअसल, इस क्षेत्र का फोकटी माता का मंदिर काफी मशहूर है. यहां दूर से लोग अपनी मनोकामना लेकर आते हैं. जब मन्नत पूरी होती है तो मंदिर प्रांगण है भंडारा होता है. ऐसी ही मनोकामना पूरी होने पर भक्तों ने माता के मंदिर पर श्रीमद् भागवत कथा और शिव महापुराण कथा का आयोजन कराया. कथा पूर्ण होने के बाद विशाल भंडारे का भी आयोजन हुआ. जिसमें मंदिर में बड़ी संख्या में भोजन प्रसादी पाने के लिए श्रद्धालु पहुंचे. ऐसे में प्रसादी की आपूर्ति के लिए भारी मात्रा में भोजन भी बनाया गया.

Chambal JCB Kheer Maker
जेसीबी की मदद से बना भोजन (ETV BHARAT)

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भंडारे में 10 टन आटे के बने मालपुए

भंडारे में प्रसाद पाने के लिए जब भक्तों की भीड़ जुटी तो उनकी संख्या के हिसाब से आयोजकों ने भोजन प्रसादी बनवाने का फ़ैसला लिया. फिर JCB की मदद ली गई. क्योंकि सब्जी और खीर की मात्रा अधिक होने से उसे बनाते समय कढ़ाही में चलाना आसान नहीं था. ऐसे में सब्ज़ी और खीर को जेसीबी के माध्यम से बड़े बर्तनों में बनाया गया. भंडारा प्रसादी के लिए बड़ी मात्रा में सब्जी और खीर तो तैयार की ही गई. साथ ही शरद्धालुओं के लिये मालपुए भी बनवाए गए. करीब 100 क्विंटल से भी अधिक आटे के मालपुआ बनाए गए.

Last Updated : Jul 2, 2024, 2:29 PM IST
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