जयपुर. केंद्र में ओबीसी आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर-धौलपुर जाट समाज का आंदोलन अभी जारी रहेगा. आरक्षण संघर्ष समिति की सोमवार को मंत्री समूह के साथ पहले दौर की वार्ता सकारात्मक रही, लेकिन नोटिफिकेशन को लेकर बात अटक गई. 11 सदस्य प्रतिनिधि मंडल के साथ करीब एक घंटे की वार्ता के बाद तय हुआ कि नोटिफिकेशन को लेकर मंगलवार को संघर्ष समिति की मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ वार्ता होगी. हालांकि, संघर्ष समिति ने साफ कर दिया कि जब तक आरक्षण को लेकर नोटिफिकेशन जारी नही हो जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
नोटिफिकेशन तक जारी रहेगा आंदोलन : आंदोलन संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने बताया कि पहले दौर को वार्ता मंत्री कन्हैया लाल चौधरी और विधायक शैलेन्द्र सिंह के साथ हुई. वार्ता के लिए आरक्षण संघर्ष समिति का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जयपुर पहुंचा. पहले दौर की वार्ता सकारात्मक रही है, सरकार दो जिलों के जाट समाज को आरक्षण देने के पक्ष में है लेकिन इसका फैसला केन्द्र सरकार के स्तर पर ही हो सकता है.
11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से वार्ता: संघर्ष समिति ने सरकार को साफ कर दिया कि जब तक नोटिफिकेशन जारी नही हो जाता ये आंदोलन जारी रहेगा. नेम सिंह ने कहा कि मंत्री समूह ने आश्वस्त किया है कि कल संघर्ष समिति की दोपहर बाद मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से वार्ता कराएंगे. हमे पूरी उम्मीद है कि डबल इंजन की सरकार समाज की मांग को जल्द पूरा करेगी. प्रतिनिधि मंडल में नेम सिंह फौजदार, एडवोकेट दिलीप सिंह, कैप्टन जय सिंह, भोजेंद्र सिंह, धर्मेंद्र सिंह, सुनील सरपंच , ईश्वर सिंह , करतार सरपंच, महाराज सिंह सहित 11 सदस्य मौजूद थे.
ये हैं तीन मांग: बता दें कि केंद्र में ओबीसी आरक्षण मांग सहिय तीन मांगों को लेकर भरतपुर और धौलपुर जिले के जाट समाज के लोग 17 जनवरी से जयचोली गांव में महापड़ाव डाले हुए हैं. ओबीसी में आरक्षण के अलावा समाज 56 युवाओं को चयन के बावजूद अब तक शिक्षक, शारीरिक शिक्षक समेत अन्य पदों पर नियुक्ति नहीं मिली है, उन्हें नियुक्ति दी जाए. इसके साथ वर्ष 2017 के आंदोलन के दौरान समाज के युवाओं और लोगों के खिलाफ जो पुलिस में मामले दर्ज हुए उन्हें हटाया.