नई दिल्ली: इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिवस को मुस्लिम समाज में ईद मिलादुन्नवी के रूप में मनाया जाता है. इसे यौम-ए-पैदाइश यानी बारह रवि उल अव्वल भी कहा जाता है. ऐसे में सोमवार को ईद मिलादुन्नवी का त्योहार मनाया जा रहा है. इसमें जुलूस का आयोजन भी बड़े स्तर पर किया गया. ईद मिलादुन्नबी पर पश्चिमी दिल्ली में जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया. ये जुलूस पश्चिमी दिल्ली के विकास नगर से शुरू होकर मोहन गार्डन, रामा पार्क, नवादा, उत्तम नगर, पंखा रोड, बिंदापुर जनकपुरी, विकासपुरी, शिव विहार सहित कई इलाकों से होकर निकला.
पश्चिमी दिल्ली की 30 मस्जिदों की तरफ से लंबा जुलूस निकाला गयाः पश्चिमी दिल्ली की 30 मस्जिदों की तरफ से कई किलोमीटर लंबा जुलूस निकाला गया, जिसमें हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के साथ-साथ हिंदू समुदाय के लोग भी शामिल हुए. जुलूस को बड़े ही अमनो सुकून के साथ निकाला गया. वहीं लोगों ने एकता और भाईचारे की मिसाल पेश की. हाथों में देश की शान तिरंगा लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मज़हबी झंडा फहराने के साथ साथ देश और इस्लाम के समर्थन में खूब नारे भी बुलंद किये.
इस मौके पर द्वारका जिले के एडिश्नल डीसीपी अनुराग द्विवेदी सहित काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया ताकि ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल और माहौल खराब न हो सके. इसके लिए पुलिस और 30 मस्जिदों की तरफ से जुलूस में शामिल हुए वॉलिंटियरों की पैनी नजर रही. वहीं, इस जुलूस के दौरान ट्रैफिक जाम न लगे इसलिए पुलिस के साथ साथ हर एक मस्जिद की तरफ से आये वॉलिंटियरों ने भी मोर्चा संभाला था. Jashn e Eid Miladunnabi and e Mohammadi organized smoothly with the cooperatio के बीच एक रस्सी लेकर चल रहे थे ताकि ट्रैफिक एक तरफ चल सके और जुलूस दूसरी तरफ आसानी से चल सके किसी को भी किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े.
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मस्जिद के वॉलिंटियरों ने एम्बुलेंस को जाम से निकलवायाः वहीं, जुलूस के दौरान जब एक एम्बुलेंस को जाम का सामना करना पड़ा तब कादरिया जिलानी मस्जिद की तरफ से लगे वॉलिंटियरों एम्बुलेंस को जाम से निकलवाया. रथ पर सवार कादरिया जिलानी मस्जिद के इमाम ने बताया कि आज पैगम्बर हज़रत मुहम्मद का पैदाइश का दिन है और आज के दिन ही वो दुनिया में तशरीफ़ लाये थे और उनका पैगाम था कि जिस मुल्क में रहो वहां की मिट्टी से मुहब्बत करो. आपस मे भाईचारा कायम रखो और अपने पड़ोसी से मुहब्बत करो चाहे वो किसी भी मजहब या धर्म से ताल्लुक रखता हो.
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