जमुई: बिहार के जमुई के जिलाधिकारी राकेश कुमार आए दिन जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को ना सिर्फ सुनते हैं, बल्कि उसका निपटारा भी करते हैं. ऐसे में विभिन्न विभाग गांवों में लाई जा रही योजना को लेकर कैसे काम कर रहे हैं, जानने के लिए डीएम अचानक औचक निरीक्षण करने पहुंच गए. इस दौरान कई विभागों से कर्मी गायब मिले.
एक्शन मोड में जमुई के डीएम: जिलाधिकारी राकेश कुमार आज फुल एक्शन में दिखे. अचानक औचक निरीक्षण पर निकल पड़े. जिलास्तरीय विभिन्न विभागों कार्यालयों का खुद निरीक्षण शुरू कर दिया और अनुपस्थित पाए गए कुल 66 कर्मियों के आज एक दिन 12/08/2024 के वेतन पर रोक लगा दी और स्पष्टीकरण की मांग की गई है.
66 कर्मियों के एक दिन के वेतन पर रोक: दरअसल जमुई जिलाधिकारी राकेश कुमार ने पहले ही निर्देश जारी किया था कि कार्यालय और विभाग के कर्मी ससमय अपने- अपने विभाग और कार्यालय में पहुंचे. 12 अगस्त को जिलाधिकारी राकेश खुद अपने कार्यालय में समय से पहले पहुंच गए और कर्मियों के पहुंचने के तय समय पार करते ही अपने कार्यालय से निकलकर खुद विभिन्न विभागों और कार्यालयों का निरीक्षण शुरू कर दिया. जिलाधिकारी के कार्रवाई से कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है.
खटिया वाले डीएम : दरअसल जमुई जिलाधिकारी अपने अनोखे अंदाज के लिए जाने जाते हैं. सुदूरवर्ती पिछड़े इलाकों के गांवो में भी पहुंच जाते हैं. पदाधिकारियों को साथ लेकर ग्रामीणों के दरवाजे की कुंडी खटखटाकर कहते है खोलिऐ हम जमुई के डीएम आए हैं. आपकी समस्याओं को जानने सरकार की विकास योजनाओं में से क्या कुछ मिला और भी कोई समस्या हो तो बताएं. ग्रामीणों से "खाट" खटिया पर ही बैठकर बात करने लगते हैं.
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