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ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में पहली बार हुई कोकलस पक्षी की गिनती, अबकी बार कम नजर आए जाजुराना - Great Himalayan National Park

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jul 29, 2024, 1:30 PM IST

Jajurana and Koklas bird Counted in Great Himalayan National Park at Kullu Himachal: हिमाचल के कुल्लू जिला स्थित ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में इस बार जाजुराना के साथ कोकलस पक्षी की भी गणना की गई. इस बार सर्वे के दौरान जाजुराना कम नजर आए. पढ़िए पूरी खबर...

ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में जाजुराना और कोकलस की गणना
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में जाजुराना और कोकलस की गणना (ETV Bharat)

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के बंजार विधानसभा क्षेत्र में स्थित ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में राज्य पक्षी जाजुराना के साथ पहली बार कोकलस पक्षी की भी गणना की गई है. नेशनल पार्क में इस साल हुई गणना में राज्य पक्षी जाजुराना इस बार काफी कम नजर आया. वहीं, पहली बार हुई कोकलस पक्षी की गिनती नेशनल पार्क में 366 के करीब हुई है. बीते साल हुई गणना में जहां जाजुराना की डेंसिटी पिछले वर्ष 4.48 थी. वो इस साल 3.33 रही है. नेशनल पार्क में बीते 3 साल में इनकी संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी. लेकिन इस बार सर्वे के दौरान हुई वर्षा को इनके कम देखे जाने का कारण भी माना जा रहा है.

ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में जाजुराना की हुई गणना
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में जाजुराना की हुई गणना (ETV Bharat)

जाजुराना के साथ कोकलस पक्षी की भी हुई गणना: ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क प्रबंधन द्वारा इस बार 27 से 30 अप्रैल के अंतिम सप्ताह में हुए सर्वे में विभाग की अलग-अलग टीमों ने जहां 18 स्थानों पर जाजुराना के लिए गिनती के लिए सर्वे किया था. वही, कोकलस पक्षी के लिए भी नौ स्थानों पर सर्वे किया गया था.

सर्वे के दौरान जाजुराना और कोकलस की आवाज सुनाई दी: सर्वे के दौरान टीम को जाजुराना की करीब 180 अकेली आवाज सुनाई दी, यह समय इनकी ब्रीडिंग का होता है. ऐसे सारा में नर पक्षी मादा को आकर्षित करने दी. इसके अलावा 188 वार कोकलस की आवाज सुनाई दी गई. कोकलस जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में पाया जाता है. यह देवदार के जंगल में 2200 से 2500 मीटर की ऊंचाई पर रहता है. नर कोकलस मादा से काफी बड़ा होता है. इसका रंग चांदी जैसा होता है और पीठ भूरे रंग की होती है. ग्रेट हिमालयन नेशनल में सर्वे के दौरान 188 कोकलस की अकेली आवाज सुनाई दी गई है.

कोकलस का नेशनल पार्क द्वारा चिन्हित जगह पर हुआ सर्वे: जाजुराना एक शर्मिला पक्षी है और यह एकदम सामने नहीं आता है. ऐसे में इस बार सर्वे के दौरान 18 स्थानों में से सबसे अधिक होमखनी में 36 वार, वासु में 18 और सबसे कम थाच में एक आवाज सुनाई दी गई है. कोकलस के लिए पार्क प्रबंधन द्वारा चिन्हित नौ स्थानों पर इसका सर्वे हुआ. उसमें बाहली थाच में 39, शिलट में 31, चौबघार में 39 और सबसे कम पांच कीलम नाला में पांच बार आवाज सुनाई दी. कोकलस की डेंसिटी 2.29 प्रति हेक्टेयर रही है. जबकि नर एवं मादा की डेंसिटी 4.99 प्रति हेक्टेयर रही है.

अबकी बार ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में कम नजर आए जाजुराना
अबकी बार ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में कम नजर आए जाजुराना (ETV Bharat)

इस साल जाजुराना की डेंसिटी में आई कमी: जाजुराना की आवाज की दूरी 153 मीटर तक रही. इसमें नर जाजुराना की डेंसिटी 1.66 प्रति हेक्टेयर थे. ऐसे में नर एवं मादा की डेंसिटी 3.33 प्रति हेक्टेयर रही है. जबकि पिछले वर्ष से 4.48 प्रति हेक्टेयर, 2022 में 4.24 प्रति हेक्टेयर था. जिन 18 साइट पर जाजुराना का सर्वे हुआ था.

ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क की ओर से जाजुराना की गिनती के साथ पहली बार कोकलस की गिनती की गई है. कोकलस की डेंसिटी काफी अच्छी है. जाजुराना का भी संरक्षण हो रहा है:- संदीप शर्मा, कंजरवेटर वाइल्ड लाइफ शमशी, कुल्लू

ये भी पढ़ें: श्री रेणुका जी जू में जल्द सुनाई देगी बाघों की दहाड़, इसी साल गूंजेगी शुभ खबर!

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के बंजार विधानसभा क्षेत्र में स्थित ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में राज्य पक्षी जाजुराना के साथ पहली बार कोकलस पक्षी की भी गणना की गई है. नेशनल पार्क में इस साल हुई गणना में राज्य पक्षी जाजुराना इस बार काफी कम नजर आया. वहीं, पहली बार हुई कोकलस पक्षी की गिनती नेशनल पार्क में 366 के करीब हुई है. बीते साल हुई गणना में जहां जाजुराना की डेंसिटी पिछले वर्ष 4.48 थी. वो इस साल 3.33 रही है. नेशनल पार्क में बीते 3 साल में इनकी संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी. लेकिन इस बार सर्वे के दौरान हुई वर्षा को इनके कम देखे जाने का कारण भी माना जा रहा है.

ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में जाजुराना की हुई गणना
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में जाजुराना की हुई गणना (ETV Bharat)

जाजुराना के साथ कोकलस पक्षी की भी हुई गणना: ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क प्रबंधन द्वारा इस बार 27 से 30 अप्रैल के अंतिम सप्ताह में हुए सर्वे में विभाग की अलग-अलग टीमों ने जहां 18 स्थानों पर जाजुराना के लिए गिनती के लिए सर्वे किया था. वही, कोकलस पक्षी के लिए भी नौ स्थानों पर सर्वे किया गया था.

सर्वे के दौरान जाजुराना और कोकलस की आवाज सुनाई दी: सर्वे के दौरान टीम को जाजुराना की करीब 180 अकेली आवाज सुनाई दी, यह समय इनकी ब्रीडिंग का होता है. ऐसे सारा में नर पक्षी मादा को आकर्षित करने दी. इसके अलावा 188 वार कोकलस की आवाज सुनाई दी गई. कोकलस जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में पाया जाता है. यह देवदार के जंगल में 2200 से 2500 मीटर की ऊंचाई पर रहता है. नर कोकलस मादा से काफी बड़ा होता है. इसका रंग चांदी जैसा होता है और पीठ भूरे रंग की होती है. ग्रेट हिमालयन नेशनल में सर्वे के दौरान 188 कोकलस की अकेली आवाज सुनाई दी गई है.

कोकलस का नेशनल पार्क द्वारा चिन्हित जगह पर हुआ सर्वे: जाजुराना एक शर्मिला पक्षी है और यह एकदम सामने नहीं आता है. ऐसे में इस बार सर्वे के दौरान 18 स्थानों में से सबसे अधिक होमखनी में 36 वार, वासु में 18 और सबसे कम थाच में एक आवाज सुनाई दी गई है. कोकलस के लिए पार्क प्रबंधन द्वारा चिन्हित नौ स्थानों पर इसका सर्वे हुआ. उसमें बाहली थाच में 39, शिलट में 31, चौबघार में 39 और सबसे कम पांच कीलम नाला में पांच बार आवाज सुनाई दी. कोकलस की डेंसिटी 2.29 प्रति हेक्टेयर रही है. जबकि नर एवं मादा की डेंसिटी 4.99 प्रति हेक्टेयर रही है.

अबकी बार ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में कम नजर आए जाजुराना
अबकी बार ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में कम नजर आए जाजुराना (ETV Bharat)

इस साल जाजुराना की डेंसिटी में आई कमी: जाजुराना की आवाज की दूरी 153 मीटर तक रही. इसमें नर जाजुराना की डेंसिटी 1.66 प्रति हेक्टेयर थे. ऐसे में नर एवं मादा की डेंसिटी 3.33 प्रति हेक्टेयर रही है. जबकि पिछले वर्ष से 4.48 प्रति हेक्टेयर, 2022 में 4.24 प्रति हेक्टेयर था. जिन 18 साइट पर जाजुराना का सर्वे हुआ था.

ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क की ओर से जाजुराना की गिनती के साथ पहली बार कोकलस की गिनती की गई है. कोकलस की डेंसिटी काफी अच्छी है. जाजुराना का भी संरक्षण हो रहा है:- संदीप शर्मा, कंजरवेटर वाइल्ड लाइफ शमशी, कुल्लू

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