जयपुर: प्रदेश में बीजेपी सरकार संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पदों को भरने की कवायद में जुटी हुई है. इसके साथ ही विभागीय पदोन्नतियों का भी तोहफा दिया है. ऐसे में राज्य सरकार का 1 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में संस्कृत शिक्षा से जुड़े मंत्रालयिक कर्मचारी शिक्षा मंत्री का आभार जताने पहुंचे, तो वहीं 31 बटुकों और आचार्य विद्वानों ने शिक्षा मंत्री कार्यालय पर स्वस्ति वाचन किया.
स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवाः स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः।
स्वस्ति नस्तार्थ्यो अरिष्टनेमिः स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु।।
शासन सचिवालय स्थित मंत्रालय भवन मंगलवार को कुछ इसी तरह के स्वस्ति मंत्रों से गूंज उठा. मौका था, प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सरकार के एक वर्ष पूरा होने का. इस उपलक्ष्य में शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर के कार्यालय में प्रदेश वासियों की खुशहाली और समृद्धि की मंगल कामना को लेकर स्वस्ति वाचन कराया गया. यहां संस्कृत शिक्षा विभाग के 31 बटुकों और आचार्य विद्वानों की ओर से शिक्षा मंत्री के कार्यालय में स्वस्ति वाचन किया गया.
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इस दौरान शिक्षा मंत्री ने भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित करते हुए प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना की. इस अवसर पर बटुकों ने मदन दिलावर को आशीर्वाद भी दिया. वहीं, दिलावर ने कहा कि ये हमारी परंपरा का अंग है. जब भी कोई शुभ कार्य होता है, तो स्वस्ति वाचन कराया जाता है. शास्त्रों में इसे बड़ा ही फलकारी बताया गया है.
उधर, संस्कृत शिक्षा विभाग में सभी मंत्रालयिक कर्मचारियों की 2024-25 तक की पदोन्नतियां शतप्रतिशत कर दी गई है. सभी पदोन्नतियां समय से हो जाने के चलते मंत्रालयिक कर्मचारियों ने संस्कृत शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का आभार जताया. साथ ही विभाग में अध्यापक, शारीरिक शिक्षक, पुस्तकालय अध्यक्ष, प्रयोगशाला सहायक और कंप्यूटर अनुदेशकों के रिक्त पदों पर भर्ती से संस्कृत शिक्षा को बल मिलने की बात कही.