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जबलपुर की अनूठी कांवड़ यात्रा, भोलेनाथ की भक्ति के साथ पौधरोपण, वीरान पहाड़ी को किया जंगल में तब्दील - sanskar Kanwar Yatra

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 29, 2024, 12:00 PM IST

जबलपुर में हर साल अनोखी कांवड़ यात्रा निकाली जाती है. इस कांवड यात्रा में भगवान शिव के भक्ति एक तरफ जहां नर्मदा जल भरकर चलते हैं और दूसरी तरफ एक पौधा लेकर चलते हैं. इस साल भी 50 हजार से ज्यादा लोग कांवड़ यात्रा में शामिल हुए. यात्रा के दौरान भगवान शिव के जल अर्पित करते हैं और पौधे को पास की पहाड़ी पर लगाते हैं.

Jabalpur sanskar Kanwar Yatra
जबलपुर की अनूठी कांवड़ यात्रा (ETV BHARAT)

जबलपुर। जबलपुर में संस्कार कांवड़ यात्रा का उत्साह पूरे शहर में दिखा. कांवड़ यात्रा में सोमवार सुबह जबलपुर के ग्वारीघाट से शुरू हुई. इसमें लगभग 50 हजार लोग कांवड़ लेकर चल रहे हैं. बता दें कि हर साल यह कांवड़ यात्रा सावन माह के सोमवार को निकाली जाती है. कांवड़ यात्री नर्मदा नदी के ग्वारीघाट से जल भरते हैं. इस जल से मटामर गांव के शिव मंदिर में भगवान शिव को जल अभिषेक किया जाता है. कांवड़ यात्रा में भक्ति के साथ प्रकृति को जोड़ा गया है.

कांवड़ यात्रा के दौरान भोलेनाथ की भक्ति के साथ पौधरोपण (ETV BHARAT)

कांवड़ियों ने पूरा जंगल ही खड़ा कर दिया

हर कांवड़िया अपने कांवड़ में नर्मदा जल के साथ एक पौधा लेकर चल रहा है. ये पौधे जबलपुर नगर निगम और आयोजक संस्था ने उपलब्ध करवाए हैं. इन सभी 50 हजार से ज्यादा पौधों को शिव मंदिर के आसपास की पहाड़ी पर लगाया जाएगा. यही कारण है कि मंदिर के आसपास अच्छा खासा जंगल खड़ा हो गया है. जबलपुर में यह आयोजन 29 जुलाई की सुबह 7 शुरू हो गया. इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिए नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय जबलपुर पहुंचे. उन्होंने भी कांवड़ उठाई.

Jabalpur sanskar Kanwar Yatra
कांवड़ में नर्मदा जल के साथ एक पौधा (ETV BHARAT)

कांवड़ यात्रा में कैलाश विजयवर्गीय शामिल

इस मौके पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा "कावड़ यात्रा एकात्मता का संदेश देती है." आयोजन में कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा भी शामिल हुए. विवेक तनखा का कहना है "ये देश का पहला आयोजन होगा, जिसमें कांवड़ के साथ शिव भक्त पौधे लेकर चल रहे हैं." संस्कार कांवड़ यात्रा के आयोजक शिव यादव का कहना है "कांवड़ यात्रा के दौरान जो लोग पौधा लेकर आते हैं, उन लोगों को पौधे से लगाव हो जाता है और वे इस पौधे को न सिर्फ पहाड़ पर लगाते हैं बल्कि बाद में भी इसकी देखभाल करने के लिए जाते हैं."

Jabalpur sanskar Kanwar Yatra
कांवड़ यात्रा में कैलाश विजयवर्गीय शामिल (ETV BHARAT)

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पिछले साल दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए थे

बता दें कि पिछले साल इस आयोजन में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए थे. जबलपुर में यह कांवड़ यात्रा बीते कई सालों से निकल जा रही है. यात्रा के दौरान लगभग 20 किलोमीटर पैदल चलकर भक्त नर्मदा जल भगवान शिव पर अर्पित करते हैं. जबलपुर में लगातार कांवड़ यात्राओं का सिलसिला पूरे सावन महीने चलेगा.

जबलपुर। जबलपुर में संस्कार कांवड़ यात्रा का उत्साह पूरे शहर में दिखा. कांवड़ यात्रा में सोमवार सुबह जबलपुर के ग्वारीघाट से शुरू हुई. इसमें लगभग 50 हजार लोग कांवड़ लेकर चल रहे हैं. बता दें कि हर साल यह कांवड़ यात्रा सावन माह के सोमवार को निकाली जाती है. कांवड़ यात्री नर्मदा नदी के ग्वारीघाट से जल भरते हैं. इस जल से मटामर गांव के शिव मंदिर में भगवान शिव को जल अभिषेक किया जाता है. कांवड़ यात्रा में भक्ति के साथ प्रकृति को जोड़ा गया है.

कांवड़ यात्रा के दौरान भोलेनाथ की भक्ति के साथ पौधरोपण (ETV BHARAT)

कांवड़ियों ने पूरा जंगल ही खड़ा कर दिया

हर कांवड़िया अपने कांवड़ में नर्मदा जल के साथ एक पौधा लेकर चल रहा है. ये पौधे जबलपुर नगर निगम और आयोजक संस्था ने उपलब्ध करवाए हैं. इन सभी 50 हजार से ज्यादा पौधों को शिव मंदिर के आसपास की पहाड़ी पर लगाया जाएगा. यही कारण है कि मंदिर के आसपास अच्छा खासा जंगल खड़ा हो गया है. जबलपुर में यह आयोजन 29 जुलाई की सुबह 7 शुरू हो गया. इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिए नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय जबलपुर पहुंचे. उन्होंने भी कांवड़ उठाई.

Jabalpur sanskar Kanwar Yatra
कांवड़ में नर्मदा जल के साथ एक पौधा (ETV BHARAT)

कांवड़ यात्रा में कैलाश विजयवर्गीय शामिल

इस मौके पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा "कावड़ यात्रा एकात्मता का संदेश देती है." आयोजन में कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा भी शामिल हुए. विवेक तनखा का कहना है "ये देश का पहला आयोजन होगा, जिसमें कांवड़ के साथ शिव भक्त पौधे लेकर चल रहे हैं." संस्कार कांवड़ यात्रा के आयोजक शिव यादव का कहना है "कांवड़ यात्रा के दौरान जो लोग पौधा लेकर आते हैं, उन लोगों को पौधे से लगाव हो जाता है और वे इस पौधे को न सिर्फ पहाड़ पर लगाते हैं बल्कि बाद में भी इसकी देखभाल करने के लिए जाते हैं."

Jabalpur sanskar Kanwar Yatra
कांवड़ यात्रा में कैलाश विजयवर्गीय शामिल (ETV BHARAT)

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पिछले साल दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए थे

बता दें कि पिछले साल इस आयोजन में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए थे. जबलपुर में यह कांवड़ यात्रा बीते कई सालों से निकल जा रही है. यात्रा के दौरान लगभग 20 किलोमीटर पैदल चलकर भक्त नर्मदा जल भगवान शिव पर अर्पित करते हैं. जबलपुर में लगातार कांवड़ यात्राओं का सिलसिला पूरे सावन महीने चलेगा.

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