जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर में बिना टिकट रेल यात्रा करने वाली यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मंडल ने 6 माह में 3 लाख 92 हजार यात्रियों को बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़ा है. जबकि, बिना टिकट यात्रा करने पर जुर्माना और सजा दोनों हो सकती हैं. इसके अलावा भी रेलवे कई ढंग से लोगों से जुर्माना वसूल करती है.
रेलवे ने 6 माह में 27.58 करोड़ वसूला जुर्माना
केवल जबलपुर रेल मंडल में बीते 6 महीने में 392000 यात्री बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़े गए हैं. जबलपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम डॉक्टर मधुर वर्मा ने बताया कि "इन यात्रियों से 27 करोड़ 58 लाख रुपए का जुर्माना वसूला गया है. यह आंकड़ा 1 अप्रैल से लेकर 30 सितंबर के बीच का है."
बिना टिकट रेल यात्रियों की बढ़ी संख्या
ट्रेन में मुफ्त में यात्रा करने का चलन बंद नहीं हो रहा है. जैसे-जैसे ट्रेनों की संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे फ्री में यात्रा करने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है. केवल जबलपुर रेल मंडल में बीते 6 महीने का आंकड़ा यदि हम देखें तो रोज 2500 से ज्यादा बिना टिकट यात्रा करने वाले लोग पकड़ गए हैं. दरअसल, यह संख्या दोगुनी से ज्यादा होगी, क्योंकि बहुत से लोग तो बिना टिकट रहते हैं, लेकिन पकड़ में नहीं आते हैं.
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रेलवे इतना लगाती है जुर्माना
रेलवे में बिना टिकट यात्रा करने पर कम से कम ढाई सौ रुपए का जुर्माना होता है. हालांकि, जुर्माने की राशि 250 रुपए से शुरू होकर 1000 रुपए तक होती है. इसके अलावा बिना मतलब चेन पुलिंग करने पर ₹1000 का जुर्माना लगता है. वहीं ट्रेन में बिल बोर्ड चिपकने पर ₹1000 तक का जुर्माना लगता है. जो लोग रेलवे का जुर्माना नहीं भर बातें उन्हें जेल भी भेज दिया जाता है.