जबलपुर: नगर निगम अतिक्रमण दस्ता जबलपुर शहर में इन दिनों सड़क पर दुकान लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. इसके विरोध में जबलपुर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. साथ ही मोहन यादव सरकार और नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद कांग्रेस कार्यकार्ता रेहड़ी-पटरी व फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे. वहीं जिला प्रशासन ने कहा कि "यह कार्रवाई यातायात व्यवस्था को ठीक करने के लिए की गई है."
अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई
बता दें कि भारतीय संविधान की धारा 21 में आजीविका का अधिकार परिभाषित किया गया है. इसके तहत जब तक कोई भी स्थानीय निकाय फुटपाथ पर काम करने वाले लोगों को कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं देती, तब तक वह उन्हें सड़क से नहीं हटा सकती. इसके बावजूद जबलपुर नगर निगम यातायात को व्यवस्थित करने के नाम पर सड़क पर काम करने वाले लोगों को हटा रही है.
कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
जबलपुर में नगर निगम की कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने शुक्रवार को एक रैली निकाली. जिसमें फुटपाथ पर काम करने वाले पथ विक्रेता अपने ठेलों पर सामान लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे लखन घनघोरिया ने कहा, "नगर निगम गरीबों की रोजी-रोटी छीन रहा है और इसके पीछे शहर के बड़े दुकानदार हैं. वह फुटपाथ पर काम करने वाले लोगों को हटाना चाहते हैं, ताकि वे खुलकर व्यापार कर सकें."
- देवास में किसान का प्रदर्शन, रास्ते के लिए परिवार ने घुटनों के बल तय किया SDM ऑफिस का रास्ता
- विदिशा में सहरिया आदिवासियों ने किया वन विभाग की कार्रवाई का विरोध, बोले- जमीन ही हमारी जिंदगी
'जाम से निजात के लिए हटाना जरूरी'
जबलपुर कांग्रेस नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा का कहना है, "भारत सरकार ने 2014 में फुटपाथ पर काम करने वाले लोगों के लिए एक कानून भी बनाया है, लेकिन उसके बाद भी नगर निगम उन्हें सड़क से हटा रहा है. इस पूरे मामले पर नगर निगम कमिश्नर प्रीति यादव का कहना है, "सड़क पर फुटपाथ पर काम करने वाले लोगों की वजह से जाम के हालात रहते हैं, इसलिए इन्हें हटाना जरूरी है."