जयपुर. राजस्थान विधानसभा में भजनलाल सरकार के पहले पूर्णकालिक बजट पर गुरुवार को सामान्य वाद-विवाद हुआ. इसमें पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने अपने-अपने विचार रखे. इस दौरान सदन में आपातकाल और पाकिस्तान जाने वाले पानी का भी मुद्दा गूंजा. दरअसल, सूरतगढ़ से कांग्रेस विधायक डूंगरराम गेदर ने सीमावर्ती इलाके में पानी की कमी का जिक्र करते हुए नदियों से पाकिस्तान जाने वाले पानी का मुद्दा उठाया. डूंगरराम गेदर ने कहा कि श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ में भाखड़ा-गंगनहर के लिए महज 10 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, जो ऊंट के मुंह मे जीरा के समान है.
उन्होंने कहा कि गंगनहर में 2500 क्यूसेक पानी की जगह 1000 से 1300 क्यूसेक पानी मिलता है, जबकि इंदिरा गांधी नहर परियोजना में 18 हजार की जगह 11-12 हजार क्यूसेक पानी चलता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि वे पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोककर एक-एक बूंद पानी के लिए तरसा देंगे. तत्कालीन जनसंसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी कहा था कि एक बूंद भी पानी नहीं जाएगा, लेकिन पिछले 15 साल में पाकिस्तान कितना पानी जा रहा है. इसका आंकड़ा जारी करना चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोका नहीं जा रहा है.
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राजस्थान के श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ के किसानों को पानी मिल नहीं रहा है. हरिके बैराज से व्यास और सतलज नदी में केमिकल युक्त पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे श्रीगंगानगर से बाड़मेर तक कैंसर फैल रहा है. वाद-विवाद की शुरुआत में राजसमंद विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने कहा कि विपक्ष के सदस्यों ने संविधान को लेकर बड़ी-बड़ी बातें की. भ्रमित करने वाले बयान देकर कहा गया कि भाजपा सत्ता में आई तो संविधान बदल देगी.
उन्होंने कहा कि वो भाजपा थी या कांग्रेस थी, जिसने आपातकाल लगाकर संविधान को कुचलने का काम किया. आज ये बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. ये वही पार्टी है, जिसने कदम-कदम पर संविधान को कुचलने के प्रयास किया है. उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर जल जीवन मिशन में अनियमितता और थोथी घोषणाएं करने का आरोप लगाया.
21 साल बाद किसी वित्त मंत्री ने पढ़ा बजट : राजाखेड़ा से कांग्रेस विधायक रोहित बोहरा ने कहा कि 21 साल बाद सदन में मुख्यमंत्री की बजाए वित्त मंत्री ने बजट पढ़ा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को बजट लाने की इतनी जल्दी क्या थी. हम केंद्र सरकार का बजट आने का इंतजार क्यों नहीं कर सकते थे. अब अगर केंद्र सरकार कोई योजना लाकर उसमें राज्य का हिस्सा शामिल करने की घोषणा करती है तो कहां से बजट का प्रावधान करेंगे.
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यहां कोई हटाया थोड़ी जा रहा था. जो बजट लाने की जल्दी थी. इस बजट से ऐसा लगता है कि सरकार की कोई रीति-नीति या विजन नहीं है. उन्होंने बजट को दिशाहीन बताया. उन्होंने कैप्टिव पावर प्लांट की इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी माफ करने के मामले में बड़ा खेला हुआ है.
पेट्रोल-डीजल का मुद्दा भी छाया : सदन में वाद-विवाद के बीच विपक्षी सदस्यों ने पेट्रोल-डीजल के दाम कम नहीं करने पर सरकार को घेरा. पाली से कांग्रेस विधायक भीमराज भाटी ने कहा कि घोषणा पत्र में पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने का वादा करने के बाद भी दाम कम नहीं किए गए. इस पर मंत्री जोगेश्वर ने हंसते हुए कहा कि आप इधर (हमारे साथ) आ जाइए. हम दाम और कम कर देंगे. इस पर भाटी ने कहा, मैं कांग्रेस का समर्पित कार्यकर्ता हूं और पिताजी भी कांग्रेस से जुड़े थे. वाद-विवाद के दौरान पक्ष-विपक्ष के सदस्यों में नोंक-झोंक भी हुई.
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जमकर चले आरोप-प्रत्यारोप के बाण: जोधपुर के सूरसागर से भाजपा के विधायक देवेंद्र जोशी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के पांच साल में कुर्सी बचाने के लिए हथकंडे अपनाए गए और भ्रष्टाचार हुआ. आसींद से भाजपा विधायक जब्बर सिंह सांखला ने कहा कि यह ऐसा बजट है, जिसकी विपक्षी सदस्य भी तारीफ कर रहे हैं.
मांडल से भाजपा विधायक उदयलाल भड़ाना ने भी पूर्ववर्ती सरकार पर भीलवाड़ा में जमीनों का बड़ा घोटाला करने का आरोप लगाया. किशनगढ़ से कांग्रेस विधायक विकास चौधरी, चौमू से कांग्रेस विधायक डॉ. शिखा मील बराला, डेगाना से भाजपा विधायक अजय सिंह किलक, रानीवाड़ा से कांग्रेस विधायक रतन देवासी सहित कई अन्य सदस्यों ने भी अपने विचार रखे.