गिरिडीहः हर गांव के हर घर तक नल से पानी पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन योजना चलाई जा रही है. केंद्र के साथ-साथ यह राज्य सरकार की भी महात्वाकांक्षी योजना है. इस योजना का काम गिरिडीह में युद्धस्तर से चल रहा है. डीसी ने योजना को सही तरीके से धरातल पर उतारने का निर्देश पीएचईडी विभाग के पदाधिकारियों को दे रखा है. इसके बावजूद योजना में मनमानी का मामला गिरिडीह में सामने आया है. यही वजह है कि योजना में गड़बड़ी का आरोप जगह-जगह लग रहा है और लगातार शिकायत सामने आ रही हैं. कई स्थानों पर हंगामा भी हो रहा है.
पिछले माह सदर प्रखंड के चुंजका में ग्रामीणों ने संवेदक को बनाया था बंधक
योजना में गड़बड़ी का मामला पिछले 13 - 14 जून को सदर प्रखंड के चुंजका से सामने आया था. गांव में जल जीवन मिशन के तहत आधा दर्जन जलमीनार का निर्माण करवाया गया था, लेकिन लोगों को पानी नहीं मिला. तीन-चार माह तक लोग पानी की मांग करते रहे, लेकिन न ठेकेदार ने कुछ सुना और न ही विभाग ने. इस बीच 13 जून को ठेकेदार जब गांव पहुंचा तो लोगों ने उसे बंधक बना लिया. बाद में विभाग के कार्यपालक अभियंता मुकेश कुमार मंडल पहुंचे और व्यवस्था दुरुस्त करने का भरोसा देकर संवेदक को छुड़वाया गया. हालांकि इस दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि योजना में लूट हुई है.
पपरवाटांड़ बस्ती एक सप्ताह चला पानी, फिर बंद
वहीं डीसी ऑफिस के समीप स्थित पपरवाटांड़ बस्ती में भी योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है. यहां बोरिंग की गई थी और जलमीनार का निर्माण कराया गया था. शुरुआत के एक-दो सप्ताह लोगों को पानी भी मिला, लेकिन बाद में पानी आना बंद हो गया. यहां के वार्ड सदस्य गोविन्द दास ने बताया कि बोरिंग का एक मोटर शुरुआत से खराब है. एक मोटर से पानी की आपूर्ति शुरू कराई गई थी, लेकिन एक सप्ताह में ही मोटर खराब हो गया. वहीं इसी बस्ती में एक जगह और जलमीनार बनाया गया, पर पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है. इसकी शिकायत विभाग से की गई है, लेकिन सुनवाई नहीं हुई.
अगदोनी खुर्द पंचायत में ठेकदार भाग गया
वहीं अगदोनी खुर्द पंचायत में कई स्थानों पर जलमीनार का निर्माण कराया गया था, लेकिन लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. ऐसे में यहां के ग्रामीणों ने मुखिया मेघलाल दास और जिला परिषद सदस्य के प्रतिनिधि के नेतृत्व में पीएचईडी के खिलाफ प्रदर्शन किया. लोगों ने कहा कि पानी मिल नहीं रहा हैं और विभाग का कहना है कि ठेकेदार भाग गया.
बोरिंग फेल फिर भी करा दिया गया जलमीनार का निर्माण
गिरिडीह के सदर प्रखंड की तरह पीरटांड़ में भी योजना की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. यहां की हरलाडीह पंचायत की बात करें तो पलमा में सड़क के किनारे डेढ़ दो साल पहले ही बोरिंग की गई थी और टंकी भी लगा दिया गया था, लेकिन आज तक ग्रामीणों को पानी नसीब नहीं हो सका है. यहां के उपमुखिया प्रतिनिधि बिरेन्द्र पंडित ने बताया कि वार्ड नंबर एक हरिजन टोला में बोरिंग के समय पानी नहीं निकला था, लेकिन यहां न सिर्फ वाटर टावर खड़ा कर दिया, बल्कि घरों तक पाइप के माध्यम से कनेक्शन भी दे दिया गया. उन्होंने कहा कि जब बोरिंग ही फेल है तो पानी लोगों को कहां से मिलेगा. इस संबंध में स्थानीय पंकज कुमार बताते हैं कि यहां पानी आपूर्ति करने की मांग संवेदक से की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई.
पूरी योजना की हो जांच: राजकुमार
इस संबंध में भाकपा माले नेता सह धनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव कहते हैं घर तक जल पहुंचाने की योजना में खूब धांधली हो रही है. करोड़ों की गड़बड़ी हुई है. उनके विधानसभा क्षेत्र में भी लूट हुई है. ऐसे में जांच टीम गठित होनी चाहिए और निष्पक्ष तरीके से योजना जांची जानी चाहिए.
मार्च 2025 तक सब हो जाएगा ठीक: विभाग
पीएचईडी टू के कार्यपालक अभियंता बताते हैं कि उनके क्षेत्र में आठ प्रखंड हैं, जिसमें 210 पंचायत हैं. सभी पंचायत में योजना चल रही है और मार्च 2025 तक सभी को पानी मिलने लगेगा. उन्होंने कहा कि योजना में कहीं भी गड़बड़ी नहीं हो रही है. जहां भी शिकायत मिलती है उसे ठीक कर दिया जाता है. कार्यपालक अभियंता का दावा है कि जहां पानी नहीं निकलता है, वहां जलमीनार नहीं बनाया गया है.
ये भी पढ़ें-
एक मिशन से बदली गांव की तस्वीर, हर घर पहुंचा नल का जल, लोगों ने कहा- थैंक्यू
Giridih News: पानी को लेकर त्राहिमाम, कहीं जलापूर्ति बंद तो कहीं कूप ही धंसा, धरना प्रदर्शन शुरू