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बनारस में खेलते समय स्कूल के सेप्टिक टैंक में गिरने से ढाई साल की बच्ची की मौत - INNOCENT DEATH IN VARANASI

परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप, विद्यालय की प्रधानाचार्य ने कहा- पुलिस कर रही जांच.

सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर (Photo credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 4, 2025, 6:08 PM IST

वाराणसी : जिले के बड़ागांव थाना क्षेत्र में एक दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है. शनिवार को इलाके में स्थित आश्रम पद्धति विद्यालय परिसर में बने सेप्टिक टैंक में गिरने से ढाई साल की मासूम की मौत हो गई. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है, वहीं मामले में परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है. विद्यालय की प्रधानाचार्य का कहना है कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.


परिजनों के मुताबिक, चंदौली जिले के बबुरी थाना अंतर्गत पांडेयपुर पचोखर गांव निवासी संतोष पांडेय के बेटे विकास पांडेय की कुछ साल पहले मौत हो गई थी. संतोष पांडेय बड़ागांव थाना क्षेत्र स्थित राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में कार्यरत हैं. उनके बेटे की ढाई साल की बेटी श्रीनिधि पांडेय और परिवार के अन्य सदस्य भी उनके साथ रहते हैं.

परिजनों के मुताबिक, शनिवार को श्रीनिधि पांडेय श्वान के साथ खेल रही थी और उसी के पीछे-पीछे वह सेप्टिक टैंक की तरफ चली गई. सेप्टिक टैंक एक जगह से खुला था और इसी खुली जगह से बच्ची सेप्टिक टैंक के अंदर चली गई. काफी देर तक परिजनों को जब बच्ची नहीं दिखी तो उन्होंने उसकी तलाश शुरू की. इसी बीच दूसरे कर्मचारी ने बच्ची के शव को सेप्टिक टैंक में उतराते देखा. इस दौरान बच्ची का शव मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन ने अपनी लापरवाही छिपाने की कोशिश की.

स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि घटना के बाद स्कूल प्रबंधन मृतक बच्ची के परिजनों को समझाकर अंतिम संस्कार कराना चाह रहा था. इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी. सूचना पाकर बड़गांव थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची का शव कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई में जुट गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल में बड़ी संख्या में बाहरी बच्चे पढ़ते हैं. इसमें छोटे-बड़े बच्चे भी शामिल हैं. ऐसे में सेप्टिक टैंक को खुला छोड़ना स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही को उजागर करता है.


विद्यालय की प्रधानाचार्य बबीता ने बताया कि विद्यालय के एक कर्मचारी यहीं आवास में रहते हैं. उनकी पोती खेलते समय सेप्टिक टैंक में गिर गई थी. यह घटना जानबूझकर नहीं की गई है. यह एक घटना है. इस दुःख की घड़ी में हम परिवार के साथ हैं. पुलिस घटना की जांच कर रही है. आगे पुलिस तफ्तीश में जुटी है.

बड़ागांव थाना प्रभारी अतुल सिंह ने बताया कि 2019 में बिल्डिंग बनी थी, उस समय प्रधानाचार्य एवं प्रबंधन की टीम अलग थी. घटना के बाद समाज कल्याण विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें : ठंड में अकड़ कर बेहोश हो गया मजदूर, सपा नेता ने कंबल देकर बचाई जान, एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल भिजवाया - SP LEADER SAVED LIFE OF YOUTH

वाराणसी : जिले के बड़ागांव थाना क्षेत्र में एक दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है. शनिवार को इलाके में स्थित आश्रम पद्धति विद्यालय परिसर में बने सेप्टिक टैंक में गिरने से ढाई साल की मासूम की मौत हो गई. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है, वहीं मामले में परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है. विद्यालय की प्रधानाचार्य का कहना है कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.


परिजनों के मुताबिक, चंदौली जिले के बबुरी थाना अंतर्गत पांडेयपुर पचोखर गांव निवासी संतोष पांडेय के बेटे विकास पांडेय की कुछ साल पहले मौत हो गई थी. संतोष पांडेय बड़ागांव थाना क्षेत्र स्थित राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में कार्यरत हैं. उनके बेटे की ढाई साल की बेटी श्रीनिधि पांडेय और परिवार के अन्य सदस्य भी उनके साथ रहते हैं.

परिजनों के मुताबिक, शनिवार को श्रीनिधि पांडेय श्वान के साथ खेल रही थी और उसी के पीछे-पीछे वह सेप्टिक टैंक की तरफ चली गई. सेप्टिक टैंक एक जगह से खुला था और इसी खुली जगह से बच्ची सेप्टिक टैंक के अंदर चली गई. काफी देर तक परिजनों को जब बच्ची नहीं दिखी तो उन्होंने उसकी तलाश शुरू की. इसी बीच दूसरे कर्मचारी ने बच्ची के शव को सेप्टिक टैंक में उतराते देखा. इस दौरान बच्ची का शव मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन ने अपनी लापरवाही छिपाने की कोशिश की.

स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि घटना के बाद स्कूल प्रबंधन मृतक बच्ची के परिजनों को समझाकर अंतिम संस्कार कराना चाह रहा था. इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी. सूचना पाकर बड़गांव थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची का शव कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई में जुट गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल में बड़ी संख्या में बाहरी बच्चे पढ़ते हैं. इसमें छोटे-बड़े बच्चे भी शामिल हैं. ऐसे में सेप्टिक टैंक को खुला छोड़ना स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही को उजागर करता है.


विद्यालय की प्रधानाचार्य बबीता ने बताया कि विद्यालय के एक कर्मचारी यहीं आवास में रहते हैं. उनकी पोती खेलते समय सेप्टिक टैंक में गिर गई थी. यह घटना जानबूझकर नहीं की गई है. यह एक घटना है. इस दुःख की घड़ी में हम परिवार के साथ हैं. पुलिस घटना की जांच कर रही है. आगे पुलिस तफ्तीश में जुटी है.

बड़ागांव थाना प्रभारी अतुल सिंह ने बताया कि 2019 में बिल्डिंग बनी थी, उस समय प्रधानाचार्य एवं प्रबंधन की टीम अलग थी. घटना के बाद समाज कल्याण विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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