ETV Bharat / state

धूप और बारिश से बचाएगा ये स्पेशल छाता, अब आपको अलग से ढोने की जरूरत नहीं - Indore Umbrella in Backpack

हर आदमी धूप और बारिश में छाता लगाना चाहता है लेकिन कई लोग उसे अलग से लेकर चलने में परेशानी महसूस करते हैं. लेकिन अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. कुछ छात्रों ने ऐसी जुगाड़ निकाली कि उसे बैकपैक में ही इंस्टॉल कर दिया और अलग से छाता रखने की झंझट से मुक्ति मिल गई. पढ़िए ये खास खबर.

author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 31, 2024, 9:04 PM IST

INDORE UMBRELLA IN BACKPACK
छाते वाला 'बैकपैक' (ETV Bharat)

इंदौर। इस भीषण गर्मी में आखिरकार धूप से कौन नहीं बचना चाहता लेकिन क्या कोई ऐसा साधन है जिससे आप बाहर निकलने पर भी धूप से आसानी से बचे रह सकें. इंदौर के वैष्णव पॉलिटेक्निक कॉलेज के 4 छात्रों ने इस परेशानी का हल निकाल लिया है. उन्होंने अक्सर पीठ पर लटके रहने वाले बैकपैक में ही इंटीग्रेटेड अंब्रेला इंस्टॉल कर दिया है. अब आप जब भी बाहर निकलेंगे तो बैग में इंस्टॉल छाता आपको धूप से बचा सकेगा.

धूप और बारिश से बचाएगा ये स्पेशल छाता (ETV Bharat)

छाते वाला 'बैकपैक'

एक समय था जब छाते को बारिश के अलावा धूप से बचाव के लिए एक महत्तवपूर्ण साधन माना जाता था. लेकिन अब लोगों को साथ में छाता रखना और उसे संभालना किसी मुसीबत से कम नहीं लगता. ऐसे में इंदौर के वैष्णव पॉलिटेक्निक कॉलेज के कुछ छात्रों ने इस बारे में सोचा और पीठ पर हमेशा साथ रहने वाले बैकपैक में ही छाता को इंस्टॉल करने की जुगाड़ करने की सोची और उसे पूरा किया. अब इस बैकपैक को देखकर लोग हैरान भी हैं और तारीफ भी कर रहे हैं.

अलग से छाता रखना चुनौती

इंदौर के श्री वैष्णव पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्र हंसराज गुप्ता, अभिषेक गौर ,आयुष गुर्जर और आर्यन मालाकार ने भीषण गर्मी में परेशान होने वाले करीब 500 लोगों से यह सवाल किया कि आप धूप से बचने के लिए छाता क्यों नहीं रखते. इस सवाल के बाद सभी का जवाब था कि छाता धूप से तो बचा सकता है लेकिन इसे संभालना एक बड़ी चुनौती का काम है. जब इन छात्रों ने देखा कि जो लोग धूप से बचना चाहते हैं वे लोग भी बैकपैक लेकर चलते हैं, इसलिए चारों छात्रों ने बैकपैक में ही छाते को फिट करने की जुगाड़ निकालने के लिए कई रिसर्च की.

600 रुपये आई लागत

छात्रों ने बैकपैक में ही छाते को इंस्टॉल करने के लिए कई तरह के प्रोजेक्ट पर रिसर्च की और इसमें उन्हें सफलता भी मिल गई. इन्होंने एक ऐसा बैग तैयार किया जिसमें आसानी से छाता इंस्टॉल किया जा सकता है. बैग और छाते की लागत करीब ₹600 आई लेकिन जो इंटीग्रेटेड अंब्रेला वाला बैग तैयार हुआ वह आश्चर्यजनक रूप से सुविधाजनक और उपयोगी साबित हुआ.

ऐसे मिला आइडिया

पॉलिटेक्निक कॉलेज के इंजीनियरिंग शाखा के एचओडी महेन्द्र कुमार जैन बताते हैं कि "छात्रों से जब मैनें एक बार पूछा कि आप लोग धूप में छाता क्यों नहीं लगाते तो सभी का यही जवाब था कि अलग से रखने की झंझट है. इसके बाद मैंने ही कहा कि ऐसा है तो आप लोग इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हो तो कोई ऐसा तरीका निकालो की आपको इसे अलग से नहीं रखना पड़े. इसके बाद छात्रों ने यह तरीका निकाला और वह वाकई कामयाब हो गया."

ये भी पढ़ें:

IIT इंदौर की नई खोज गोबर ब्रिक: घर होंगे ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल्ड, गर्मियों में सूपर कूल तो सर्दियों में हॉट

Anti Radiation Chip: गाय का गोबर रोकेगा मोबाइल रेडिएशन! बनाई गई एंटी रेडिएशन चिप, जानें कैसे बनती और करती है काम

' हाथ से पकड़ने की जरूरत नहीं'

छात्र हंसराज गुप्ता और आयुष गुर्जर ने बताया कि "बैग के साथ जो छाता इंस्टॉल किया गया है वह आपके पूरे शरीर को सिर से लेकर पैर तक धूप से बचाता है. इसके अलावा हाथ से छाते को पकड़ने जैसी कोई झंझट भी नहीं है. एक बार छाते को खोलने के बाद उसे बैग उतारने के साथ ही आसानी से बंद भी किया जा सकता है. इसके अलावा बैग में एक अतिरिक्त बेल्ट दिया है जिससे छाते को सीधा रहने का सपोर्ट भी मिलता है. "

इंदौर। इस भीषण गर्मी में आखिरकार धूप से कौन नहीं बचना चाहता लेकिन क्या कोई ऐसा साधन है जिससे आप बाहर निकलने पर भी धूप से आसानी से बचे रह सकें. इंदौर के वैष्णव पॉलिटेक्निक कॉलेज के 4 छात्रों ने इस परेशानी का हल निकाल लिया है. उन्होंने अक्सर पीठ पर लटके रहने वाले बैकपैक में ही इंटीग्रेटेड अंब्रेला इंस्टॉल कर दिया है. अब आप जब भी बाहर निकलेंगे तो बैग में इंस्टॉल छाता आपको धूप से बचा सकेगा.

धूप और बारिश से बचाएगा ये स्पेशल छाता (ETV Bharat)

छाते वाला 'बैकपैक'

एक समय था जब छाते को बारिश के अलावा धूप से बचाव के लिए एक महत्तवपूर्ण साधन माना जाता था. लेकिन अब लोगों को साथ में छाता रखना और उसे संभालना किसी मुसीबत से कम नहीं लगता. ऐसे में इंदौर के वैष्णव पॉलिटेक्निक कॉलेज के कुछ छात्रों ने इस बारे में सोचा और पीठ पर हमेशा साथ रहने वाले बैकपैक में ही छाता को इंस्टॉल करने की जुगाड़ करने की सोची और उसे पूरा किया. अब इस बैकपैक को देखकर लोग हैरान भी हैं और तारीफ भी कर रहे हैं.

अलग से छाता रखना चुनौती

इंदौर के श्री वैष्णव पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्र हंसराज गुप्ता, अभिषेक गौर ,आयुष गुर्जर और आर्यन मालाकार ने भीषण गर्मी में परेशान होने वाले करीब 500 लोगों से यह सवाल किया कि आप धूप से बचने के लिए छाता क्यों नहीं रखते. इस सवाल के बाद सभी का जवाब था कि छाता धूप से तो बचा सकता है लेकिन इसे संभालना एक बड़ी चुनौती का काम है. जब इन छात्रों ने देखा कि जो लोग धूप से बचना चाहते हैं वे लोग भी बैकपैक लेकर चलते हैं, इसलिए चारों छात्रों ने बैकपैक में ही छाते को फिट करने की जुगाड़ निकालने के लिए कई रिसर्च की.

600 रुपये आई लागत

छात्रों ने बैकपैक में ही छाते को इंस्टॉल करने के लिए कई तरह के प्रोजेक्ट पर रिसर्च की और इसमें उन्हें सफलता भी मिल गई. इन्होंने एक ऐसा बैग तैयार किया जिसमें आसानी से छाता इंस्टॉल किया जा सकता है. बैग और छाते की लागत करीब ₹600 आई लेकिन जो इंटीग्रेटेड अंब्रेला वाला बैग तैयार हुआ वह आश्चर्यजनक रूप से सुविधाजनक और उपयोगी साबित हुआ.

ऐसे मिला आइडिया

पॉलिटेक्निक कॉलेज के इंजीनियरिंग शाखा के एचओडी महेन्द्र कुमार जैन बताते हैं कि "छात्रों से जब मैनें एक बार पूछा कि आप लोग धूप में छाता क्यों नहीं लगाते तो सभी का यही जवाब था कि अलग से रखने की झंझट है. इसके बाद मैंने ही कहा कि ऐसा है तो आप लोग इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हो तो कोई ऐसा तरीका निकालो की आपको इसे अलग से नहीं रखना पड़े. इसके बाद छात्रों ने यह तरीका निकाला और वह वाकई कामयाब हो गया."

ये भी पढ़ें:

IIT इंदौर की नई खोज गोबर ब्रिक: घर होंगे ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल्ड, गर्मियों में सूपर कूल तो सर्दियों में हॉट

Anti Radiation Chip: गाय का गोबर रोकेगा मोबाइल रेडिएशन! बनाई गई एंटी रेडिएशन चिप, जानें कैसे बनती और करती है काम

' हाथ से पकड़ने की जरूरत नहीं'

छात्र हंसराज गुप्ता और आयुष गुर्जर ने बताया कि "बैग के साथ जो छाता इंस्टॉल किया गया है वह आपके पूरे शरीर को सिर से लेकर पैर तक धूप से बचाता है. इसके अलावा हाथ से छाते को पकड़ने जैसी कोई झंझट भी नहीं है. एक बार छाते को खोलने के बाद उसे बैग उतारने के साथ ही आसानी से बंद भी किया जा सकता है. इसके अलावा बैग में एक अतिरिक्त बेल्ट दिया है जिससे छाते को सीधा रहने का सपोर्ट भी मिलता है. "

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.