इंदौर. आखिरकार इंदौर और उज्जैन रेलवे स्टेशन के भाग खुलने वाले हैं. 26 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां होने जा रहे विकासकार्य का वर्चअली भूमि पूजन करेंगे. रेलवे स्टेशनों का कुछ इस तरह कायाकल्प होगा कि ये एयरपोर्ट की तरह नजर आएंगा. रेलवे स्टेशनों पर एयरपोर्ट की तर्ज पर अत्याधुनिक सुविधाएं यात्रियों को दी जाएंगी, इस प्रोजेक्ट को लेकर रेल मंत्रालय स्तर पर बदलाव भी हुए हैं.
इंदौर-उज्जैन समेत इन स्टेशनों का होगा कायाकल्प
रेल यातायात और यात्री की बढ़ती संख्या की दृष्टि से इंदौर-उज्जैन रेलवे स्टेशन को लंबे समय से विस्तार की दरकार थी. रतलाम डीआरएम रजनीश कुमार ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 फरवरी को इंदौर, उज्जैन, सीहोर, नागदा, मंदसौर, नीमच, खचरोड़, मक्सी और सुजालपुर रेलवे स्टेशन के नवनिर्माण व विस्तार के लिए वर्चुअली शिलान्यास करेंगे. इसके अलावा देश के कई अन्य रेलवे स्टेशनों के नवनिर्माण व विस्तार का पीएम मोदी भूमि पूजन करेंगे.
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इंदौर में लगातार बढ़ रही यात्रियों की संख्या
इंदौर स्टेशन से प्रतिदिन 68 ट्रेनों का आवाजाही होती है, जिसके जलते यहां 30 से 40 हजार यात्री सफर करते हैं. रेल यातायात के भारी दबाव के चलते स्टेशन कई मामलों में छोटा पड़ गया है. आधा दर्जन से अधिक लंबी दूरी की ट्रेनों का संचालन महू स्टेशन से किया जा रहा है. कई ट्रेनों का विस्तार और फेरे बढ़ाने की मांग इंदौर से उठती रही है, ऐसे में इसके नवनिर्माण व विस्तार से यात्रियों के साथ-साथ रेलवे को भी राहत मिलेगी. गौरतलब है कि इंदौर रेलवे स्टेशन का विस्तार 500 करोड़ रु से किया जा रहा है.
उज्जैन में भी यात्रियों की भारी संख्या
महाकाल के दर्शन करने आने वाले लोगों की तादाद की वजह से उज्जैन स्टेशन भी कई मामलों में छोटा पड़ गया है. महाकाल लोक बनने के बाद तो यहां रेल यातायात का दबाव कई गुना बढ़ गया है. ऐसे में इस स्टेशन को भी शीघ्र विस्तार की जरूरत थी. कहा ये भी जा रहा है कि सिंहस्थ से पहले उज्जैन को एस सब-स्टेशन भी मिल जाए.